Ranchi Attack: दिनदहाड़े कोयला व्यवसायी पर हमला, जानिए क्या है पूरा मामला?
रांची में कोयला व्यवसायी बिपिन मिश्रा पर फायरिंग, गैंगवार या कोई साजिश? पुलिस जांच में जुटी, जानें पूरा मामला!

रांची के बरियातू इलाके में शुक्रवार की सुबह तब हड़कंप मच गया, जब कोयला व्यवसायी बिपिन मिश्रा पर दिनदहाड़े हमला हुआ। हमलावरों ने बरियातू गर्ल्स स्कूल मोड़ के पास उनकी वोल्वो कार (JH 01DM-0333) को निशाना बनाकर ताबड़तोड़ फायरिंग की। तीन बदमाशों में से दो ने गोलीबारी की, जबकि एक बाइक स्टार्ट कर तैयार खड़ा था।
गोलीबारी के दौरान कई गोलियां कार के शीशे को चीरते हुए अंदर घुस गईं। एक गोली मिश्रा के हाथ में लगी, जबकि दूसरी उनके गले को छूकर निकल गई। गनीमत रही कि शीशे बंद होने के कारण हमलावरों का निशाना चूक गया, और वे गंभीर रूप से घायल होने से बच गए। इस हमले के बाद इलाके में दहशत का माहौल बन गया।
हमले के पीछे कौन? इंटरनेशनल धमकी से जुड़े तार!
सूत्रों के मुताबिक, हमले से पहले बिपिन मिश्रा को इंटरनेशनल नंबर से धमकी भरा मैसेज आया था, जिसे ट्रेस किया जा रहा है। मयंक सिंह नाम के शख्स ने इस हमले की जिम्मेदारी लेने का दावा किया है। हालांकि, पुलिस को शक है कि इस घटना के पीछे अमन साहू गिरोह का हाथ हो सकता है।
बिपिन मिश्रा कौन हैं?
बिपिन मिश्रा झारखंड के चर्चित कोयला ट्रांसपोर्टर और व्यवसायी हैं। उनका अपार्टमेंट रांची के बरियातू रोड स्थित ग्रीन पार्क अपार्टमेंट में है। वे अक्सर कोयला व्यापार से जुड़े मामलों में चर्चा में रहते हैं।
कैसे हुआ हमला? पूरी साजिश का खुलासा!
जांच में पता चला है कि हमलावरों ने कई दिनों तक मिश्रा की गतिविधियों पर नजर रखी थी। शुक्रवार को जब वे अपने अपार्टमेंट से बूटी मोड़ की ओर जाने के लिए निकले, तभी बदमाशों ने घात लगाकर हमला किया।
जैसे ही उनकी कार बरियातू गर्ल्स स्कूल मोड़ के पास यू-टर्न ले रही थी, तभी बदमाशों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी।
- हमलावरों ने करीब आठ राउंड गोलियां चलाईं।
- मिश्रा के साथ उनके दो बॉडीगार्ड भी थे, जिन्होंने जवाबी फायरिंग की।
- फायरिंग के बावजूद हमलावर बाइक पर सवार होकर फरार हो गए।
पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई, जल्द होगी गिरफ्तारी!
हमले के तुरंत बाद, पुलिस ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया। इसमें चार डीएसपी, पांच इंस्पेक्टर और आठ दरोगा शामिल किए गए हैं। पुलिस के मुताबिक, हमलावरों की गिरफ्तारी जल्द होगी।
सूचना मिलते ही डीजीपी अनुराग गुप्ता, डीआईजी सह एसएसपी चंदन सिन्हा, सिटी एसपी राजकुमार मेहता और अन्य वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। ATS (एंटी टेररिस्ट स्क्वाड) की टीम ने भी जांच शुरू कर दी है।
बच गए बिपिन मिश्रा, डॉक्टर बोले- चिंता की बात नहीं
गोलीबारी में घायल बिपिन मिश्रा को तुरंत मणिपाल मेडिका अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि वे खतरे से बाहर हैं।
क्या कहती है रांची की क्राइम हिस्ट्री?
रांची में इस तरह के कोल माफिया विवाद और गैंगवार की घटनाएं पहले भी होती रही हैं। झारखंड में कोयला कारोबार पर वर्चस्व की लड़ाई लंबे समय से चली आ रही है।
- इससे पहले भी कई व्यवसायियों को धमकी भरे कॉल मिल चुके हैं।
- 2019 में कोल व्यवसायी पंकज सिंह पर भी हमला हुआ था।
- 2022 में अमन साहू गैंग ने कोयला कारोबारी विजय गुप्ता की हत्या की थी।
इस बार भी अमन साहू गिरोह का नाम सामने आ रहा है, लेकिन पुलिस अभी किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची है।
जल्द सामने आएगा पूरा सच!
झारखंड पुलिस की ATS टीम ने छापेमारी शुरू कर दी है। इस हमले के पीछे गैंगवार है या फिर कोई और साजिश, इसका खुलासा जांच के बाद ही होगा। पुलिस ने दावा किया है कि गुनहगार ज्यादा दिनों तक कानून से नहीं बच पाएंगे।
रांची में दिनदहाड़े हुई इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कोयला व्यापार से जुड़े विवाद और गैंगवार की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे व्यवसायियों में डर का माहौल है। अब देखने वाली बात होगी कि पुलिस हमलावरों तक कब पहुंचती है और क्या इस मामले में कोई बड़ा खुलासा होता है?
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