Jamshedpur Gulmohur School : गुलमोहर स्कूल की प्रधानाचार्य को श्री श्री अवार्ड से सम्मानित!
गुलमोहर स्कूल की प्रधानाचार्य, श्रीमती प्रीति सिन्हा को बंगलौर में राष्ट्रीय श्री श्री अवार्ड से सम्मानित किया गया। जानिए इस सम्मान के पीछे की पूरी कहानी!
Jamshedpur, January 30: जामशेदपुर में एक बड़ी खुशी का दिन था जब गुलमोहर स्कूल की प्रधानाचार्य श्रीमती प्रीति सिन्हा को बंगलौर में आयोजित एक भव्य समारोह में राष्ट्रीय श्री श्री अवार्ड से नवाजा गया। यह अवार्ड उन्हें ‘बेस्ट टीचर (ईस्ट जोन)’ के रूप में दिया गया, जो उनके शिक्षा क्षेत्र में किए गए असाधारण कार्यों की सराहना है। श्री श्री रवि शंकर द्वारा उन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया गया, जिसमें एक प्रतीक चिन्ह, प्रमाण पत्र और ₹51,000 का नकद पुरस्कार शामिल था।
श्री श्री अवार्ड का महत्व
श्री श्री अवार्ड एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय सम्मान है, जो उन शिक्षकों और संस्थाओं को दिया जाता है जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार, समग्र विकास और प्राचीन ज्ञान को आधुनिक कौशलों के साथ एकीकृत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो। यह अवार्ड न केवल शिक्षकों के प्रयासों को सराहता है, बल्कि यह प्रेरणा का एक स्रोत बनता है, जो भारत के शिक्षा क्षेत्र को नए आयाम देता है।
श्रीमती प्रीति सिन्हा का योगदान
प्रीति सिन्हा के नेतृत्व में गुलमोहर हाई स्कूल ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नया मुकाम हासिल किया है। यहाँ केवल अकादमिक उत्कृष्टता ही नहीं, बल्कि जीवन कौशल, सामाजिक जिम्मेदारी और छात्र-शिक्षक, अभिभावक-शिक्षक के बीच मजबूत सहयोग को भी महत्व दिया जाता है। उनकी भूमिका केवल एक प्रधानाचार्य की नहीं, बल्कि एक मार्गदर्शक और प्रेरणास्त्रोत की रही है, जिन्होंने छात्रों को उनके भविष्य के लिए तैयार किया है।
गुलमोहर स्कूल आज न केवल एक शैक्षिक संस्थान के रूप में प्रसिद्ध है, बल्कि यह एक ऐसा स्थान बन चुका है जहाँ विद्यार्थियों को सशक्त किया जाता है ताकि वे अपनी पूरी क्षमता के साथ समाज में योगदान दे सकें। प्रीति सिन्हा के प्रयासों की बदौलत इस स्कूल में शिक्षा के साथ-साथ छात्रों के चरित्र निर्माण पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है।
शिक्षा में बदलाव का नेतृत्व
श्री श्री अवार्ड के 3rd संस्करण ने उन शिक्षकों को सम्मानित किया जिन्होंने भारतीय शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन और सुधार की दिशा में उल्लेखनीय काम किया। प्रीति सिन्हा उन चार प्रमुख शिक्षकों में से एक थीं जिन्हें 'बेस्ट टीचर' के रूप में सम्मानित किया गया। यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत योगदान को मान्यता देता है, बल्कि यह भारतीय शिक्षा के भविष्य को आकार देने वाले शिक्षकों के योगदान को भी उजागर करता है।
गुलमोहर स्कूल के सदस्य और स्वयंसेवक
इस समारोह में शामिल होने वाले प्रमुख शिक्षक और स्वयंसेवक भी अपनी भूमिका में महत्वपूर्ण थे। गुलमोहर स्कूल के शिक्षकों और स्वयंसेवकों का समूह हमेशा बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए काम करता है। इनमें प्रमुख नाम हैं:
- दीपांकर परमाणिक
- चंद्रशेखर खा सर
- दिपेयेंदु भट्टाचार्य
- सुब्रत दास
- पॉली बिश्वास
- चिन्मय जी
- के.के. दुबे
- एम.पी. सिंह सर
- अमरजीत मिस
- सुजन सर
- राजेश सर
- देवबरता बाला
- देबाशीष सरकार
- अभिषेक सिंह
- शिल्पी सिंह
इन शिक्षकों और स्वयंसेवकों का समूह हमेशा विद्यार्थियों की सफलता और उनकी सामाजिक जिम्मेदारी के लिए काम करता है। उनके योगदान से ही गुलमोहर स्कूल आज शिक्षा के क्षेत्र में एक मिसाल बन चुका है।
गुलमोहर स्कूल की प्रधानाचार्य श्रीमती प्रीति सिन्हा का यह सम्मान न केवल उनकी मेहनत और समर्पण का फल है, बल्कि यह पूरे क्षेत्र और विद्यालय के लिए गर्व का विषय है। श्री श्री अवार्ड जैसे प्रतिष्ठित सम्मान ने उन्हें उनके योगदान के लिए मान्यता दी है। यह घटना सभी शिक्षकों के लिए प्रेरणा का स्रोत है और यह दर्शाता है कि शिक्षा के क्षेत्र में सही दिशा में काम करने का फल हमेशा मीठा होता है।
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