क्या आपने देखा जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय में कारगिल विजय दिवस का उत्सव? जानें क्या था खास!

जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय की एनसीसी इकाई ने कारगिल विजय दिवस पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। चित्रकला, कविता प्रतियोगिताएं और कारगिल युद्ध के नायकों को श्रद्धांजलि देते हुए, इस आयोजन ने देशभक्ति और गर्व की भावना को प्रोत्साहित किया।

Jul 26, 2024 - 19:32
क्या आपने देखा जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय में कारगिल विजय दिवस का उत्सव? जानें क्या था खास!
क्या आपने देखा जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय में कारगिल विजय दिवस का उत्सव? जानें क्या था खास!

जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय की एनसीसी इकाई द्वारा शुक्रवार, 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कारगिल युद्ध में भारतीय सैनिकों की वीरता और बलिदान को सम्मानित करना था। 1999 में ऑपरेशन विजय के दौरान पाकिस्तानी घुसपैठियों को हराकर कारगिल की ऊंचाइयों को सुरक्षित करने के भारतीय सेना के पराक्रम को इस कार्यक्रम में स्मरण किया गया।

उत्सव में चित्रकला और कविता प्रतियोगिताएं भी शामिल थीं, जिसमें 35 कैडेट्स ने सक्रिय रूप से भाग लिया और अपनी कला-प्रतिभा और देशभक्ति के जज्बे का प्रदर्शन किया। कुलपति डॉ. अंजिला गुप्ता ने इस अवसर पर कहा कि 35 एनसीसी कैडेट्स की भागीदारी हमारी छात्राओं की भावना और समर्पण का प्रमाण है। इस प्रकार के कार्यक्रमों से युवाओं में देशभक्ति और गर्व की भावना उत्पन्न होती है और उन्हें हमारे सैनिकों द्वारा देश की सुरक्षा के लिए किए गए बलिदानों की याद दिलाई जाती है।

कार्यक्रम में कारगिल विजय दिवस पर एक लघु फिल्म, एक भावपूर्ण नाटक, और सीटीओ प्रीति द्वारा एक ज्ञानवर्धक व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। इन गतिविधियों ने कारगिल विजय दिवस के महत्व को गहराई से समझाया और कारगिल युद्ध के नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

कार्यक्रम का समापन हिंदी विभाग की अध्यक्ष डॉ. नूपुर अन्विता मिंज के प्रेरणादायक वक्तव्य के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने हमारे शहीदों को याद करने के महत्व को रेखांकित किया। एसयूओ अनमोल परी मिश्रा ने धन्यवाद ज्ञापन में सभी प्रतिभागियों और आयोजकों के प्रयासों की सराहना की। उत्सव का समापन सभी के द्वारा एनसीसी गीत की प्रस्तुति के साथ हुआ। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी और छात्राएं उपस्थित थीं।

Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।