MGM Arrest: एमजीएम थाना पुलिस ने छिनतई के दो आरोपी पकड़े, लूटा हुआ मोबाइल फोन बरामद हुआ
एमजीएम थाना क्षेत्र में मनोज कुमार सिंह से हुई 10,500 नकद और मोबाइल छिनतई का मामला सुलझ गया है। पुलिस ने ओलीडीह निवासी राकू प्रसाद और चंदन साव को गिरफ्तार किया है। आरोपी चंदन साव ने चोरी का मोबाइल 3,000 में खरीदने की बात कबूली। आर्म्स एक्ट और मारपीट के मामलों में जेल जा चुके इन अपराधियों का पिछला इतिहास है। फरार सहयोगी कर्मदेव कर्मकार की तलाश में पुलिस अब जुटी हुई है। जानिए इस पूरे छिनतई कांड का खुलासा और अपराधियों का नेटवर्क।
जमशेदपुर, 14 नवंबर 2025 – जमशेदपुर में अपराधियों पर एमजीएम थाना पुलिस की लगातार कार्रवाई जारी है। विगत 14 सितंबर की रात थाना क्षेत्र में हुई एक बड़ी छिनतई की घटना ने इलाके में दहशत फैला दी थी, लेकिन पुलिस ने करीब दो महीने बाद उस मामले का खुलासा करते हुए दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद अपराधियों ने पूछताछ में वह नेटवर्क खोल दिया है, जो शहर में छिनतई और चोरी के सामानों की खरीद-फरोख्त में शामिल है। सवाल यह है कि क्या यह गिरफ्तारी केवल एक छिनतई के मामले का खुलासा है, या यह जमशेदपुर के अपराध जगत में छिपे एक बड़े सिंडिकेट की ओर इशारा करता है?
छिनतई की पूरी घटना: खाना लेकर लौट रहे व्यक्ति को बनाया निशाना
14 सितंबर की रात एमजीएम थाना क्षेत्र में हुई यह वारदात बेहद चौंकाने वाली थी, जहां स्कूटी सवार अपराधियों ने लूटपाट की।
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शिकायतकर्ता: मनोज कुमार सिंह के साथ यह घटना हुई, जिन्होंने 18 सितंबर को एमजीएम थाना में मामला दर्ज कराया था।
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वारदात का समय और स्थान: रात करीब 10:30 बजे जब मनोज कुमार सिंह बालीगुमा से खाना लेकर बनमाली गार्डन स्थित अपने घर लौट रहे थे, तभी गौड़गोड़ा सरकारी स्कूल के पास स्कूटी सवार दो बदमाशों ने उनका पीछा किया।
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लूटपाट: बदमाशों ने उन्हें धक्का देकर बाइक गिरा दी, मारपीट की और 10,500 रुपये नकद के साथ एक वीवो कंपनी का मोबाइल फोन भी लूटकर फरार हो गए।
पुलिस की गिरफ्तारी: मोबाइल फोन ने खोला राज
घटना की शिकायत मिलने के बाद एमजीएम थाना पुलिस ने जांच शुरू की और आरोपियों की पहचान कर ली।
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आरोपी गिरफ्तार: पुलिस ने ओलीडीह निवासी राकू प्रसाद (29 वर्ष) और चंदन साव (25 वर्ष) को गुरुवार को गिरफ्तार किया।
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बरामदगी: पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से लूटा गया वीवो वाई35 मोबाइल फोन बरामद किया, जिसमें उसके नाम से पंजीकृत सिम लगा हुआ था, जो गिरफ्तारी का मुख्य आधार बना।
अपराधियों का नेटवर्क: 3,000 में बिका मोबाइल
पुलिस पूछताछ में अपराधियों के बीच चोरी के सामान के लेन-देन का खुलासा हुआ है, जिससे एक और अपराधी का नाम सामने आया।
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चंदन साव का खुलासा: चंदन साव ने कबूल किया कि उसने चोरी का मोबाइल सिर्फ 3,000 रुपये में राजू प्रसाद से खरीदा था।
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मुख्य आरोपी की स्वीकृति: राजू प्रसाद ने स्वीकार किया कि उसने अपने साथी कर्मदेव कर्मकार के साथ मिलकर छिनतई की घटना को अंजाम दिया था।
अपराधियों का काला इतिहास
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी पहले भी कई संगीन मामलों में जेल जा चुके हैं:
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चंदन साव: वर्ष 2023 में मारपीट व आगजनी कांड में जेल जा चुका है।
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राजू प्रसाद: वर्ष 2021 में आर्म्स एक्ट के मामले में जेल जा चुका है।
एमजीएम पुलिस अब गिरफ्तार दोनों आरोपियों से आगे की पूछताछ कर रही है और छिनतई कांड में फरार चल रहे उनके तीसरे सहयोगी कर्मदेव कर्मकार की तलाश में जुटी हुई है।
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