Jharkhand Weather : झारखंड में 'चक्रवात मोंथा' का बड़ा हमला, 5 जिले हाई अलर्ट पर, रांची में तापमान में सीधी गिरावट का बड़ा खतरा
क्या आप जानते हैं कि चक्रवात मोंथा के कारण झारखंड के किन 5 जिलों में सबसे भारी बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी जारी की गई है? रांची में न्यूनतम तापमान अचानक 4-5 डिग्री तक क्यों गिरने वाला है? 2 नवंबर की सुबह धुंध और कोहरे को लेकर वाहन चालकों को विशेष चेतावनी क्यों दी गई है? जानें आईएमडी का 'येलो अलर्ट' क्या है और प्रशासन राहत कार्य के लिए कैसे तैयार है! पूरी जानकारी पढ़ें!
झारखंड की राजधानी रांची समेत पूरे राज्य में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। बंगाल की खाड़ी से उठे शक्तिशाली चक्रवात 'मोंथा' का सीधा असर अब झारखंड में दिख रहा है, जिसके चलते भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आज अधिकांश क्षेत्रों के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया है। यह तूफान न केवल जनजीवन को प्रभावित कर रहा है, बल्कि राज्य में इस साल की कड़ाके की ठंड की असमय शुरुआत का कारण भी बनने वाला है।
'मोंथा' का खौफ: 40 किमी/घंटा की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
मौसम विभाग की बुलेटिन के अनुसार, चक्रवात मोंथा का सबसे अधिक प्रभाव राज्य के उत्तरी-पश्चिमी और मध्य भागों में देखने को मिलेगा। प्रशासन ने इन क्षेत्रों में लोगों को अत्यधिक सतर्क रहने की सलाह दी है।
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भारी बारिश की चेतावनी: तूफान के चलते 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं, गंभीर गर्जन-तड़ित और भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
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हाई अलर्ट जिले: सिमडेगा, पश्चिमी सिंहभूम, खूंटी एवं गुमला जिलों में गुरुवार को भी खासकर भारी बारिश की संभावना जताई गई है, जहां जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है।
सुबह से रुक-रुककर हो रही बारिश और तेज हवाओं ने रांची समेत कई जिलों में यातायात को बुरी तरह प्रभावित किया है, जिससे स्कूल और ऑफिस जाने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जलजमाव की संभावना को देखते हुए राहत एवं बचाव दलों को तैयार रखा गया है।
तापमान में सीधी गिरावट: रांची में ठंड का असमय हमला
मौसम वैज्ञानिकों ने एक और बड़ी और चिंताजनक भविष्यवाणी की है, जिसका सीधा असर राज्य के जनजीवन पर पड़ेगा।
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ठंड का आगमन: मौसम विज्ञानी के अनुसार, जैसे ही गिरते हुए बादल हटेंगे, राज्य में तापमान में तेजी से गिरावट आएगी।
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4-5 डिग्री की संभावना: खासकर रांची में न्यूनतम तापमान अचानक 4 से 5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। यह गिरावट सामान्य से काफी पहले है, जिसका मतलब है कि ठंड का असर इस साल काफी जल्दी और कड़ाके का हो सकता है।
झारखंड में ठंड का इतिहास रहा है कि यहां तापमान अक्सर इतनी तेजी से गिरता है कि गरीब और बुजुर्ग लोगों के लिए यह जानलेवा साबित होता है। प्रशासन को अभी से ही गरीबों के लिए रैन-बसेरों और हीटरों की व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए।
2 नवंबर को विशेष चेतावनी: सड़क पर चलने वाले हो जाएं सावधान!
मौसम विभाग ने 2 नवंबर की सुबह को लेकर विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।
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धुंध और कोहरा: अनुमान है कि 2 नवंबर की सुबह रांची समेत राज्य के कई हिस्सों में धुंध और कोहरे की स्थिति बन सकती है, जिसके कारण दृश्यता बहुत कम हो जाएगी।
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सुरक्षा के निर्देश: वाहन चालकों तथा यात्रियों को सड़क पर चलते समय विशेष सावधानी बरतने, फॉग लाइट का प्रयोग करने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
दोपहर के बाद मौसम के सुखा रहने की संभावना है, लेकिन सुबह और रात की ठंड और धुंध अगले कुछ दिनों तक झारखंड के जनजीवन को प्रभावित कर सकती है।
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