नवरात्रि 2024: जानें मां कात्यायनी की पूजा विधि और आरती
नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। जानिए पूजा विधि, आरती और भोग की पूरी जानकारी। मां कात्यायनी की आराधना से सभी कष्ट दूर होते हैं।
8 अक्टूबर 2024 – इस साल नवरात्रि का पर्व 15 अक्टूबर को समाप्त होगा, और हिंदू धर्म में उदया तिथि के अनुसार व्रत रखा जाता है। नवरात्रि के चौथे दिन, चतुर्थी तिथि की वृद्धि के कारण इस बार 6 और 7 अक्टूबर को चतुर्थी व्रत रखा गया। अब 8 अक्टूबर को पंचमी का व्रत है और 9 अक्टूबर को षष्ठी व्रत रखा जाएगा।
नवरात्रि के छठे दिन, मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। मां कात्यायनी का स्वरूप अत्यंत भव्य और तेजस्वी माना जाता है। उनकी चार भुजाएं हैं और उनका वाहन सिंह है। मां कात्यायनी को समर्पित इस दिन पर विशेष रूप से उनकी आराधना की जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, मां कात्यायनी की पूजा से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और उन्हें सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।
मां कात्यायनी की पूजा विधि
- स्नान और शुद्धिकरण: सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- मां की प्रतिमा का स्नान: मां कात्यायनी की प्रतिमा को शुद्ध जल या गंगाजल से स्नान कराएं।
- वस्त्र अर्पण: मां को पीले रंग के वस्त्र अर्पित करें, यह रंग मां को प्रिय होता है।
- पुष्प और रोली कुमकुम: मां को ताजे फूल अर्पित करें और उन्हें रोली और कुमकुम लगाएं।
- भोग अर्पण: मां को पांच प्रकार के फल और मिष्ठान का भोग लगाएं। मां कात्यायनी को विशेष रूप से शहद का भोग अवश्य अर्पित करें।
- ध्यान और आरती: मां कात्यायनी का ध्यान करें और उनकी आरती करें।
मां कात्यायनी की आरती
जय-जय अम्बे जय कात्यायनी
जय जगमाता जग की महारानी
बैजनाथ स्थान तुम्हारा
वहा वरदाती नाम पुकारा
कई नाम है कई धाम है
यह स्थान भी तो सुखधाम है
हर मंदिर में ज्योत तुम्हारी
कही योगेश्वरी महिमा न्यारी
हर जगह उत्सव होते रहते
हर मंदिर में भगत हैं कहते
कत्यानी रक्षक काया की
ग्रंथि काटे मोह माया की
झूठे मोह से छुडाने वाली
अपना नाम जपाने वाली
बृहस्पतिवार को पूजा करिए
ध्यान कात्यायनी का धरिए
हर संकट को दूर करेगी
भंडारे भरपूर करेगी
जो भी मां को 'चमन' पुकारे
कात्यायनी सब कष्ट निवारे।।
मां कात्यायनी की महिमा
मां कात्यायनी को लेकर मान्यता है कि उनकी उपासना से सभी प्रकार के कष्ट और संकट दूर होते हैं। उनके आशीर्वाद से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का आगमन होता है। इस दिन श्रद्धालु विशेष रूप से मां का ध्यान करते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूरी करने के लिए मां से प्रार्थना करते हैं।
नवरात्रि के दौरान नौ देवियों की पूजा की जाती है, और छठे दिन मां कात्यायनी की आराधना का विशेष महत्व है। भक्तों का मानना है कि मां की कृपा से सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है और घर में सुख और समृद्धि का वास होता है।
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