'खुकु समाद्दार मेमोरियल अवार्ड-2024' में शंखशुभ पात्र को प्रथम पुरस्कार, बांग्ला कविता महोत्सव का भव्य आयोजन

भिलाई नगर छत्तीसगढ़ में "बुकु दुलाल समाद्दार फाउंडेशन" के तत्वावधान में आयोजित 'खुकु समाद्दार मेमोरियल अवार्ड-2024' में शंखशुभ पात्र को प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया। महोत्सव में देश भर से 80 बांग्ला कविताएँ आईं और प्रतिष्ठित साहित्यकारों ने हिस्सा लिया।

Sep 19, 2024 - 23:35
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'खुकु समाद्दार मेमोरियल अवार्ड-2024' में शंखशुभ पात्र को प्रथम पुरस्कार, बांग्ला कविता महोत्सव का भव्य आयोजन
'खुकु समाद्दार मेमोरियल अवार्ड-2024' में शंखशुभ पात्र को प्रथम पुरस्कार, बांग्ला कविता महोत्सव का भव्य आयोजन

भिलाई नगर छत्तीसगढ़, "बुकु दुलाल समाद्दार फाउंडेशन" के तत्वावधान में 'खुकु समाद्दार मेमोरियल अवार्ड-2024' का भव्य बांग्ला कविता महोत्सव ।

देश भर से 80 बांग्ला भाषा में कविताएँ आई।

प्रथम पुरस्कार शंखशुभ पात्र

द्वितीय पुरस्कार शुभदीप माईती

तृतीय पुरस्कार - स्वप्न कुमार शर्मा

पाँच सांत्वाना पुरस्कार : जयंत दत्ता शंकर ब्रह्म ईशान चंद्र मिश्र प्रशांत बारिक और श्रीमती सुमित्रा पाल

लाईफ टाईम एचीवमेंट अवार्ड डॉ. भवानी प्रसाद मुखर्जी चंदनाभ दासगुप्ता बिमान भट्टाचार्य  मधु भट्टाचार्य देबुरॉय चौधरी जयंत चक्रवर्ती

सामाजिक, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक संस्था "खुकु दुलाल समाद्दार फाउंडेशन" और बांग्ला साहित्यिक संस्था "बंगीय साहित्य संस्था" के तत्वावधान में राष्ट्रीय बांग्ला भाषा में लिखी कविता महोत्सव का आयोजन विगत दिनों "ऑफिसर एसोसियेशन प्रगति भवन" के सभागार में संम्पन्न हुई ।

महोत्सव के मुख्य अतिथि बांग्ला के सुप्रसिद्ध कवि प्राणजी बसाक (दिल्ली) थे। अन्य विशिष्ट अतिथि श्रीमती संतोष

झांझी, श्रीमती सरला शर्मा, दीपेन्द्र हालदार और जयंत चक्रवर्ती थे। आयोजन दो सत्रों में सम्पन्न हुआ। प्रथम सत्र में कविता प्रतियोगिता में पुरस्कृत कवियों को शॉल / श्रीफल/मोमेंटो/प्रमाण पत्र एवं नगद राशि देकर सम्मानित किया गया। प्रारंभ में फाउंडेशन के संयोजक दुलाल समाद्दार ने स्वागत उद्बोधन एवं संस्था

के उद्देश्य से अवगत कराया। इस सत्र का संचालन श्रीमती माया बनर्जी ने किया।

दूसरे सत्र में कोलकाता, दिल्ली, छत्तीसगढ़ भिलाई-दुर्ग से आये 50 से अधिक रचनाकारों ने बांग्ला में कविता पाठ किए। इस सत्र का संचालन प्रकाशचंद्र मण्डल ने किया।

दोनों सत्रों का आभार व्यक्त 'बंगीय साहित्य संस्था' की सभापति श्रीमती बानी चक्रवर्ती ने किया।

इस अवसर पर प्रमुख साहित्यकार उपस्थित थे जिनमें स्मृति दत्ता, सोमाली शर्मा, प्रदीप भट्टाचार्य, प्रकाश चंद्र मण्डल, पल्लव चटर्जी, वीरेन्द्र नाथ सरकार, बृजेश मलिक, आलोक कुमार चंदा, पुलिन पाल, समरेन्द्र विश्वास, दीपाली दासगुप्ता और दुलाल समाद्दार परिवार से उनके पुत्रदय दीपांकर, शुभांकर, अलंकार एवं पुत्रवधु श्रीमती शीउली नूतन तानिया, भाई मिहीर/निखिल समाद्दार आदि सभी सदस्य, शहर के गणमान्य नागरिक, फाउंडेशन एवं बंगीय साहित्य संस्था के सभी सदस्य उपस्थित थे।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।