Noamundi Action: कोड़ा का छापा! झारखंड के नोवामुंडी में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने देर रात चोरी का लौह अयस्क ले जा रहे 6 डंपर और 1 जेसीबी को पकड़ा, वाहनों के टायर की हवा खोली, 10 चालक हिरासत में, खनन विभाग और पुलिस ने शुरू की गहन जांच!
नोवामुंडी स्टेशन के पास पांच नंबर रेलवे साइडिंग पर देर रात पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने चोरी के लौह अयस्क से भरे छह डंपर और लोडिंग में लगी एक जेसीबी को पकड़ा। उन्होंने वाहनों की हवा निकालकर उन्हें मौके पर ही जब्त कर लिया। पुलिस ने 10 चालकों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है, और खनन विभाग आगे की कार्रवाई करेगा।
झारखंड की धरती खनिज संसाधनों के मामले में जितनी समृद्ध है, अवैध खनन और चोरी के गिरोहों की अवैध गतिविधियां भी उतनी ही जटिल हैं। लेकिन सोमवार देर रात नोवामुंडी में जो कुछ हुआ, वह किसी फ़िल्मी कार्रवाई से कम नहीं था। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने न सिर्फ चोरी के लौह अयस्क का खुलासा किया, बल्कि खुद ही कार्रवाई करते हुए अवैध खनन के इस कारोबार को रंगे हाथों पकड़ लिया। यह घटना दिखाती है कि जनप्रतिनिधि और आम नागरिक कितनी सजगता से राज्य के संसाधनों की लूट को रोकने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
झारखंड के इतिहास में यह पहला मौका नहीं है, जब खनन माफियाओं ने रेलवे साइडिंग को अवैध माल के परिवहन का अड्डा बनाया हो। लौह अयस्क जैसे कीमती खनिजों की अवैध ढुलाई और चोरी से राज्य के राजस्व को भारी नुकसान होता है, और ये गतिविधियां अक्सर राजनीतिक सरंक्षण के संदेह के घेरे में रहती हैं।
रात के अंधेरे में पूर्व मुख्यमंत्री ने मारी रेड
नोवामुंडी स्टेशन के पास स्थित पांच नंबर रेलवे साइडिंग वह जगह थी, जहां देर रात लोहे का अवैध खेल चल रहा था।
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मौके पर पकड़ा: पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा को किसी सूत्र से लौह अयस्क की चोरी होने की सूचना मिली। उन्होंने सूचना को गंभीरता से लिया और देर रात खुद ही मौके पर जाकर हैरानीजनक कार्रवाई की।
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बरामदगी: कोड़ा ने वहां चोरी के लौह अयस्क से लदे छह डंपर वाहनों को पकड़ा। इनमें से कुछ में सामान लोड किया जा चुका था और कुछ लोडिंग की प्रक्रिया में थे। लोडिंग के कार्य में लगी एक जेसीबी मशीन भी मौके पर मिली।
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खुद की कार्रवाई: वाहनों को भागने से रोकने के लिए कोड़ा ने एक असामान्य लेकिन प्रभावी कदम उठाया – उन्होंने सभी डंपर वाहनों के टायरों की हवा खोल दी। जब्त किए गए सभी वाहन अभी भी घटनास्थल पर खड़े हैं।
पुलिस ने 10 चालकों को लिया हिरासत में
पूर्व मुख्यमंत्री से सूचना मिलने के बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और कार्रवाई शुरू की।
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पूछताछ: पुलिस ने वाहनों के सभी दस चालकों को हिरासत में लेकर उनसे गहन पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह माल कहां से चुराया गया था, कहां जाना था और इस अवैध कारोबार के पीछे कौन सा बड़ा गिरोह या सरगना काम कर रहा था।
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आगे की कार्रवाई: पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि मामले की छानबीन जारी है और खनन विभाग जब्त किए गए लौह अयस्क और अवैध ढुलाई को लेकर आगे की कानूनी कार्रवाई करेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री का यह कार्रवाई झारखंड में बढ़ते खनन माफियाओं के लिए एक कड़ा संदेश है कि राजनीतिक लोग भी अपने राज्य के संसाधनों की लूट को लेकर चुप्पी नहीं साधेंगे। इस गिरफ्तारी से उम्मीद है कि इस अवैध श्रृंखला के बड़े खिलाड़ियों तक पहुंचा जा सकेगा।
आपकी राय में, लौह अयस्क की चोरी जैसे अवैध खनन गतिविधियों को पूरी तरह से रोकने और ऐसे गिरोहों के राजनीतिक सरंक्षण को तोड़ने के लिए स्थानीय पुलिस, खनन विभाग और जनप्रतिनिधियों को कौन से दो सबसे कठोर और पारदर्शी संयुक्त कदम उठाने चाहिए?
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