Sonari Fraud: सोनारी में बुजुर्ग शांति देवी का घर और 25 लाख रुपये धोखाधड़ी से हड़पे, अनपढ़ महिला से आधार कार्ड के बहाने सबूत लिया
जमशेदपुर के सोनारी परदेसी पाड़ा में मकान विवाद को लेकर हंगामा हुआ। अनपढ़ बुजुर्ग महिला शांति देवी का घर फर्जी तरीके से के.वी. आनंद ने अपनी पत्नी के नाम करा लिया और रिटायरमेंट के 25 लाख रुपये बैंक से निकाले। पड़ोस के गवाह पर मारपीट हुई। समाज सेविका पिंकी महंती ने प्रशासन से उचित जांच की मांग की है। जानिए इस चौंकाने वाले मामले का पूरा सच।
जमशेदपुर, 10 नवंबर 2025 – जमशेदपुर के सोनारी थाना क्षेत्र के परदेसी पाड़ा में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां मकान विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर हंगामा हुआ। इस विवाद के केंद्र में एक अनपढ़ बुजुर्ग महिला शांति देवी हैं, जिन्होंने के.वी. आनंद नामक व्यक्ति पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शांति देवी का आरोप है कि फर्जी तरीके से न केवल उनका घर हथिया लिया गया, बल्कि उनके रिटायरमेंट के करीबन 25 लाख रुपये भी बैंक से निकाल लिए गए। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि अनपढ़ बुजुर्ग से धोखाधड़ी करने के लिए आधार कार्ड ठीक कराने का बहाना क्यों बनाया गया, और जब यह मामला कोर्ट में चल रहा है, तो पीड़िता को घर से निकलने के लिए क्यों प्रताड़ित किया जा रहा है?
आधार कार्ड के बहाने धोखाधड़ी: लाखों रुपये का खेल
पीड़ित बुजुर्ग महिला शांति देवी का कहना है कि उनकी निरक्षरता का फायदा उठाकर उनके साथ यह बड़ा धोखा किया गया।
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पीड़िता का बयान: शांति देवी ने बताया कि वह पढ़ी-लिखी नहीं हैं और के.वी. आनंद ने उनसे कहा कि उनका आधार कार्ड गलत है और वह उसे ठीक करा देंगे।
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संपत्ति हड़पी: आधार ठीक कराने के बहाने सारा दस्तावेज लेकर के.वी. आनंद ने फर्जी तरीके से शांति देवी का घर अपनी पत्नी के नाम करा लिया।
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बैंक फ्रॉड: इसके अलावा, फर्जी तरीके से उनके बैंक खाते में रखे करीबन 25 लाख रुपये भी निकाल लिए गए हैं।
गवाह पर हमला: मामला कोर्ट में होने पर भी प्रताड़ना
शांति देवी ने बताया कि इस मामले को लेकर उन्होंने पहले ही केस दर्ज करा दिया है, जो कोर्ट में चल रहा है। बावजूद इसके, उन्हें घर से निकलने को कहा जाता है और मारपीट कर प्रताड़ित किया जाता है।
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पड़ोसी का बयान: पड़ोस के रहने वाले बैकुंठ प्रसाद सिंह ने इस धोखाधड़ी की पुष्टि की और कहा कि वह इस केस के गवाह भी हैं।
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गवाह पर मारपीट: बैकुंठ प्रसाद सिंह ने आरोप लगाया कि गवाह होने के कारण सोमवार को उनके साथ भी मारपीट की गई।
दूसरे पक्ष का दावा: 11 लाख में खरीदा था घर
मामले में दूसरा पक्ष, जिसका नेतृत्व के.वी. आनंद की पत्नी कर रही हैं, ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
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खरीदने का दावा: दूसरे पक्ष के लोगों का कहना है कि यह घर उनका है और उन्होंने इसे 2013 में 11 लाख 10 हजार रुपये में खरीदा था। उन्होंने किसी भी तरह के फर्जीवाड़े या बैंक से पैसे निकालने से इनकार किया है।
समाज सेविका पिंकी महंती और अन्य स्थानीय लोगों ने प्रशासन से उचित और निष्पक्ष जांच की मांग की है, ताकि पीड़ित बुजुर्ग महिला शांति देवी को न्याय मिल सके। यह मामला दिखाता है कि किस तरह से जमीन और पैसे को लेकर विवाद बुजुर्गों के जीवन को मुश्किल बना सकते हैं।
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