Ranchi Firing : दनादन फायरिंग, नगड़ी में 7 राउंड चली गोली, राहुल सिंह गैंग के दुस्साहस से दहशत साहिबगंज

रांची के नगड़ी में दिनदहाड़े 7 राउंड फायरिंग ने पूरे इलाके को थर्रा दिया है जहाँ भागते अपराधियों की बाइक दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद पुलिस ने दो पिस्टल बरामद किए हैं। कुख्यात राहुल सिंह गिरोह के वर्चस्व की लड़ाई और राजधानी में गैंगवार की इस नई आहट की पूरी सच्चाई यहाँ दी गई है वरना आप भी इस बड़े सुरक्षा खतरे से अनजान रह जाएंगे।

Dec 20, 2025 - 16:38
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Ranchi Firing : दनादन फायरिंग, नगड़ी में 7 राउंड चली गोली, राहुल सिंह गैंग के दुस्साहस से दहशत साहिबगंज
Ranchi Firing : दनादन फायरिंग, नगड़ी में 7 राउंड चली गोली, राहुल सिंह गैंग के दुस्साहस से दहशत साहिबगंज

रांची, 20 दिसंबर 2025 – झारखंड की राजधानी रांची एक बार फिर गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल उठी है। शनिवार को नगड़ी थाना क्षेत्र में अपराधियों ने दिनदहाड़े 7 राउंड फायरिंग कर पुलिसिया इकबाल को सीधी चुनौती दी है। भीड़भाड़ वाले इलाके में हुई इस वारदात के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। हालांकि, किस्मत तस्करों और अपराधियों के साथ नहीं थी; भागने के दौरान उनकी बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिससे पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है। इस सनसनीखेज वारदात के पीछे कुख्यात राहुल सिंह गिरोह का नाम सामने आ रहा है, जिसने रांची में एक बार फिर गैंगवार की आशंका को गहरा कर दिया है।

इतिहास: नगड़ी और रांची में बढ़ता 'गैंग कल्चर'

रांची का नगड़ी इलाका ऐतिहासिक रूप से कृषि और व्यापारिक गतिविधियों के लिए जाना जाता रहा है। लेकिन पिछले एक दशक में जैसे-जैसे रांची का शहरी विस्तार हुआ, यहाँ जमीन और वर्चस्व की लड़ाई ने जन्म लिया। $2010$ के बाद से रांची के बाहरी इलाकों में छोटे-बड़े कई आपराधिक गिरोह पनपे हैं। राहुल सिंह जैसे नाम इसी 'गैंग कल्चर' की उपज हैं, जो अक्सर जमीन की दलाली या ठेकेदारी में अपना दबदबा बनाने के लिए हथियारों का सहारा लेते हैं। नगड़ी की यह घटना बताती है कि पुराने आपसी विवाद अब हिंसक मोड़ ले चुके हैं।

7 राउंड फायरिंग और अपराधियों की 'खराब किस्मत'

शनिवार की दोपहर जब नगड़ी का बाजार अपनी रफ्तार में था, तभी बाइक सवार अपराधियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी।

  • दहशत का मंजर: प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अपराधी किसी को निशाना बना रहे थे और उन्होंने एक के बाद एक 7 गोलियां दाग दीं। गोलियों की आवाज सुनकर बाजार में भगदड़ मच गई।

  • बाइक हुई क्रैश: वारदात को अंजाम देकर भाग रहे अपराधी घबराहट में अपनी बाइक पर से नियंत्रण खो बैठे। सड़क किनारे बाइक दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद अपराधी पैदल ही घने इलाके में छिपने में सफल रहे, लेकिन वे अपने हथियार नहीं ले जा सके।

  • हथियारों की बरामदगी: पुलिस ने मौके से 2 लोडेड पिस्टल बरामद की हैं, जो इस बात का सबूत हैं कि अपराधी किसी बड़ी हत्या की फिराक में थे।

राहुल सिंह गिरोह: वर्चस्व की खूनी जंग?

पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात निकलकर सामने आई है कि इस हमले के पीछे राहुल सिंह गिरोह का हाथ है। नगड़ी और आसपास के इलाकों में यह गिरोह अपनी पैठ जमाने की कोशिश कर रहा है।

  1. आपसी रंजिश: सूत्रों का कहना है कि यह फायरिंग किसी प्रतिद्वंद्वी गुट को डराने या जमीन के विवाद को सुलझाने के लिए की गई थी।

  2. सीसीटीवी की मदद: नगड़ी थाना पुलिस ने इलाके के सभी प्रमुख सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को जब्त कर लिया है। फुटेज में बाइक सवार अपराधियों के चेहरे और उनके भागने की दिशा स्पष्ट होने की उम्मीद है।

वारदात का क्विक फैक्ट-शीट (Incident Report)

विवरण जानकारी
स्थान नगड़ी, रांची
फायरिंग की संख्या 07 राउंड
बरामदगी 02 पिस्टल और एक दुर्घटनाग्रस्त बाइक
संदिग्ध गिरोह राहुल सिंह गैंग
हताहत किसी के घायल होने की सूचना नहीं

पुलिस का क्या है कहना?

नगड़ी थाना प्रभारी ने बताया कि इलाके की घेराबंदी कर सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि बरामद पिस्टल कहाँ से खरीदे गए थे। पुलिस का दावा है कि अपराधियों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। इस घटना के बाद नगड़ी के स्थानीय व्यापारियों और निवासियों में गहरा रोष है, उन्होंने इलाके में पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने की मांग की है।

राजधानी में कानून व्यवस्था की चुनौती

दिनदहाड़े 7 गोलियां चलना यह दर्शाता है कि अपराधियों के मन में कानून का डर खत्म होता जा रहा है। भले ही इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन पिस्टल की बरामदगी यह बताती है कि रांची की सड़कों पर मौत खुलेआम घूम रही है। अब पुलिस के लिए इन अपराधियों को पकड़ना और गैंगवार को रोकना सबसे बड़ी चुनौती है।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।