लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के विदेश में संवेदनशील मुद्दों पर बयान पर विवाद
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के विदेश में संवेदनशील मुद्दों पर बयान देने को लेकर विवाद बढ़ गया है। आरोप है कि उन्होंने विदेशों में झूठ फैलाने की कोशिश की और धार्मिक उन्माद पैदा करने की कोशिश की है।
12 सितंबर 2024 - लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के विदेश में दिए गए बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। आरोप है कि राहुल गांधी विदेशों में 'संवेदनशील मुद्दों' पर बोलकर 'खतरनाक विमर्श' गढ़ने की कोशिश कर रहे हैं।
हाल ही में राहुल गांधी ने अमेरिका में देश की राष्ट्रीय पहचान, एकता और विविधता पर टिप्पणियां कीं। उनके बयान को लेकर कहा जा रहा है कि उन्होंने विदेश में रह रहे सिख समुदाय के सदस्यों के बीच झूठ फैलाने की कोशिश की। राहुल गांधी ने अपने बयानों में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाया है।
राहुल गांधी के बयान को गंभीरता से लेते हुए आलोचकों ने कहा है कि वह अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए विदेशों में भारतीयों के बीच नफरत और भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने 1984 के सिख दंगों की याद दिलाते हुए कहा कि उन दंगों में सिखों के साथ क्या हुआ था, जब उनकी ही सरकार में यह घटनाएं हुई थीं।
आरोप है कि राहुल गांधी ने अमेरिका में यह भी कहा कि सिख समुदाय के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले और कृपाण लेकर प्रधानमंत्री आवास तक गए। इसके अलावा, उन्होंने भाजपा पर धार्मिक उन्माद फैलाने का आरोप लगाया।
इस विवाद के बाद राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। विपक्ष और भाजपा के बीच बयानबाजी का सिलसिला तेज हो गया है। भाजपा का कहना है कि राहुल गांधी अपने बयानबाजी से धार्मिक उन्माद फैलाना चाहते हैं, जबकि राहुल गांधी का कहना है कि वे सच्चाई सामने ला रहे हैं और समाज में जागरूकता फैला रहे हैं।
What's Your Reaction?