Jamshedpur Murder Case: ससुराल में बहू की संदिग्ध मौत से मचा हड़कंप, हत्या की आशंका
जमशेदपुर के परसुडीह में घरेलू हिंसा का दर्दनाक मामला, ससुरालियों पर हत्या का आरोप। सास, ननद और नाबालिग भांजे को पुलिस ने किया गिरफ्तार।
जमशेदपुर के परसुडीह थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। 34 वर्षीय आरती देवी की 24 दिसंबर को टीएमएच अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। इस घटना को लेकर मृतका के मायके वालों ने ससुराल पक्ष पर हत्या का गंभीर आरोप लगाया है।
क्या है मामला?
आरती देवी, जो कीताडीह के जगवैष्णवी अपार्टमेंट के पास रहती थीं, की शादी 2012 में संजीव कुमार से हुई थी। पिता का आरोप है कि ससुराल पक्ष के लोगों ने 24 दिसंबर को आरती की बुरी तरह से पिटाई की और उसे छत से फेंकने की कोशिश की। गंभीर चोटों के चलते उसे सदर अस्पताल, फिर एमजीएम और अंततः टीएमएच ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
आरती के पिता, जो पलामू चैनपुर के निवासी हैं, ने परसुडीह थाना में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए ससुराल के अन्य सदस्यों और पति पर हत्या का आरोप लगाया।
पुलिस की जांच में क्या आया सामने?
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरती की मौत के लिए उसकी सास उर्मिला देवी, ननद कंचन माला उर्फ कंचन देवी और नाबालिग भांजे जिम्मेदार हैं। परसुडीह थाना प्रभारी फैज अहमद ने बताया कि आरती के सिर पर लोढ़ा से वार किया गया था, जिससे उसकी हालत और बिगड़ गई।
मृतका के शरीर पर गहरे चोटों के निशान मिले, खासकर सिर और चेहरे पर। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सास, ननद और नाबालिग भांजे को गिरफ्तार कर लिया। नाबालिग को रिमांड होम भेजा गया है, जबकि सास और ननद को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
घटना के समय पति था पटना में
घटना के दौरान आरती का पति संजीव कुमार पटना में था। पुलिस ने उसे पूछताछ के बाद छोड़ दिया है। हालांकि, यह सवाल अभी भी बना हुआ है कि क्या पति को इस मामले की जानकारी थी या नहीं।
घरेलू हिंसा का एक और काला अध्याय
आरती देवी की मौत सिर्फ एक महिला की जिंदगी खत्म होने की कहानी नहीं है, बल्कि यह भारतीय समाज में घरेलू हिंसा की गहराई को भी दर्शाती है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, हर साल हजारों महिलाएं घरेलू हिंसा का शिकार होती हैं।
यह घटना इस ओर इशारा करती है कि महिलाओं की सुरक्षा, खासकर उनके ससुराल में, आज भी एक बड़ी चुनौती है।
स्थानीय लोगों और प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के बाद इलाके में गुस्से और डर का माहौल है। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है। स्थानीय लोग न्याय की मांग कर रहे हैं और उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले में सख्त कदम उठाए जाएंगे।
आरती की मौत ने छोड़े कई सवाल
आरती देवी की मौत ने न केवल उसके परिवार को, बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि घरेलू हिंसा के मामलों में और कितनी आरतियों की जान जाएगी?
आरती देवी की मौत एक दर्दनाक घटना है, जो घरेलू हिंसा के खिलाफ समाज में जागरूकता फैलाने की जरूरत को रेखांकित करती है। इस मामले में पुलिस की कार्रवाई और न्याय प्रक्रिया पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं।
What's Your Reaction?