सरायकेला पुलिस का बड़ा खुलासा: 500 के नकली नोटों के साथ दो जालसाज गिरफ्तार, पश्चिम बंगाल से जुड़े तार!
सरायकेला पुलिस ने 500 के 9 नकली नोटों के साथ दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक पश्चिम बंगाल का एनामुल शेख और जमशेदपुर का मोहम्मद चांद शामिल हैं। नकली नोटों के पीछे का बड़ा नेटवर्क उजागर हुआ है।
सरायकेला पुलिस का बड़ा खुलासा: 500 के नकली नोटों के साथ दो जालसाज गिरफ्तार, पश्चिम बंगाल से जुड़े तार!
सरायकेला – नकली करेंसी के गोरखधंधे पर बड़ा प्रहार करते हुए सरायकेला पुलिस ने पांच सौ के 9 नकली नोटों के साथ दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में से एक पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद का रहने वाला एनामुल शेख है, जबकि दूसरा जमशेदपुर का कुख्यात स्क्रैप सरगना मोहम्मद चांद है।
एनामुल शेख सरायकेला में किराए के मकान में रह रहा था। सरायकेला सर्किल इंस्पेक्टर शंभु प्रसाद गुप्ता ने बताया कि एनामुल मुर्गा खरीदने गया था, तभी दुकानदार को उस पर शक हुआ। स्थानीय लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पूछताछ के दौरान, उसने स्क्रैप कारोबारी मोहम्मद चांद का नाम बताया, जिसे बाद में गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
पुलिस की सतर्कता से पकड़े गए जालसाज
यह घटना तब सामने आई जब एनामुल शेख मुर्गा खरीदने गया था और दुकानदार को उस पर संदेह हुआ। उसकी हरकतें संदिग्ध लगीं और स्थानीय लोगों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे पकड़ लिया और पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने जब एनामुल से पूछताछ की, तो उसने मोहम्मद चांद का नाम उजागर किया, जो जमशेदपुर का कुख्यात स्क्रैप सरगना है। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मोहम्मद चांद को भी गिरफ्तार कर लिया।
नकली नोटों का स्रोत और बड़ा सवाल
इस पूरे मामले का सबसे अहम सवाल यह है कि नकली नोट आखिर कहां से आए? शुरुआती जांच में पता चला है कि गिरफ्तार दोनों जालसाज मूल रूप से स्क्रैप कारोबारी हैं और उनका कनेक्शन पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद से है। सूत्रों के मुताबिक, नकली करेंसी बांग्लादेश से मुर्शिदाबाद के रास्ते सरायकेला पहुंच रही है।
बड़ी चुनौती: नकली नोटों की रोकथाम
यदि समय रहते इस नेटवर्क का खुलासा नहीं हुआ तो एक बार फिर बाजारों में नकली नोटों की आमद हो सकती है। यह सरकार और पुलिस-प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती साबित होगी। नकली नोटों के इस गोरखधंधे का पर्दाफाश करना और इसके स्रोत तक पहुंचना पुलिस के लिए प्राथमिकता बन गई है।
पुलिस की तत्परता और अगली कार्रवाई
सरायकेला सर्किल इंस्पेक्टर शंभु प्रसाद गुप्ता ने बताया कि पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और नकली नोटों के नेटवर्क का खुलासा करने के लिए तेजी से कदम उठा रही है। उन्होंने कहा, "हम नकली करेंसी के इस नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं। यह एक गंभीर मामला है और इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता।"
स्थानीय जनता की भूमिका
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सतर्क और जागरूक नागरिक अपराधों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। यदि दुकानदार और स्थानीय लोग सतर्क न होते, तो शायद यह मामला कभी सामने नहीं आता।