Saraikela Operation Crackdown : जंगल में धधक रही थी अवैध शराब की भट्ठी, पुलिस ने ऐसे किया नेस्तनाबूद!
सरायकेला जिले में होली से पहले अवैध शराब के खिलाफ बड़ी कार्रवाई! राजनगर पुलिस ने जंगल में चल रही महुआ शराब की भट्ठी ध्वस्त की, 200 किलो जावा महुआ किया नष्ट। पढ़ें पूरी खबर!

सरायकेला: होली से पहले जिले में अवैध शराब के खिलाफ पुलिस का ऑपरेशन तेज हो गया है। गुप्त सूचना पर राजनगर थाना पुलिस ने जंगल में चल रही महुआ शराब की भट्ठी को ध्वस्त कर दिया। इस दौरान मौके पर 200 किलो जावा महुआ नष्ट किया गया। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है।
जंगल में गुप्त रूप से चल रही थी भट्ठी, पुलिस ने ऐसे किया खुलासा!
सरायकेला-खरसावां जिले में एसपी के निर्देश पर अवैध शराब के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में राजनगर थाना प्रभारी चंचल कुमार को गुप्त सूचना मिली कि पाटाकोचा के जंगल किनारे नहर के पास बड़ी मात्रा में अवैध महुआ शराब बनाई जा रही है। सूचना पाते ही पुलिस टीम सक्रिय हो गई और बिना देर किए अचानक छापेमारी कर शराब की पूरी भट्ठी को ध्वस्त कर दिया।
3 बड़े ड्राम और 200 किलो जावा महुआ नष्ट
छापेमारी के दौरान पुलिस को 3 बड़े ड्राम में करीब 200 किलो जावा महुआ मिला, जो शराब बनाने के लिए तैयार किया गया था। पुलिस ने मौके पर ही सारा जावा महुआ नष्ट कर दिया और शराब की भट्ठी को तहस-नहस कर दिया। हालांकि, कारोबारी पुलिस की भनक लगते ही मौके से फरार हो गए।
होली से पहले क्यों बढ़ी अवैध शराब की तस्करी?
होली जैसे बड़े त्योहारों से पहले अवैध शराब का कारोबार तेजी से फलने-फूलने लगता है। सरायकेला समेत पूरे झारखंड में महुआ शराब की अवैध भट्ठियां जंगलों और गांवों में गुप्त रूप से चलाई जाती हैं। ये शराब सस्ती होने के कारण त्योहारों में डिमांड बढ़ जाती है और अवैध कारोबारी इसका फायदा उठाते हैं।
राजनगर थाना प्रभारी का बयान – अवैध कारोबार नहीं चलेगा!
पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई के बाद राजनगर थाना प्रभारी चंचल कुमार ने साफ कहा कि इलाके में किसी भी तरह का अवैध कारोबार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा –
"होली के मौके पर शराब तस्करी रोकने के लिए पुलिस पूरी तरह सतर्क है। अगर कोई अवैध शराब बेचते या बनाते पकड़ा गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
पुलिस की लगातार कार्रवाई, फिर भी नहीं रुक रहा अवैध कारोबार!
गौरतलब है कि सरायकेला जिले में पुलिस पहले भी कई बार इस तरह की छापेमारी कर चुकी है। लेकिन अवैध कारोबार बार-बार नए ठिकानों से शुरू हो जाता है। पुलिस हर बार शराब नष्ट करती है, लेकिन तस्कर बच निकलते हैं। ऐसे में सवाल उठता है – क्या यह कारोबार सिर्फ छोटे तस्करों तक सीमित है या इसके पीछे कोई बड़ा सिंडिकेट काम कर रहा है?
होली पर रहे सावधान – अवैध शराब से बढ़ सकते हैं खतरे!
विशेषज्ञों की मानें तो अवैध महुआ शराब स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक होती है। इसे तैयार करने के दौरान केमिकल्स और अन्य जहरीले पदार्थ मिलाए जाते हैं, जिससे शराब जहरीली बन जाती है। हर साल अवैध शराब के सेवन से कई लोगों की मौत होती है। इसलिए प्रशासन भी लगातार इस पर सख्त कार्रवाई कर रहा है।
क्या पुलिस इस बार पूरे नेटवर्क को तोड़ पाएगी?
पुलिस भले ही अवैध शराब के ठिकानों पर छापेमारी कर रही हो, लेकिन असली सवाल यह है कि क्या इस कारोबार के बड़े मास्टरमाइंड तक पुलिस पहुंच पाएगी? या फिर हर साल की तरह तस्कर कुछ समय बाद फिर से सक्रिय हो जाएंगे?
इस मामले में आपकी क्या राय है? क्या पुलिस को और सख्त कदम उठाने चाहिए? कमेंट में जरूर बताएं!
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