दीपों की जगमगाहट और रंगोली की छटा से सजा मुरली पब्लिक स्कूल का प्रांगण! जानें, छात्रों ने कैसे मनाया दीवाली का त्योहार?
मुरली पब्लिक स्कूल में दीवाली के अवसर पर रंगोली और दीया मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। जानें, छात्रों ने कैसे अपनी कला से उत्सव को और भी खास बना दिया और किसने मारी बाजी।
30 OCt 2024 : मुरली पब्लिक स्कूल के प्रांगण में दीवाली की विशेष झलक देखने को मिली। दिनांक 30 अक्टूबर 2024 (बुधवार) को स्कूल ने रंगोली एवं दीया मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया, जिसमें छात्रों ने अपने कला कौशल से त्योहार की खूबसूरती को चार चांद लगा दिए। यह आयोजन इसलिए खास था क्योंकि इसमें न केवल दीपावली के प्रति छात्रों का उत्साह दिखा, बल्कि उनके मन में त्योहार के प्रति प्रेम और श्रद्धा भी झलक रही थी।
दीवाली का पर्व भारत में सदियों से उल्लास, खुशी और समृद्धि का प्रतीक माना गया है। कहते हैं कि अयोध्या के राजा श्रीराम, चौदह वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे, और उनके आगमन पर नगरवासियों ने घरों और गलियों को दीयों से सजाया। यही परंपरा समय के साथ दीपोत्सव बन गई। मुरली पब्लिक स्कूल में भी इस परंपरा को आधुनिक रूप में जीवंत करने का प्रयास किया गया।
प्रोग्राम की शुरुआत आदरणीय प्रिंसिपल, डॉ. नूतन रानी जी के उद्बोधन से हुई। उन्होंने छात्रों को दीवाली के महत्व से अवगत कराया और कहा कि यह पर्व केवल दीप जलाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह खुशी, भाईचारा और सद्भावना का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “प्रकाश के साथ खुशियों का यह त्योहार हमारे जीवन में उमंग भर देता है।”
रंगोली प्रतियोगिता:
प्रिंसिपल महोदया के उद्बोधन के बाद, रंगोली प्रतियोगिता की शुरुआत हुई। रंगोली प्रतियोगिता में छात्रों ने एक से एक बढ़कर रंगोली बनाई, जो उनके कला-कौशल का जीवंत प्रमाण थी। किसी ने मोर के आकर्षक रंगों से रंगोली बनाई, तो किसी ने भगवान कृष्ण के खूबसूरत चित्र को रंगों के माध्यम से प्रस्तुत किया। छात्रों ने रंगोली बनाते हुए पारंपरिक और आधुनिक दोनों शैलियों का अनोखा संगम पेश किया, जिससे देखने वालों की आँखें ठहर गईं।
दीया मेकिंग प्रतियोगिता:
रंगोली प्रतियोगिता के बाद, दीया मेकिंग प्रतियोगिता की शुरुआत हुई। इस प्रतियोगिता में छात्रों ने अपनी कल्पना को दीयों पर उकेर दिया। किसी ने दीयों को चमकीले रंगों से सजाया तो किसी ने उनमें मोती, सितारे और अन्य आकर्षक सजावटी सामग्रियों का प्रयोग कर उन्हें अलग पहचान दी। इस प्रतियोगिता में छात्रों का उत्साह देखते ही बनता था, क्योंकि हर दीया उनके अंदर की रचनात्मकता को उजागर कर रहा था।
समापन एवं पुरस्कार वितरण:
कार्यक्रम के अंतिम चरण में, स्कूल की शिक्षिका श्रीमती मिताली ने छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि “दीवाली का त्योहार हमें भाईचारे और सद्भावना के साथ मनाना चाहिए, क्योंकि यही इस पर्व की सच्ची भावना है।” अंततः प्रतियोगिता का परिणाम घोषित किया गया, जिसमें रंगोली प्रतियोगिता में वरिष्ठ वर्ग में कक्षा 10 के लक्ष्यदीप महतो ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि दीया मेकिंग प्रतियोगिता में ईशा मंडल ने बाजी मारी।
जूनियर वर्ग में केजी की आराध्या ने रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया और कक्षा 1 की दीपिका ने दीया मेकिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाया। अंत में, सभी विजेताओं को बधाई देते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया। इस विशेष आयोजन का धन्यवाद ज्ञापन शिक्षिका सुश्री सुशीला कुमारी ने किया, जिनके प्रेरक शब्दों ने छात्रों को आगे भी इसी तरह उत्सवों में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया।
मुरली पब्लिक स्कूल का यह आयोजन न केवल छात्रों के लिए एक रचनात्मक मंच बना, बल्कि दीपावली के पर्व को मनाने का एक अनोखा तरीका भी साबित हुआ।
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