Jamshedpur Protest: हेमंत सरकार पर आरोप, जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में धांधली के खिलाफ भाजपा युवा मोर्चा का गुस्सा फूटा!
जमशेदपुर में भाजपा युवा मोर्चा ने जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में धांधली के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। जानें, कैसे हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ युवा मोर्चा ने उठाई आवाज़ और क्या है सीबीआई जांच की मांग।
जमशेदपुर, 14 दिसंबर 2024: झारखंड में जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में कथित धांधली का मामला अब अदालत में विचाराधीन है, लेकिन राज्य सरकार द्वारा इस मुद्दे की अनदेखी और हेमंत सोरेन सरकार के इशारे पर आयोग द्वारा परीक्षा परिणाम जारी कर दिए गए। इससे राज्य के लाखों युवाओं के साथ भारी अन्याय हुआ है। यह सवाल उठता है कि क्या राज्य सरकार जानबूझकर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है?
इस मुद्दे पर भारतीय जनता युवा मोर्चा (भा.ज.यु.मो.) ने जमशेदपुर में अपना विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है। भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को जमशेदपुर के साकची गोलचक्कर तक एक प्रदर्शन निकाला। इस प्रदर्शन में वे हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ कड़ी नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री का पुतला दहन भी किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व भाजपा युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष नीतिश कुमार ने किया।
पुलिस लाठीचार्ज और विरोध को दबाने की कोशिश
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि राज्य सरकार जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में हुई धांधली को नजरअंदाज कर रही है। इसके विरोध में जब अभ्यर्थी सड़क पर उतरे और अपनी आवाज उठाई, तो सरकार ने उन पर बर्बर तरीके से लाठीचार्ज कर दिया। नीतिश कुशवाहा, भाजपा युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष, ने कहा कि यह कदम लोकतंत्र का घोर उल्लंघन है, क्योंकि किसी भी सरकार का काम जनता की समस्याओं का समाधान करना है, न कि उन्हें दबाना।
उन्होंने कहा, "हेमंत सोरेन सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खेल रही है। जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में हुई धांधली के बाद, जिस तरह से छात्रों के विरोध को दबाया गया, वह बिल्कुल गलत है। भाजपा युवा मोर्चा हमेशा झारखंड के युवाओं के साथ खड़ा रहेगा और इस भ्रष्टाचार के खिलाफ सीबीआई जांच करवाने की मांग करेगा।"
क्या है जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में धांधली का मुद्दा?
जेएसएससी सीजीएल परीक्षा राज्य के युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा है, लेकिन कथित धांधली के कारण लाखों युवाओं का भविष्य अंधेरे में है। हजारों उम्मीदवारों का कहना है कि परीक्षा में अन्यायपूर्ण तरीके से परिणाम घोषित किए गए हैं। इसके बाद जब अभ्यर्थियों ने विरोध किया, तो राज्य सरकार ने पूरी तरह से उन्हें नजरअंदाज किया और परिणामों में सुधार की कोई कोशिश नहीं की।
अब, भाजपा युवा मोर्चा ने सीबीआई जांच की मांग की है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस मामले में जो भी दोषी है, उसे कड़ी सजा मिले। भाजपा युवा मोर्चा का कहना है कि हेमंत सोरेन सरकार को जल्द से जल्द इस मामले की जांच करवानी चाहिए और युवाओं के साथ हो रहे अन्याय को तुरंत रोका जाना चाहिए।
आगे क्या होगा?
भा.ज.यु.मो. ने यह स्पष्ट किया है कि वे इस मामले को लेकर सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करेंगे। नीतिश कुशवाहा ने कहा कि सरकार को यह समझना होगा कि अगर युवाओं का भविष्य दांव पर होगा, तो उनकी आवाज़ भी बुलंद होगी। भाजपा युवा मोर्चा का कहना है कि यह मुद्दा सिर्फ पार्टी का नहीं, बल्कि झारखंड के हर युवा का है।
भा.ज.यु.मो. के कार्यकर्ताओं ने जोर देकर कहा कि अगर सरकार ने इस मुद्दे पर कड़ी कार्रवाई नहीं की, तो आने वाले दिनों में और अधिक विरोध प्रदर्शन और आंदोलन हो सकते हैं।
क्या होगी आगे की कार्रवाई?
इस बीच, भाजपा युवा मोर्चा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से अपील की है कि वह सीबीआई जांच के आदेश जारी करें और यह सुनिश्चित करें कि झारखंड के युवाओं के साथ हो रहे अन्याय को रोका जाए। वहीं, पार्टी ने यह भी चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे अगले चरण में और तेज़ आंदोलन करेंगे।
इस मुद्दे पर क्या फैसला होता है और क्या राज्य सरकार युवाओं की आवाज़ सुनकर उचित कदम उठाएगी? यह सवाल झारखंड के लाखों युवाओं के भविष्य से जुड़ा हुआ है, और इसके उत्तर के लिए राज्य सरकार को जल्द ही जवाब देना होगा।
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