एमजीएम अस्पताल के जूनियर डॉक्टर भूख हड़ताल पर, OPD सेवाएं बाधित
जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल के जूनियर डॉक्टर मंगलवार सुबह से भूख हड़ताल पर हैं। ओपीडी सेवाएं सुबह बंद रहीं, मरीजों के हंगामे के बाद दोपहर 12 बजे से शुरू हुईं।
जमशेदपुर, 15 अक्टूबर 2024: जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में मंगलवार सुबह से जूनियर डॉक्टरों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी। डॉक्टर सुबह 6 बजे से भूख हड़ताल पर बैठे हैं और इसके साथ ही उन्होंने ओपीडी सेवाओं को भी बंद करने का फैसला लिया। सुबह 12 बजे तक अस्पताल में ओपीडी सेवाएं पूरी तरह बंद रहीं। इस दौरान मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा, जिससे वे नाराज होकर हंगामा करने लगे।
मरीजों के बढ़ते हंगामे को देखते हुए एमजीएम अस्पताल की अधीक्षक डॉ. शिखा रानी के निर्देश पर दोपहर 12 बजे से ओपीडी सेवाएं फिर से शुरू की गईं। हालांकि, ओपीडी सेवाओं को चालू करने के बाद भी सिर्फ सीनियर डॉक्टर ही काम कर रहे हैं। जूनियर डॉक्टर अभी भी अपने कार्य बहिष्कार पर डटे हुए हैं और भूख हड़ताल जारी है।
हड़ताल का कारण:
इस हड़ताल के पीछे कोलकाता में एक जूनियर डॉक्टर की हत्या का मामला है, जिसमें अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इस घटना से जूनियर डॉक्टरों में काफी आक्रोश है, जिसके विरोध में उन्होंने यह हड़ताल की है। फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FIMA) के बैनर तले यह हड़ताल की जा रही है, जिसे आइएमए जमशेदपुर ब्रांच का समर्थन भी मिला है।
आइएमए जमशेदपुर ब्रांच के सचिव डॉ. सौरभ चौधरी ने बताया कि जूनियर डॉक्टर सोमवार सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक भूख हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान ओपीडी सेवाएं बाधित रहेंगी।
मरीजों की समस्याएं:
ओपीडी सेवाओं के ठप होने से सैकड़ों मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह से ही अस्पताल में मरीजों की लंबी कतारें लगी रहीं, लेकिन डॉक्टरों के न मिलने से वे परेशान हो गए। दोपहर 12 बजे के बाद सेवाएं बहाल होने से मरीजों को कुछ राहत मिली।
इस विरोध के बीच एमजीएम अस्पताल की सामान्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं, और जूनियर डॉक्टरों की मांगों को लेकर अस्पताल प्रशासन और सरकार के बीच बातचीत का इंतजार किया जा रहा है।
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