स्वामी नारायण मंदिर की तर्ज़ पर बनेगा न्यू सिदगोड़ा दुर्गा पूजा पंडाल, नशा मुक्त पूजा स्थल होगी प्राथमिकता, 6 अक्टूबर को राज्यपाल करेंगे उद्घाटन
न्यू सिदगोड़ा दुर्गा एवं काली पूजा कमिटी इस बार स्वामीनारायण मंदिर की तर्ज़ पर पूजा पंडाल बनाएगी। नशा मुक्त पूजा स्थल को प्राथमिकता दी जाएगी और पंडाल का उद्घाटन 6 अक्टूबर को राज्यपाल रघुवर दास करेंगे।
न्यू सिदगोड़ा दुर्गा एवं काली पूजा कमिटी का अनूठा पंडाल: स्वामी नारायण मंदिर की तर्ज़ पर होगा निर्माण
जमशेदपुर के सिदगोड़ा इलाके में इस बार दुर्गा पूजा को लेकर विशेष तैयारियां की जा रही हैं। न्यू सिदगोड़ा दुर्गा एवं काली पूजा कमिटी द्वारा सिनेमा मैदान में भव्य पूजा पंडाल का निर्माण किया जा रहा है, जो अहमदाबाद स्थित प्रसिद्ध स्वामीनारायण मंदिर की तर्ज़ पर बनाया जाएगा। यह पंडाल जमशेदपुर शहरवासियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा, जहां लोग आकर प्राचीन स्वामीनारायण मंदिर के खूबसूरत मॉडल का दर्शन कर सकेंगे।
1953 से लगातार शांतिपूर्ण और अनुशासन के साथ पूजा आयोजन करने वाली इस कमिटी ने इस बार भी समाज में शांति और समरसता का संदेश देने का संकल्प लिया है। पूजा कमिटी के संरक्षक विक्रम शर्मा ने बताया कि इस वर्ष पंडाल को पूरी तरह से नशा मुक्त रखा जाएगा। पंडाल परिसर के आसपास नशा पान करने वालों को कड़ी चेतावनी दी गई है कि अगर वे इस नियम का उल्लंघन करते पाए गए, तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
नशा मुक्त पंडाल: श्रद्धालुओं की सुरक्षा होगी प्राथमिकता
पूजा कमिटी के संरक्षक विक्रम शर्मा के अनुसार, नशा मुक्त पूजा पंडाल इस बार का मुख्य उद्देश्य है। जीरो टॉलरेंस नीति के तहत पंडाल में किसी भी प्रकार की नशे की गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि पंडाल में आने वाले श्रद्धालुओं, विशेषकर महिलाओं और बच्चों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। पूजा कमिटी का यह प्रयास शहरवासियों के बीच अनुशासन और शांति बनाए रखने का है, जो हर वर्ष शांतिपूर्ण पूजा आयोजन की उनकी परंपरा का हिस्सा रहा है।
उद्घाटन और विसर्जन समारोह की खास तैयारी
मुख्य संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह ने जानकारी दी कि पंडाल का उद्घाटन 6 अक्टूबर को किया जाएगा। इस भव्य कार्यक्रम में उड़ीसा के माननीय राज्यपाल रघुवर दास मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। उनके करकमलों से पंडाल का उद्घाटन किया जाएगा, जो इस पूरे आयोजन को और भी खास बना देगा। पूजा का समापन 12 अक्टूबर को विसर्जन समारोह के साथ होगा, जिसे बड़े ही धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा।
शांतिपूर्ण पूजा की लंबी परंपरा
न्यू सिदगोड़ा दुर्गा एवं काली पूजा कमिटी ने 1953 से अब तक हर वर्ष शांतिपूर्वक और गरिमा के साथ पूजा का आयोजन किया है। इस कमिटी का लक्ष्य न केवल धार्मिक आयोजन करना है, बल्कि समाज में सकारात्मक संदेश भी फैलाना है। इस बार नशा मुक्त पंडाल का आयोजन करके यह कमिटी समाज में एक नई दिशा देने का प्रयास कर रही है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
पूजा पंडाल में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष सुरक्षा इंतजाम किए जाएंगे। पूजा कमिटी ने पुलिस और स्थानीय प्रशासन से समन्वय स्थापित किया है, ताकि पंडाल परिसर में शांति और सुरक्षा बनी रहे। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी, और किसी भी प्रकार की अवांछित गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी।
नशे पर सख्त रुख और श्रद्धालुओं से अपील
पूजा कमिटी ने नशे के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए साफ संदेश दिया है कि पंडाल परिसर में किसी भी प्रकार के नशे का सेवन नहीं किया जाएगा। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे पूजा स्थल पर अनुशासन का पालन करें और किसी प्रकार की अनावश्यक गतिविधियों से दूर रहें। कमिटी का मानना है कि नशा मुक्त पंडाल का आयोजन समाज के लिए एक सकारात्मक संदेश देगा और अन्य पूजा आयोजकों को भी इस दिशा में प्रेरित करेगा।
न्यू सिदगोड़ा दुर्गा एवं काली पूजा कमिटी द्वारा इस वर्ष आयोजित दुर्गा पूजा विशेष आकर्षण का केंद्र बनेगी। स्वामीनारायण मंदिर की तर्ज़ पर बनाया जा रहा पंडाल, नशा मुक्त पूजा स्थल और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, सभी मिलकर इस आयोजन को यादगार बनाएंगे। शहरवासियों को इस अनूठे पंडाल का बेसब्री से इंतजार है, जो न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक होगा बल्कि समाज में अनुशासन और शांति का संदेश भी देगा।
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