Jamshedpur Tribute: वीर शहीद निर्मल महतो की जयंती पर झारखंड के नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
जमशेदपुर के चमरिया गेस्ट हाउस के सामने वीर शहीद निर्मल महतो की जयंती पर झारखंड सरकार के मंत्रियों और प्रमुख नेताओं ने माला अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। जानिए इस खास मौके पर क्या बोले झारखंड के दिग्गज नेता।
जमशेदपुर, 26 दिसंबर: झारखंड के स्वतंत्रता संग्राम और सामाजिक अधिकारों के संघर्ष के प्रतीक वीर शहीद निर्मल महतो की जयंती पर मंगलवार को एक भव्य श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम चमरिया गेस्ट हाउस के सामने आयोजित हुआ, जिसमें झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन, इचागढ़ विधायक सविता महतो, जुगसलाई विधायक मंगल कालिंदी, और अन्य प्रमुख नेताओं ने हिस्सा लिया।
निर्मल महतो: झारखंड के संघर्ष का चेहरा
निर्मल महतो झारखंड आंदोलन के एक ऐसे नाम हैं जिन्होंने सामाजिक न्याय और अधिकारों के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उनका जीवन झारखंड अलग राज्य के निर्माण के संघर्ष और समाज के पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए समर्पित था। 1980 के दशक में निर्मल महतो ने आंदोलन को नई दिशा दी और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को मजबूती प्रदान की।
कार्यक्रम की शुरुआत
इस विशेष अवसर पर शहीद निर्मल महतो की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत हुई। शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने अपने संबोधन में कहा, "निर्मल महतो ने झारखंड के लिए जो सपने देखे थे, उन्हें पूरा करना हमारी जिम्मेदारी है। उनका बलिदान हमें हमेशा प्रेरणा देता रहेगा।"
नेताओं ने व्यक्त किए विचार
कार्यक्रम में इचागढ़ विधायक सविता महतो ने कहा कि निर्मल महतो का योगदान झारखंड के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। वहीं, जुगसलाई विधायक मंगल कालिंदी ने कहा कि निर्मल महतो जैसे नेताओं की कुर्बानी ने झारखंड को एक अलग पहचान दिलाई।
युवा नेता प्रहलाद लोहरा का संबोधन
झामुमो युवा नेता प्रहलाद लोहरा ने कहा, "निर्मल महतो के बलिदान से आज झारखंड का हर युवा प्रेरित है। हम उनके बताए मार्ग पर चलते हुए झारखंड के विकास के लिए कार्य करेंगे।"
कार्यक्रम में शामिल प्रमुख हस्तियां
इस आयोजन में शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन, इचागढ़ विधायक सविता महतो, जुगसलाई विधायक मंगल कालिंदी, वरिष्ठ नेता मोहन कर्मकार, पूर्व सांसद सुमन महतो, राजू गिरी, प्रमोद लाल, अंकित सिंह, पिंटू लाल, और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इसके साथ ही केंद्र, जिला, नगर, और प्रखंड स्तर के कई नेता और कार्यकर्ता भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
झारखंड आंदोलन की विरासत
झारखंड के निर्माण के लिए किए गए संघर्ष में निर्मल महतो का नाम सबसे आगे है। उनके विचार और उनका संघर्ष झारखंड के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। झारखंड के हर कोने में उनकी जयंती बड़े सम्मान के साथ मनाई जाती है।
कार्यक्रम की झलकियां
- शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने शहीद निर्मल महतो के बलिदान को याद किया।
- जयंती समारोह में बड़ी संख्या में युवा और वरिष्ठ नेताओं की भागीदारी रही।
- कार्यक्रम का संचालन युवा नेता प्रहलाद लोहरा ने किया।
समाप्ति पर संदेश
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित नेताओं ने झारखंड के विकास और शहीद निर्मल महतो के सपनों को पूरा करने का संकल्प लिया। इस अवसर पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने समाज के पिछड़े और वंचित वर्गों के लिए काम करने का संदेश दिया।
वीर शहीद निर्मल महतो की जयंती पर यह कार्यक्रम न केवल उनके बलिदान को सम्मान देने का माध्यम बना, बल्कि झारखंड के विकास और एकजुटता का संदेश भी दिया। झारखंड की युवा पीढ़ी के लिए यह दिन प्रेरणा का प्रतीक है।
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