Sonari Protest: गोवंश चोरी और तस्करी के खिलाफ हिंदू संगठनों का विरोध, प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग
सोनारी में गोवंश चोरी और तस्करी के खिलाफ हिंदू संगठनों का विरोध, प्रशासन से जल्द कार्रवाई की अपील। जानें पूरी खबर।
सोनारी (Sonari): सोनारी थाना क्षेत्र में दो सालों से हो रहे गोवंश चोरी और तस्करी को लेकर विश्व हिंदू परिषद और अन्य हिंदू संगठनों ने प्रभारी महोदय को ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन 25 नवंबर 2024 को दिया गया, जिसमें सोनारी के नेहरू मैदान के पास बीती रात हुई गोवंश चोरी की घटना का विरोध किया गया। इस घटना में गोवंश चोरों ने तीन बजे रात को अज्ञात बोलोरो गाड़ियों में 6-7 लोगों के साथ गायों को जबरन अपने वाहन में डालकर ले जाने का प्रयास किया। इस घटना को लेकर हिंदू समाज में आक्रोश है और संगठनों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
गोवंश चोरी का ताजातरीन मामला
बीती रात सोनारी के नेहरू मैदान के पास यह घटना घटी, जब कुछ सामाजिक तत्वों ने गोवंश चोरी की। यह चोर बोलोरो गाड़ियों का इस्तेमाल कर गायों को काबू करके तस्करी करने का प्रयास कर रहे थे। घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गायों को गाड़ी में डालते वक्त चोरों ने जबरदस्ती की और गायों को लेकर चले गए। यह घटना न केवल सोनारी में, बल्कि पूरे हिंदू समाज के लिए अपमानजनक और पीड़ादायक है।
इस घटना ने हिंदू संगठनों को सड़कों पर उतार दिया और उन्होंने पुलिस प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग की। संगठन का कहना था कि गोवंश की तस्करी को रोकने के लिए प्रशासन को तत्पर रहना चाहिए।
हिंदू संगठनों ने किया विरोध प्रदर्शन
घटना के बाद विश्व हिंदू परिषद सोनारी और अन्य हिंदू संगठनों ने मिलकर सोनारी थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में संगठनों ने गोवंश चोरी की इस घटना को लेकर सख्त कानूनी कार्रवाई की अपील की और गौ तस्करों के खिलाफ शीघ्र कदम उठाने की मांग की।
इस प्रदर्शन में मुख्य रूप से प्रदेश भाजपा ओबीसी मोर्चा के मंत्री सोनू ठाकुर, भा.ज.पा नेता किशोर ओझा, राजीव, नवीन, रवि भूषण, विशाल सूरज, विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष संतोष वर्मा, आदित्य वर्मा सहित सैकड़ों कार्यकर्ता और स्थानीय लोग उपस्थित थे। सभी ने एकजुट होकर प्रशासन से यह मांग की कि गोवंश तस्करी को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए जाएं।
विश्व हिंदू परिषद का दृढ़ रुख
विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष संतोष वर्मा ने कहा, "गोवंश चोरी और तस्करी के मामले में यह घटना बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। हम प्रशासन से फौरन कार्रवाई की उम्मीद करते हैं। हमें पूरा विश्वास है कि प्रशासन हमारी मांग पर ध्यान देगा और जल्द से जल्द गोवंश तस्करों पर कार्रवाई करेगा।"
वर्मा ने यह भी कहा कि यह घटना सिर्फ गोवंश की चोरी तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे हिंदू समाज की धार्मिक भावनाओं को भी आहत किया गया है। ऐसे कृत्यों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
जिलाधीश से अल्टीमेटम
संगठनों ने प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर गोवंश तस्करी पर शीघ्र रोक नहीं लगी और चोरों के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो वे फिर से सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे। इस विरोध प्रदर्शन के बाद जिला प्रशासन पर दबाव बना दिया गया है कि वह इस मामले में कानूनी कार्यवाही करे और दोषियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डालें।
क्या होगा प्रशासन की प्रतिक्रिया?
अब यह देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में किस तरह की कार्रवाई करता है। क्या प्रशासन इस घटना को हल्के में लेकर इसे नजरअंदाज करेगा या फिर गौ तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जो पूरे क्षेत्र के हिंदू समाज के लिए एक बड़े सवाल का विषय बन गया है।
सोनारी में गोवंश चोरी के मामले में प्रशासन की भूमिका
सोनारी क्षेत्र में गोवंश चोरी और तस्करी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, और यह हिंदू संगठनों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन गई है। इन घटनाओं को लेकर पुलिस प्रशासन को अधिक सतर्क और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सके।
यह घटना न केवल गोवंश की सुरक्षा से जुड़ी है, बल्कि यह हिंदू समाज की भावनाओं से भी जुड़ी हुई है। इसलिए पुलिस प्रशासन पर यह जिम्मेदारी है कि वह इस मामले में सख्त और त्वरित कार्रवाई करे।
What's Your Reaction?