जमशेदपुर, 12 जनवरी 2025: शनिवार रात जमशेदपुर के सोनारी थाना क्षेत्र में मरीन ड्राइव के बिंदल मॉल के पास एक बड़ी सड़क दुर्घटना हुई। इस घटना में एक कार सड़क किनारे खड़े ट्रेलर से टकरा गई, जिससे कार का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में तीन लोग घायल हो गए, जिन्हें तत्काल टीएमएच अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस दुर्घटना के बाद ट्रेलर चालक मौके से फरार हो गया।
हादसे की पूरी कहानी:
घटना के मुताबिक, तीन युवक साकची से सोनारी की ओर जा रहे थे। जब वे बिंदल मॉल के पास पहुंचे, तो सड़क पर खड़ा एक ट्रेलर उनकी कार से टकरा गया। जानकारी के अनुसार, ट्रेलर चालक सड़क पर अपनी गाड़ी खड़ी कर चाय पीने के लिए nearby दुकान पर चला गया था, और उसी दौरान यह हादसा हुआ। कार का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन चालक मौके से फरार हो गया।
स्थानीय लोगों ने घायलों को इलाज के लिए टीएमएच भेजा, जहां दो घायलों, देवाशीष दास और निमायत कुमार, का इलाज चल रहा है, जबकि तीसरे को प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया।
लोगों का आक्रोश और सड़क सुरक्षा पर सवाल:
इस दुर्घटना के बाद, स्थानीय लोगों में आक्रोश का माहौल देखने को मिला। उनका कहना है कि सड़क किनारे खड़े वाहन अकसर दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं, और कई बार इसकी शिकायत पुलिस से की जा चुकी है, लेकिन पुलिस इस पर कोई कार्रवाई नहीं करती। लोग यह सवाल भी उठा रहे हैं कि क्यों पुलिस और प्रशासन सड़क किनारे खड़े वाहनों के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाते, जो आये दिन दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं।
सड़क दुर्घटनाओं का इतिहास और सुरक्षा उपाय:
सोनारी मरीन ड्राइव, जो जमशेदपुर का एक प्रमुख मार्ग है, पहले भी सड़क दुर्घटनाओं का गवाह बन चुका है। यहां पर अक्सर यातायात के नियमों का उल्लंघन होते देखा जाता है, और खासकर खड़ी गाड़ियों के कारण हादसे बढ़ रहे हैं। इससे पहले भी कई बार सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों से टकराकर वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं, जिससे कई लोगों की जान भी जा चुकी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि सड़क पर खड़े वाहनों के कारण न केवल ट्रैफिक जाम होता है, बल्कि दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए, यातायात नियमों को कड़ा बनाने और पार्किंग के लिए उचित स्थानों का निर्माण करने की आवश्यकता है।
क्या हो सकती है समाधान?
जमशेदपुर के नागरिकों का मानना है कि सड़क किनारे खड़े वाहनों पर कड़ी कार्रवाई की जाए और सख्त नियम लागू किए जाएं। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि वे ऐसे वाहनों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करें और पार्किंग के लिए विशेष स्थानों की व्यवस्था करें ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।
जमशेदपुर के सोनारी मरीन ड्राइव पर हुए इस सड़क हादसे ने यह साबित कर दिया कि सड़क किनारे खड़ी गाड़ियां कितनी खतरनाक साबित हो सकती हैं। हालांकि तीन युवक इस दुर्घटना में घायल हुए हैं, लेकिन अगर प्रशासन जल्द इस पर ध्यान नहीं देगा, तो भविष्य में और भी कई लोग अपनी जान गंवा सकते हैं। सड़क सुरक्षा के लिहाज से यह एक गंभीर मामला है, जिसे सुलझाने की आवश्यकता है।