टाटा मोटर्स का बड़ा ऐलान! कर्मचारियों के बच्चों की शिक्षा अब होगी आसान, मिलेगी इतनी सब्सिडी!

टाटा मोटर्स ने अपने कर्मचारियों और उनके बच्चों के लिए शिक्षा ऋण सब्सिडी और लड़कियों की शिक्षा के लिए प्रोत्साहन राशि वाली योजनाओं की घोषणा की है। जानिए इन योजनाओं के बारे में सब कुछ।

Jul 16, 2024 - 22:04
 0
टाटा मोटर्स का बड़ा ऐलान! कर्मचारियों के बच्चों की शिक्षा अब होगी आसान, मिलेगी इतनी सब्सिडी!
टाटा मोटर्स का बड़ा ऐलान! कर्मचारियों के बच्चों की शिक्षा अब होगी आसान, मिलेगी इतनी सब्सिडी!

टाटा मोटर्स का शिक्षा पर बड़ा दांव, कर्मचारियों के बच्चों के लिए शिक्षा ऋण में सब्सिडी और लड़कियों की शिक्षा के लिए प्रोत्साहन राशि!

मुंबई, 16 जुलाई 2024: टाटा मोटर्स ने आज अपने कर्मचारियों और उनके बच्चों के लिए दो बड़ी योजनाओं की घोषणा की है। इन योजनाओं का उद्देश्य शिक्षा को बढ़ावा देना और कर्मचारियों के बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद करना है।

विद्यादान योजना:

  • इस योजना के तहत, टाटा मोटर्स के सभी स्थायी कर्मचारियों के बच्चों को एसबीआई बैंक से 7.50 लाख रुपये तक का शिक्षा ऋण आसान शर्तों पर उपलब्ध कराया जाएगा।
  • शिक्षा ऋण पर लगने वाले ब्याज में कंपनी 50% (लड़कों के लिए) और 70% (लड़कियों के लिए) सब्सिडी देगी।
  • शिक्षा ऋण की अधिकतम अवधि 15 वर्ष होगी।
  • इस योजना का लाभ कर्मचारी के सभी पुत्र-पुत्रियों को मिलेगा।

उत्कर्ष योजना:

  • इस योजना के तहत, जो भी कर्मचारी अपनी बेटियों को 10वीं या 12वीं में 60% या उससे अधिक अंक प्राप्त करने पर प्रोत्साहित करेंगे, उन्हें उनकी बेटियों के खाते में 25,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

योजनाओं का स्वागत:

टाटा मोटर्स यूनियन के महामंत्री, आरके सिंह ने इन योजनाओं का स्वागत करते हुए कहा कि यह कर्मचारियों और उनके बच्चों के लिए एक बड़ी राहत होगी। उन्होंने कहा कि यह योजनाएं शिक्षा को बढ़ावा देने और कर्मचारियों के बच्चों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने में मदद करेंगी।

निष्कर्ष:

टाटा मोटर्स की ये योजनाएं शिक्षा के क्षेत्र में एक सराहनीय पहल है। ये योजनाएं निश्चित रूप से कर्मचारियों और उनके बच्चों को प्रोत्साहित करेंगी और शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मदद करेंगी।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।