Jamtara Loot: बड़ा कांड, कायस्तपाड़ा में दिनदहाड़े बालाजी ज्वेलर्स लुटा, विरोध पर अमन वर्मा को मारी गोली, फायरिंग से दहला बाजार

जामताड़ा के व्यस्त कायस्तपाड़ा चौक पर बालाजी ज्वेलर्स में तीन हथियारबंद बदमाशों ने लूटपाट कर दुकानदार अमन वर्मा को गोलियों से भून दिया है। शाम ढलते ही भीड़भाड़ वाले बाजार में मचे इस खूनी तांडव और अपराधियों के भागने की पूरी सनसनीखेज हकीकत यहाँ दी गई है वरना आप भी शहर के बीचों-बीच सक्रिय इस खूंखार डकैत गिरोह के अगले हमले से अनजान रह जाएंगे।

Dec 24, 2025 - 20:56
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Jamtara Loot: बड़ा कांड, कायस्तपाड़ा में दिनदहाड़े बालाजी ज्वेलर्स लुटा, विरोध पर अमन वर्मा को मारी गोली, फायरिंग से दहला बाजार
Jamtara Loot: बड़ा कांड, कायस्तपाड़ा में दिनदहाड़े बालाजी ज्वेलर्स लुटा, विरोध पर अमन वर्मा को मारी गोली, फायरिंग से दहला बाजार

जामताड़ा, 24 दिसंबर 2025 – झारखंड का जामताड़ा जिला, जो अब तक केवल साइबर अपराधों के लिए चर्चा में रहता था, बुधवार की शाम गोलियों की गूँज और दुस्साहसिक डकैती से दहल उठा। शहर के सबसे व्यस्त और व्यापारिक केंद्र कायस्तपाड़ा चौक पर स्थित बालाजी ज्वेलर्स में तीन हथियारबंद बदमाशों ने फिल्मी अंदाज में धावा बोला। अपराधियों ने न केवल कीमती आभूषणों पर हाथ साफ किया, बल्कि विरोध करने पर युवा दुकानदार अमन वर्मा को दो गोलियां मार दीं। इस वारदात ने जामताड़ा पुलिस की गश्त और सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर गहरा सवालिया निशान लगा दिया है।

इतिहास: जामताड़ा का बदलता क्राइम ग्राफ और 'गन कल्चर'

ऐतिहासिक रूप से जामताड़ा को दुनिया भर में 'साइबर ठगी' की राजधानी के रूप में जाना जाता रहा है। 2010 के बाद यहाँ 'पेन और कीपैड' से लूटने वाले अपराधियों की संख्या बढ़ी थी, लेकिन पिछले 2-3 वर्षों में यहाँ एक खतरनाक बदलाव आया है। अब अपराधी तकनीक के साथ-साथ 'देसी कट्टा' और विदेशी पिस्टल का इस्तेमाल कर भौतिक लूट (Physical Robbery) की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। कायस्तपाड़ा चौक हमेशा से शहर का आर्थिक हृदय रहा है, जहाँ करोड़ों का कारोबार होता है। 1990 के दशक में यहाँ छोटी-मोटी चोरियाँ होती थीं, लेकिन बुधवार की इस 'दिनदहाड़े डकैती' ने यह साबित कर दिया है कि अपराधी अब पुलिस के खौफ से पूरी तरह मुक्त हो चुके हैं।

शाम 6 बजे का वो 'खूनी तांडव': बाजार में भगदड़

बुधवार शाम करीब छह बजे जब बाजार अपनी पूरी रौनक पर था, तभी एक मोटरसाइकिल पर सवार तीन नकाबपोश युवक कायस्तपाड़ा चौक पहुँचे।

  • हथियार के बल पर कब्ज़ा: बदमाश सीधे बालाजी ज्वेलर्स के अंदर घुसे और ग्राहकों व कर्मचारियों पर पिस्टल तान दी।

  • अमन वर्मा का साहस: दुकान मालिक अमन वर्मा ने जब लुटेरों को रोकने की कोशिश की और शोर मचाया, तो बदमाशों ने बिना सोचे-समझे उन पर दो गोलियां दाग दीं।

  • दहशत और भागमभाग: गोली चलते ही पूरे चौक पर अफरा-तफरी मच गई। लोग अपनी दुकानें छोड़कर भागने लगे। इसी का फायदा उठाकर डकैत गहनों से भरा बैग लेकर फायरिंग करते हुए कायस्तपाड़ा मोहल्ले की संकरी गलियों में गायब हो गए।

व्यापारियों में भारी आक्रोश: सुरक्षा पर सवाल

घटना के बाद घायल अमन वर्मा को आनन-फानन में सदर अस्पताल जामताड़ा ले जाया गया, जहाँ उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। इस वारदात ने शहर के व्यापारियों के सब्र का बांध तोड़ दिया है।

  1. पुलिस की विफलता: व्यवसायियों का आरोप है कि इतने व्यस्त इलाके में शाम के समय पुलिस की मौजूदगी शून्य थी।

  2. बाजार बंद की चेतावनी: स्थानीय चैम्बर ऑफ कॉमर्स ने चेतावनी दी है कि अगर 24 घंटे के भीतर बदमाशों की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो जामताड़ा बाजार अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया जाएगा।

  3. CCTV की पड़ताल: पुलिस ने दुकान और चौक पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले हैं, जिसमें बाइक सवार हमलावरों का हुलिया और भागने की दिशा साफ दिख रही है।

डकैती कांड का संक्षिप्त विवरण (Case Snapshot)

विवरण जानकारी
निशाना बालाजी ज्वेलर्स, कायस्तपाड़ा चौक
पीड़ित अमन वर्मा (2 गोलियां लगी हैं)
अपराधियों की संख्या 03 (मोटरसाइकिल पर सवार)
वक्त बुधवार शाम, करीब 06:00 बजे
वर्तमान स्थिति पुलिस की छापेमारी जारी, शहर में नाकाबंदी

पुलिस की कार्रवाई: 'जल्द होगा पर्दाफाश'

जामताड़ा एसपी के निर्देश पर जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया है। पुलिस का मानना है कि अपराधी स्थानीय हो सकते हैं या पास के गिरिडीह या धनबाद जिले से आए पेशेवर शूटर हो सकते हैं। आसपास के थानों को अलर्ट पर रखा गया है और संदिग्धों की धरपकड़ के लिए सघन तलाशी अभियान (Combing Operation) चलाया जा रहा है।

दहशत की गिरफ्त में जामताड़ा के व्यापारी

कायस्तपाड़ा की यह वारदात जामताड़ा के लिए एक खतरे की घंटी है। साइबर अपराध की छवि से जूझ रहे इस जिले में अब 'हथियारबंद डकैती' का नया ट्रेंड सुरक्षा एजेंसियों के लिए सिरदर्द बन गया है। अमन वर्मा की बहादुरी ने उनकी दुकान तो पूरी तरह लुटने से बचा ली, लेकिन उनकी जान पर बन आई है। अब सबकी नजरें पुलिस पर टिकी हैं कि वे कितनी जल्दी इन खूनी डकैतों को कानून के शिकंजे में कसते हैं।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।