खुशियों की लहर - सुरेश सचान पटेल जी, पुखरायां, कानपुर देहात , उत्तर प्रदेश
सुरेश सचान पटेल जी का जन्म 01 जून 1967 को उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के पनियांमऊ गांव में हुआ। उन्होंने नर्सिंग विज्ञान में शिक्षा प्राप्त की और वर्तमान में अर्ध सैनिक बल (आईटीबीपी) में कार्यरत हैं। वे कवि, लेखक, गीतकार, और कहानीकार हैं। उनकी रचनाएं विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं। उनके साझा काव्य संग्रहों में प्रोफाउंड राइटर, सफर शिखर तक, स्पंदन, और साहित्य रत्न 2023 शामिल हैं। सुरेश सचान पटेल को साहित्य विषारद, हिंदी गौरव सम्मान, और विश्व हिंदी साहित्य रत्न सम्मान 2023 सहित अनेक सम्मानों से सम्मानित किया गया है। उनका काव्य संग्रह "काव्य सरिता" के नाम से प्रसिद्ध है।
।।खुशियों की लहर।।
खुशियों की लहर दिल में उमंग
यादें तेरी दिल से करती हैं जंग.…1
कलियों की कसक फूलों की महक
भौरों का गुंजन चिड़ियों की चहक
बारिश की गिरती बूदों का तमंग
खुशियों की लहर दिल में उमंग
यादें तेरी दिल से करती हैं जंग.....2
ठंडे झोको में सिहर सिहर
चांँदनी रातों का ढलता पहर
गलियों का वह अपना अलंग
खुशियों की लहर दिल में उमंग
यादें तेरी दिल से करती हैं जंग....3
मदमस्त कोयलिया का कहर
बारिश से भीगा अपना शहर
जीवन में अपने सब मलंग
खुशियों की लहर दिल में उमंग
यादें तेरी दिल से करती हैं जंग.....4
नटखट बातों का सिलसिला
अब भी बाकी है कुछ गिला
मन घूमता अब जैसे निहंग
खुशियों की लहर दिल में उमंग
यादें तेरी दिल से करती हैं जंग.…5
सनसनाती सूनी रातें काली
महकती है हर शाम निराली
मिजाज मौसम का बिहंग
खुशियों की लहर दिल में उमंग
यादें तेरी दिल से करती हैं जंग.…6
।।रचयिता।।
सुरेश सचान पटेल जी
पुखरायां,कानपुर देहात
उत्तर प्रदेश
What's Your Reaction?