Ulidih Theft Solved: 12 घंटे में पुलिस ने चोर को पकड़ा, पड़ोसी निकला मास्टरमाइंड!
जमशेदपुर के उलीडीह थाना क्षेत्र में हुई चोरी का पुलिस ने 12 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया। मुख्य आरोपी पड़ोसी निकला, जबकि ₹10 लाख के जेवरात बरामद कर लिए गए। जानें कैसे पकड़ा गया चोर?
जमशेदपुर के उलीडीह थाना क्षेत्र में हुई एक बड़ी चोरी का पुलिस ने महज 12 घंटे के भीतर ही पर्दाफाश कर दिया। इस घटना में चौंकाने वाली बात यह रही कि चोरी का मास्टरमाइंड कोई और नहीं, बल्कि पीड़िता का पड़ोसी ही निकला। पुलिस ने मुख्य आरोपी आदित्य कुमार उर्फ हर्ष और उसके एक किशोर साथी को गिरफ्तार कर लिया है।
चोरी का पूरा मामला क्या है?
सुभाष कॉलोनी में रहने वाली रिमझिम कुमारी ने पुलिस को सूचना दी थी कि उनके घर से ₹10 लाख के जेवरात और ₹25,000 नकद चोरी हो गए हैं। इस सूचना के बाद पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ-साथ संदिग्ध लोगों से पूछताछ की। महज 12 घंटे के भीतर ही चोर पकड़ लिया गया और अधिकांश चोरी का सामान भी बरामद कर लिया गया।
कैसे पकड़ा गया चोर?
सिटी एसपी शिवाशीष कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि चोरी की घटना को सुलझाने के लिए उलीडीह थाना पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि घटना में शामिल व्यक्ति कोई बाहरी नहीं, बल्कि पीड़िता के ही पड़ोस का युवक आदित्य कुमार उर्फ हर्ष है।
पुलिस ने शांति नगर, संजय पथ से आदित्य को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान उसने जुर्म कबूल कर लिया और बताया कि उसने अपने एक किशोर साथी के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया। इसके बाद उसे मेडिकल जांच के लिए एमजीएम अस्पताल भेजा गया और फिर जेल भेज दिया गया।
क्या-क्या बरामद हुआ?
गिरफ्तार आरोपियों के पास से सोने के कई जेवरात बरामद किए गए हैं, जिनमें शामिल हैं:
✅ सोने की चेन
✅ एक नथ
✅ एक मांग टीका
✅ दो अंगूठियां
✅ नथ की चेन
✅ एक बिछिया
✅ एक जोड़ा सोने के झुमके
हालांकि, चोरी हुए ₹25,000 नकद की बरामदगी अभी तक नहीं हो पाई है। पुलिस इस नकदी की तलाश के लिए आगे की जांच कर रही है।
इतनी तेजी से कैसे हुआ खुलासा?
चोरी की घटनाओं को सुलझाने में जमशेदपुर पुलिस हमेशा से सक्रिय रही है। इस बार भी, उलीडीह पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और संदिग्धों की गतिविधियों का विश्लेषण करके महज कुछ ही घंटों में आरोपी को पकड़ लिया।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में शामिल अन्य लोगों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि चोरी के पीछे की पूरी साजिश का खुलासा हो सके और शेष चोरी का सामान भी बरामद किया जा सके।
आखिर क्यों करते हैं पड़ोसी ऐसे अपराध?
कई बार ऐसे मामले सामने आते हैं जहां घर के आसपास रहने वाले लोग ही चोरी की घटनाओं में लिप्त पाए जाते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह होता है कि वे घर की स्थिति और परिवार की दिनचर्या से पूरी तरह वाकिफ होते हैं, जिससे चोरी को अंजाम देना उनके लिए आसान हो जाता है।
इस मामले में भी मुख्य आरोपी आदित्य कुमार उर्फ हर्ष पड़ोस में ही रहता था, जिससे उसे घर में रखे कीमती सामान और अन्य जानकारियां पहले से ही पता थीं।
इस घटना से क्या सबक मिलता है?
इस घटना से सीख मिलती है कि हमें:
✅ घर के सुरक्षा उपायों को मजबूत बनाना चाहिए।
✅ घर में सीसीटीवी कैमरे जरूर लगाने चाहिए।
✅ आसपास के लोगों की गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए।
✅ जरूरत पड़ने पर पुलिस को तुरंत सूचना देनी चाहिए।
महज 12 घंटे के भीतर चोरी का खुलासा करके पुलिस ने शानदार काम किया है। यह घटना न सिर्फ एक चेतावनी है कि चोर कभी भी किसी भी रूप में हो सकते हैं, बल्कि यह भी दर्शाती है कि पुलिस की तत्परता से अपराधियों को जल्दी पकड़ा जा सकता है।
अब देखना होगा कि पुलिस बची हुई नकदी को कब तक बरामद कर पाती है और क्या इस मामले में कोई और व्यक्ति भी शामिल था?
What's Your Reaction?