Jamshedpur: सरयू राय ने कुंभनगरी के लिए बस को दी हरी झंडी, यात्रियों का उमड़ा उत्साह!
जमशेदपुर के विधायक सरयू राय ने कुंभनगरी के लिए बस रवाना की। इस यात्रा में 60 यात्रियों का दल कुंभ मेला में शामिल होने जा रहा है। जानें इस यात्रा की विशेषता और आयोजन के पीछे की कहानी।
Jamshedpur: जमशेदपुर के पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र के विधायक सरयू राय ने रानी एडवेंचर एंड वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा संचालित एक विशेष बस को कुंभनगरी के लिए रवाना किया। यह बस जमशेदपुर से कुंभनगरी के लिए अपनी यात्रा पर निकली, जिसमें 60 यात्री सवार थे। विधायक सरयू राय ने बस को हरी झंडी दिखा कर इस ऐतिहासिक यात्रा की शुरुआत की, और इस मौके पर कई प्रमुख समाजसेवी और ट्रस्ट के सदस्य भी मौजूद रहे। यह घटना न केवल एक यात्रा की शुरुआत है, बल्कि एक महत्वपूर्ण पहल का हिस्सा भी है।
क्या है कुंभनगरी यात्रा की विशेषता?
कुंभनगरी, जिसे हम इलाहाबाद (प्रयागराज) के रूप में भी जानते हैं, भारत का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यहां हर 12 वर्ष में कुंभ मेला आयोजित होता है, जो पूरी दुनिया से श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। यह बस यात्रा जमशेदपुर के लोगों को एक विशेष अवसर प्रदान करती है ताकि वे इस धार्मिक और सांस्कृतिक यात्रा का हिस्सा बन सकें। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य जमशेदपुर के नागरिकों को एक अद्भुत धार्मिक अनुभव प्रदान करना है, जिसमें वे कुंभ मेला में शामिल हो सकें।
क्यों महत्वपूर्ण है इस यात्रा का आयोजन?
सरयू राय ने इस यात्रा की शुरुआत करने के बाद कहा कि यह एक सांस्कृतिक और धार्मिक यात्रा है, जो जमशेदपुर के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा से लोगों को धार्मिक एकता और सांस्कृतिक समृद्धि का अहसास होगा। इसके अलावा, यह पहल जमशेदपुर के विकास और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
ट्रस्ट के प्रमुख सदस्य और उनकी उपस्थिति
इस अवसर पर रानी एडवेंचर एंड वेलफेयर ट्रस्ट के अध्यक्ष सोमनाथ बनर्जी, एम चंद्रशेखर राव, आनंद सिंह, के विनीत, रेनू बनर्जी, लक्ष्मी गोंड, संजय तिवारी, रामबाबू तिवारी, और रमा देवी सहित कई प्रमुख सदस्य भी उपस्थित थे। इन सभी का योगदान इस यात्रा को सफल बनाने में महत्वपूर्ण था। ट्रस्ट के अध्यक्ष सोमनाथ बनर्जी ने कहा कि यह यात्रा धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ एक सामाजिक जिम्मेदारी भी निभाती है, जिससे लोगों में आपसी भाईचारे की भावना जागृत होती है।
कुंभनगरी यात्रा का भविष्य
इस यात्रा को लेकर स्थानीय लोगों में एक भारी उत्साह और उमंग देखने को मिल रही है। लोगों का मानना है कि इस पहल से उन्हें न केवल धार्मिक यात्रा का लाभ मिलेगा, बल्कि यह उनकी सांस्कृतिक पहचान को भी मजबूत करेगा। इस तरह के आयोजनों से जमशेदपुर की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को भी नया आयाम मिलेगा।
सरयू राय ने कहा कि भविष्य में भी इस प्रकार की यात्राओं का आयोजन किया जाएगा ताकि और भी लोग इस महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल का दौरा कर सकें। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में इस यात्रा को और बेहतर बनाने के लिए ट्रस्ट और स्थानीय प्रशासन मिलकर काम करेंगे।
क्या कहता है इतिहास?
कुंभ मेला का इतिहास अत्यंत पुराना है और इसे विश्वभर में एक सबसे बड़े धार्मिक आयोजन के रूप में जाना जाता है। हर बार जब यह मेला होता है, तो लाखों लोग इसमे शामिल होते हैं। इससे पहले, कई राजनीतिक और धार्मिक नेताओं ने इस तरह के आयोजनों को बढ़ावा दिया है, ताकि देशभर से लोग इस अवसर पर एकजुट हो सकें। सरयू राय का यह कदम इस ऐतिहासिक यात्रा को और भी महत्वपूर्ण बना देता है।
क्या इस यात्रा से बदलेगा जमशेदपुर का धार्मिक पर्यटन?
जमशेदपुर के लोग अब इस यात्रा के माध्यम से कुंभ मेला में अपने धार्मिक कर्तव्यों का पालन कर सकेंगे। यह यात्रा ना सिर्फ एक धार्मिक यात्रा है, बल्कि यह सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए भी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में इस प्रकार के और कितने यात्रा आयोजन होते हैं, जो जमशेदपुर को धार्मिक पर्यटन के नक्शे पर एक प्रमुख स्थान दिलवा सकते हैं।
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