Nawada Advocate: नवादा के प्रसिद्ध अधिवक्ता का निधन, न्यायिक क्षेत्र में शोक की लहर
नवादा के पूर्व पी-पी और वरिष्ठ अधिवक्ता आर.पी. गृयगे का असामयिक निधन, अधिवक्ताओं में शोक की लहर। जानें उनके योगदान और न्यायिक क्षेत्र पर प्रभाव।
नवादा जिला न्यायालय के पूर्व लोक अभियोजक (पी-पी) और वरिष्ठ अधिवक्ता आर.पी. गृयगे, जो शहर में छोटका बबुआ के नाम से मशहूर थे, का दिल्ली में इलाज के दौरान असामयिक निधन हो गया। उनके निधन की खबर से नवादा के अधिवक्ता समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई।
आर.पी. गृयगे: एक महान अधिवक्ता और न्यायिक योद्धा
आर.पी. गृयगे नवादा के विजय बाजार क्षेत्र के निवासी थे। उन्होंने अपने जीवनकाल में न केवल कानूनी मामलों में योगदान दिया बल्कि अपने नेतृत्व से जिला न्यायालय की गरिमा बढ़ाई।
- लोक अभियोजक के रूप में योगदान: न्यायिक प्रणाली में उनकी निष्ठा और प्रतिबद्धता ने उन्हें पी-पी के रूप में सम्मानित स्थान दिलाया।
- न्याय के योद्धा: वे अपनी प्रभावशाली वकालत के लिए जाने जाते थे, जिससे उन्होंने कई पीड़ितों को न्याय दिलाया।
- समाजसेवी: आर.पी. गृयगे अपने सरल स्वभाव और समाज के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण के लिए भी प्रसिद्ध थे।
अधिवक्ताओं की प्रतिक्रिया: एक युग का अंत
उनके निधन की खबर ने जिले के अधिवक्ता समुदाय को स्तब्ध कर दिया।
- शोकसभा का आयोजन: नवादा व्यवहार न्यायालय में शोकसभा आयोजित की गई, जहां सैकड़ों अधिवक्ताओं ने उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
- वरिष्ठ अधिवक्ताओं की संवेदना:
- अरुण कुमार सिन्हा (पूर्व अध्यक्ष): “आर.पी. गृयगे का निधन न्यायिक क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है। वे केवल एक अधिवक्ता नहीं, बल्कि एक प्रेरणा स्रोत थे।”
- गौरी शंकर प्रसाद: “उनकी वकालत में गहरी सोच और जनता के प्रति जिम्मेदारी का भाव झलकता था। उनका जाना व्यक्तिगत रूप से दुखद है।”
नवादा के न्यायिक इतिहास में उनकी भूमिका
नवादा के न्यायिक इतिहास में आर.पी. गृयगे का नाम सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा।
- न्याय प्रणाली में सुधार: उन्होंने न्यायालय में सद्भाव और नैतिकता को बढ़ावा देने के लिए काम किया।
- युवाओं के लिए प्रेरणा: उनके जीवन से प्रेरित होकर, कई युवा अधिवक्ता न्यायिक क्षेत्र में आए।
- परिवार और समाज से जुड़ाव: वे समाज के हर वर्ग के प्रति संवेदनशील थे और अपनी व्यक्तिगत उपलब्धियों से अधिक सामूहिक हितों को महत्व देते थे।
अधिवक्ता समुदाय की एकता और भावनाएं
इस दुखद अवसर पर, नवादा के अधिवक्ता समुदाय ने अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
- सैकड़ों अधिवक्ताओं की उपस्थिति:
- प्रमोद कुमार वर्मा
- रामकृष्ण प्रसाद
- संजय प्रियदर्शी
- नीलम परवीन
- कुमार चंदन
- के.के. चौधरी
- भावनाएं: अधिवक्ताओं ने कहा, “आर.पी. गृयगे जैसे व्यक्तित्व के जाने से हम एक मार्गदर्शक को खो बैठे हैं। उनकी कमी को भरना असंभव है।”
न्यायिक क्षेत्र को मिली सीख
आर.पी. गृयगे का जीवन एक प्रेरणास्त्रोत है।
- ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा: उन्होंने यह सिखाया कि न्यायिक क्षेत्र में काम करने के लिए न केवल ज्ञान, बल्कि नैतिकता भी महत्वपूर्ण है।
- नवादा की विरासत: उनके जाने के बाद, नवादा के न्यायिक क्षेत्र को उनकी विरासत को बनाए रखना होगा।
एक युग का अंत
आर.पी. गृयगे का निधन नवादा के न्यायिक क्षेत्र के लिए एक युग का अंत है।
- उनकी कानूनी नीतियां,
- समाज के प्रति योगदान, और
- अधिवक्ता समुदाय के लिए प्रेरणा
हमेशा याद रखी जाएगी।
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