पलामू में फूड पॉइज़निंग से मजदूरों की हालत गंभीर, एक की मौत
पलामू जिले के हरिहरगंज के पास फूड पॉइज़निंग से कई मजदूर बीमार हुए। गढ़वा सदर अस्पताल में भर्ती। एक मजदूर की डायरिया से मौत।
गढ़वा, 4 नवंबर 2024: पलामू जिले के हरिहरगंज के समीप जहाना गांव में स्थित ट्रिपल एस ईट भठ्ठा पर काम करने वाले कई मजदूर फूड पॉइज़निंग का शिकार हो गए हैं। इन मजदूरों में गढ़वा के लगमा, मेराल के अकलवानी और रंका के गांवों के निवासी शामिल हैं। इस घटना में सोमवार को गढ़वा सदर अस्पताल में आठ मजदूर भर्ती किए गए हैं।
बीमारी का विवरण
बीमार मजदूरों में अकलवानी के कामेश्वर भुइयां के परिवार के सदस्य शामिल हैं। इनमें उनके पुत्र अरूण भुइयां, पंकज भुइयां, पुत्री रेखा कुमारी, पुत्री किरण कुमारी, अमरावती देवी, बबली कुमारी, निरंजन कुमार और लगमा के योगेंद्र भुइयां शामिल हैं। सभी मरीजों की हालत अस्पताल में स्थिर बताई जा रही है।
घटना की पृष्ठभूमि
सूत्रों के अनुसार, ट्रिपल एस भठ्ठा पर काम करने के लिए रंका थाना क्षेत्र के कई गांवों के मजदूर परिवार समेत आए थे। अकलवानी के कामेश्वर भुइयां के परिवार में बेटी, दामाद और छोटे बच्चे समेत आठ लोग शामिल थे। इसके अलावा, अजय भुइयां के परिवार के चार और सोमारू भुइयां के परिवार के छह सदस्य भी वहां काम करने गए थे। ये सभी अक्टूबर माह के तीसरे सप्ताह में ईंट भठ्ठा पर आए थे।
मजदूरों की बीमारी का कारण
मजदूरों ने शुक्रवार को अपनी साप्ताहिक मजदूरी मिलने के बाद हरिहरगंज बाजार से सब्जी और अन्य जरूरत का सामान खरीदा। रात में खाने के बाद सभी सो गए। लेकिन शनिवार सुबह से ही कई मजदूरों और उनके बच्चों को उल्टी और दस्त होने लगे। इस स्थिति को देखते हुए उन्हें हरिहरगंज और औरंगाबाद के अस्पतालों में ले जाया गया।
दुखद घटना
एक 20 वर्षीय मजदूर की डायरिया के कारण मौत हो गई। यह मजदूर हरिहरगंज के आसपास का रहने वाला था। इसके बाद, ईंट भठ्ठा पर काम करने वाले कई अन्य मजदूर भी डायरिया से ग्रस्त हो गए। इस संकट को देखते हुए गढ़वा जिले के मजदूर अपने बीमार परिवारों के साथ सोमवार को घर लौट गए और बीमारों को गढ़वा सदर अस्पताल में भर्ती कराया।
निष्कर्ष
फूड पॉइज़निंग की इस घटना ने मजदूरों के स्वास्थ्य पर गंभीर संकट पैदा कर दिया है। स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को इस मामले की गंभीरता से जांच करनी चाहिए। साथ ही, मजदूरों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की आवश्यकता पर जोर देना चाहिए। इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
What's Your Reaction?