Ranchi Bribery: डिफेंस इंजीनियर रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार, CBI ने मारा छापा!
रांची में CBI की बड़ी कार्रवाई! डिफेंस सर्विस के गैरिसन इंजीनियर को ₹45,500 रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया। जानिए पूरी खबर!

रांची: भ्रष्टाचार के खिलाफ CBI की बड़ी कार्रवाई में इंडियन डिफेंस सर्विस के गैरिसन इंजीनियर साहिल रतुसारिया को ₹45,500 की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने 27 लाख के बिल भुगतान के बदले ठेकेदार से 2% यानी ₹54,000 की घूस मांगी थी। जैसे ही उसने रिश्वत की पहली किश्त ली, CBI ने उसे पकड़ लिया।
यह गिरफ्तारी सुजाता चौक से रेलवे स्टेशन जाने वाले रास्ते में स्थित ऑफिस में हुई। इसके बाद CBI की टीम ने आरोपी के नामकुम स्थित घर पर छापा मारा, जहां से कई अहम दस्तावेज भी बरामद किए गए।
कैसे हुआ खुलासा? ठेकेदार ने किया स्टिंग ऑपरेशन!
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब एक ठेकेदार ने CBI को शिकायत दी कि गैरिसन इंजीनियर बिल पास करने के लिए रिश्वत की मांग कर रहे हैं। CBI ने शिकायत की जांच की और फिर पूरी साजिश को बेनकाब करने के लिए जाल बिछाया।
ठेकेदार ने रिश्वत की रकम किश्तों में देने की बात कही
आरोपी इंजीनियर ने इसे स्वीकार कर लिया
जैसे ही पहली किश्त ₹45,500 ली, CBI ने रंगेहाथ पकड़ लिया
इस पूरी योजना को अंजाम देने के लिए CBI टीम पहले से तैनात थी। जैसे ही पैसा हाथ में आया, टीम ने उसे दबोच लिया।
CBI ने घर पर भी मारा छापा, मिले कई अहम सुराग!
गिरफ्तारी के बाद CBI की एक टीम ने आरोपी गैरिसन इंजीनियर के नामकुम स्थित घर पर छापेमारी की। देर रात तक चली इस कार्रवाई में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, लेन-देन के रिकॉर्ड और बैंक डिटेल्स जब्त की गईं।
सूत्रों के अनुसार, CBI को संदेह है कि इंजीनियर लंबे समय से इसी तरह रिश्वतखोरी कर रहा था और सरकारी भुगतान में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हो रही थी।
रिश्वतखोरी का पुराना खेल, ऐसे चलता है गोरखधंधा!
रिश्वतखोरी का यह मामला कोई नया नहीं है। भारत में सरकारी ठेकों में भ्रष्टाचार की जड़ें काफी गहरी हैं। इतिहास गवाह है कि सरकारी भुगतान में कमीशनखोरी का खेल दशकों से चल रहा है।
सरकारी अधिकारी ठेकेदारों से बिल पास करने के लिए पैसे मांगते हैं
कई बार बिना रिश्वत काम रुक जाता है
CBI और अन्य जांच एजेंसियां समय-समय पर छापेमारी करती हैं, लेकिन यह खेल फिर भी जारी रहता है
क्या होगा आगे? आरोपी पर होगी कड़ी कार्रवाई!
CBI ने आरोपी इंजीनियर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। आगे की जांच में यह भी पता लगाया जा रहा है कि इस भ्रष्टाचार में और कौन-कौन शामिल है।
आरोपी के बैंक अकाउंट की जांच होगी
पिछले टेंडर और पेमेंट रिकॉर्ड खंगाले जाएंगे
अन्य सरकारी अधिकारियों से भी पूछताछ की जा सकती है
CBI सूत्रों का कहना है कि यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति तक सीमित नहीं हो सकता, बल्कि इसके पीछे बड़ी साजिश हो सकती है।
क्या रिश्वतखोरी कभी खत्म होगी?
सरकारी विभागों में कड़ी निगरानी होनी चाहिए
CBI और अन्य जांच एजेंसियों को और ताकत दी जानी चाहिए
रिश्वत लेने वालों को कड़ी सजा दी जाए
डिजिटल ट्रांजेक्शन से भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जाए
देश में भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। क्या सरकार इस पर कोई सख्त कानून लाएगी? या फिर यह मामला भी कुछ दिनों बाद ठंडे बस्ते में चला जाएगा?
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