Jamshedpur Preparation: रामनवमी महोत्सव पर संकट? समिति ने प्रशासन से की बड़ी मांग!
जमशेदपुर में रामनवमी आयोजन पर संकट? अखाड़ा समिति ने प्रशासन से फ्लाईओवर निर्माण रोकने, अखाड़ों के लिए नए स्थान और सुरक्षा व्यवस्था की मांग की। जानें पूरी खबर!

जमशेदपुर: रामनवमी महोत्सव के सफल आयोजन को लेकर केंद्रीय रामनवमी अखाड़ा समिति पूरी तरह सक्रिय हो गई है। बुधवार को समिति के अध्यक्ष आशुतोष सिंह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त अनन्या मित्तल से मुलाकात कर प्रशासन के समक्ष कई अहम मांगें रखीं। सबसे बड़ी चिंता मानगो क्षेत्र में निर्माणाधीन फ्लाईओवर को लेकर थी, जिससे रामनवमी शोभायात्रा और अन्य धार्मिक कार्यक्रमों में बाधा पहुंचने की आशंका जताई गई।
फ्लाईओवर बना बाधा, समिति ने रखी बड़ी मांग!
समिति ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपते हुए आग्रह किया कि नवरात्रि और रामनवमी के दौरान मानगो फ्लाईओवर निर्माण कार्य को अस्थायी रूप से रोका जाए। ऐसा न करने पर हिंदू नववर्ष यात्रा, कलश यात्रा, छठ महापर्व और नवमी जुलूस जैसे आयोजनों के सफल संचालन में दिक्कत आ सकती है।
समिति की चिंता जायज भी है। रामनवमी के दौरान हजारों श्रद्धालु सड़कों पर उतरते हैं, ढोल-नगाड़ों और झांकियों के साथ भव्य शोभायात्राएं निकलती हैं। ऐसे में निर्माण कार्य से ट्रैफिक बाधित होने का खतरा रहेगा, जिससे आयोजन प्रभावित हो सकता है।
अखाड़ों की जगह पर भी संकट!
समिति ने यह भी बताया कि फ्लाईओवर निर्माण के चलते कई अखाड़ा समितियों के स्थायी स्थल प्रभावित हुए हैं। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि इन अखाड़ों के लिए नए स्थान की व्यवस्था की जाए और उन्हें परंपरागत तरीके से आयोजन की अनुमति दी जाए।
इतिहास पर नजर डालें तो, जमशेदपुर में रामनवमी का आयोजन 100 से भी ज्यादा वर्षों से बेहद भव्य तरीके से होता आया है। यहां अखाड़ा परंपरा खास मायने रखती है, जहां युवा शस्त्रकला और पारंपरिक कौशल का प्रदर्शन करते हैं। यदि अखाड़ों को स्थान न मिला तो यह परंपरा प्रभावित हो सकती है।
सुरक्षा और रोशनी की भी उठी मांग
इसके अलावा समिति ने डिमना चौक से मानगो चौक तक शोभायात्रा के मार्ग पर स्ट्रीट लाइट की समुचित व्यवस्था करने की मांग रखी। रामनवमी के दौरान शाम को निकलने वाली शोभायात्रा में लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं, ऐसे में पर्याप्त रोशनी का इंतजाम जरूरी है ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
उपायुक्त ने दिया आश्वासन
उपायुक्त अनन्या मित्तल ने समिति की मांगों को गंभीरता से सुना और भरोसा दिलाया कि प्रशासन रामनवमी से पहले आवश्यक कदम उठाएगा। उन्होंने कहा कि त्योहार का आयोजन पूरी भव्यता और सुरक्षा के साथ हो, इसके लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
कौन-कौन था इस अहम बैठक में?
इस बैठक में केंद्रीय रामनवमी अखाड़ा समिति के अध्यक्ष आशुतोष सिंह, उपाध्यक्ष धर्मेंद्र प्रसाद, संयोजक प्रमोद तिवारी, कोषाध्यक्ष शंभू मुखी, सचिव अर्जुन शर्मा, सह-सचिव राघवेंद्र मिश्रा, संतोष कालिंदी और अन्य प्रमुख सदस्य मौजूद रहे।
जमशेदपुर में रामनवमी सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि आस्था और परंपरा का प्रतीक है। अखाड़ा समितियों ने प्रशासन से जो मांगें रखी हैं, वे आयोजन की सफलता के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। अब सबकी नजर इस पर है कि प्रशासन कितनी जल्दी इन समस्याओं का समाधान करता है, ताकि श्रद्धालु निर्बाध रूप से अपनी आस्था को व्यक्त कर सकें।
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