Patmada Accident: सड़क हादसे में युवक की दर्दनाक मौत, अज्ञात टेंपो चालक फरार
Patmada Accident: झारखंड के पटमदा में अज्ञात टेंपो की टक्कर से युवक की मौत। सड़कों पर बढ़ते हादसों से ग्रामीणों में आक्रोश। जानें पूरी घटना।
पटमदा: झारखंड के पटमदा थाना क्षेत्र के जाल्ला गांव के पास शुक्रवार की देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में 36 वर्षीय युवक कार्तिक चंद्र महतो की मौत हो गई। इस घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। मृतक अपने घर से पैदल ससुराल जा रहा था, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।
क्या है पूरा मामला?
कार्तिक महतो, जो खेरुआ टोला काशियागोड़ा गांव का निवासी था, शुक्रवार की शाम अपने घर से ससुराल के लिए निकला। रातभर उसकी कोई खबर नहीं मिली। शनिवार सुबह किसी ग्रामीण ने जाल्ला गांव और बेंझाम टोला के बीच सड़क पर उसका शव देखा।
ग्रामीणों के मुताबिक, हादसा किसी अज्ञात टेंपो से हुआ है। टक्कर इतनी जोरदार थी कि घटनास्थल पर टेंपो का शीशा और अन्य सामान टूटकर गिरा हुआ मिला।
मृतक के परिवार की स्थिति
कार्तिक के भाई सुकुमार महतो ने बताया कि उनका बड़ा भाई ससुराल पैदल जा रहा था। परिवार को लगा कि वह देर रात ससुराल पहुंच गया होगा। लेकिन सुबह हादसे की सूचना मिलते ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। कार्तिक अपने पीछे पत्नी और दो छोटे बच्चों को छोड़ गया है।
पुलिस की कार्रवाई
पटमदा पुलिस शनिवार सुबह घटनास्थल पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने टेंपो से गिरे हुए पार्ट्स और अन्य सामान जब्त कर लिया है। शुरुआती जांच में यह साफ हो गया है कि हादसे के बाद टेंपो चालक वाहन लेकर फरार हो गया।
इलाके में बढ़ते सड़क हादसे
पटमदा क्षेत्र में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। खराब सड़कें, वाहनों की तेज रफ्तार, और सुरक्षा नियमों की अनदेखी इस तरह की घटनाओं के मुख्य कारण हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क पर गड्ढों और अंधेरे की वजह से हादसे आम हो गए हैं।
इतिहास में सड़क सुरक्षा का महत्व
भारत में सड़क सुरक्षा हमेशा एक बड़ी समस्या रही है। 1980 के दशक में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए कई योजनाएं लाई गईं, लेकिन आज भी देश में सड़क हादसे मौत का एक बड़ा कारण बने हुए हैं। झारखंड जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें खराब होने और यातायात नियमों की अनदेखी से समस्या और बढ़ जाती है।
ग्रामीणों की मांग और रोष
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से हादसे में शामिल टेंपो चालक को जल्द गिरफ्तार करने और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है। उनका कहना है कि सड़क सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाए जाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
मृतक का परिवार असहाय
कार्तिक की मौत से परिवार पर गहरा आर्थिक और मानसिक आघात हुआ है। उसकी पत्नी और दो छोटे बच्चे बेसहारा हो गए हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से परिवार को हर संभव सहायता देने की अपील की है।
पटमदा के जाल्ला गांव की यह घटना झारखंड में सड़क सुरक्षा की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करती है। यदि समय रहते प्रशासन कदम नहीं उठाता, तो ऐसे हादसे रुकने के बजाय बढ़ सकते हैं।
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