Jharkhand Police: माओवादी खतरे पर बड़ी कार्रवाई, 244 गिरफ्तार और 239 IED नष्ट

झारखंड पुलिस ने 2024 में माओवादी खतरे से निपटने के लिए अहम कदम उठाए। 244 माओवादी गिरफ्तार, 239 IED नष्ट, और 36 लाख के इनामी उग्रवादी दबोचे गए।

Jan 1, 2025 - 17:17
Jan 1, 2025 - 18:00
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Jharkhand Police: माओवादी खतरे पर बड़ी कार्रवाई, 244 गिरफ्तार और 239 IED नष्ट
Jharkhand Police: माओवादी खतरे पर बड़ी कार्रवाई, 244 गिरफ्तार और 239 IED नष्ट

झारखंड में माओवादी उग्रवाद को खत्म करने के लिए पुलिस ने 2024 में जबरदस्त अभियान चलाया और 244 माओवादी नेताओं और सदस्यों को गिरफ्तार किया। इनमें कई शीर्ष माओवादी नेता और उग्रवादी शामिल हैं, जिन पर भारी इनाम घोषित था। पुलिस ने दावा किया है कि यह कार्रवाई माओवादी खतरे को जड़ से खत्म करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

माओवादी गिरोह पर बड़ी कार्रवाई, शीर्ष नेता गिरफ्तार

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार माओवादियों में एक विशेष क्षेत्र समिति (एसएसी) सदस्य, दो जोनल कमांडर, छह सब-जोनल कमांडर और छह एरिया कमांडर शामिल हैं।

  • जया दी उर्फ चिंता (एसएसी सदस्य)
  • शंभू गंझू उर्फ रवि गंझू (जोनल कमांडर)
  • सीताराम रजवार उर्फ रमन रजवार (जोनल कमांडर)

इन सभी पर 10-10 लाख रुपये का इनाम घोषित था।

विभिन्न उग्रवादी समूहों पर भी कार्रवाई

माओवादी संगठनों से अलग होकर बने समूहों पर भी पुलिस ने शिकंजा कसा है। तृतीय प्रस्तुति समिति (टीपीसी) और जेजेएमपी जैसे संगठनों के प्रमुख उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया।

  • टीपीसी के आदेश कुमार गंझू और सबीता शर्मा उर्फ राजा जी
  • जेजेएमपी के शिवराज सिंह और फेंकू भुइयां उर्फ सर्वनाश

इन सभी पर कुल 36 लाख रुपये का इनाम था।

समर्पण और मुठभेड़ में बड़ी सफलता

पुलिस के अनुसार, 2024 में:

  • 24 उग्रवादियों ने समर्पण किया, जिनमें चार जोनल कमांडर और तीन एरिया कमांडर शामिल थे।
  • मुठभेड़ में 9 माओवादी मारे गए, जो लंबे समय से सक्रिय थे।

हथियार और विस्फोटक बरामदगी

पुलिस ने 2024 में बड़ी संख्या में हथियार और विस्फोटक बरामद किए:

  • 123 हथियार, जिनमें 35 लूटे गए पुलिस हथियार और 7 मानक आग्नेयास्त्र शामिल थे।
  • 246.40 किलोग्राम विस्फोटक और 13.39 लाख रुपये (लेवी से जुटाए गए) जब्त किए।
  • 239 इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) को नष्ट किया गया।

इतिहास: झारखंड और माओवादी उग्रवाद

झारखंड में माओवादी उग्रवाद की जड़ें 1980 के दशक में मजबूत हुईं। गरीब और आदिवासी समुदायों की समस्याओं को भुनाकर माओवादियों ने समर्थन जुटाया। हालांकि, पिछले एक दशक में सुरक्षा बलों ने कई सफल अभियानों के जरिये माओवादी प्रभाव को कमजोर किया है।

पुलिस की रणनीति और आगे की योजना

2024 की सफलता के बाद, पुलिस ने उग्रवाद मुक्त झारखंड का लक्ष्य रखा है। इसके लिए:

  • गुप्तचर तंत्र मजबूत किया जा रहा है।
  • आधुनिक तकनीकों और उपकरणों के जरिये ऑपरेशन की दक्षता बढ़ाई जा रही है।
  • ग्रामीण इलाकों में विकास योजनाओं को लागू कर, माओवादी प्रभाव को कमजोर करने का प्रयास जारी है।

क्या कहते हैं अधिकारी?

आईजी (ऑपरेशन) एवी होमकर ने कहा कि माओवादी उग्रवाद को खत्म करने के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत है। 2024 में हुई कार्रवाई से माओवादियों की ताकत को करारा झटका लगा है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे पुलिस का सहयोग करें और उग्रवादियों के खिलाफ खड़े हों।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।