Jamshedpur Crime: फर्नीचर शोरूम और कोचिंग सेंटर पर फायरिंग, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा!

जमशेदपुर में फर्नीचर शोरूम और कोचिंग सेंटर पर फायरिंग मामले में बड़ा खुलासा, पुलिस ने कुख्यात गैंग के सदस्य आजाद पाल को गिरफ्तार किया। जानिए कैसे जेल में बैठे अपराधी रंगदारी के लिए फैला रहे थे खौफ।

Mar 22, 2025 - 12:17
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Jamshedpur Crime: फर्नीचर शोरूम और कोचिंग सेंटर पर फायरिंग, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा!
Jamshedpur-Crime: फर्नीचर शोरूम और कोचिंग सेंटर पर फायरिंग, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा!

जमशेदपुर शहर में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए थे कि दिनदहाड़े फर्नीचर शोरूम और कोचिंग सेंटर पर फायरिंग कर कारोबारियों में खौफ फैलाया जा रहा था। अब इस सनसनीखेज मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए परसुडीह राहरगोड़ा निवासी आजाद पाल उर्फ बाबी को गिरफ्तार किया है।

फायरिंग के पीछे कौन था मास्टरमाइंड?

जांच में पता चला है कि यह पूरी वारदात जेल में बंद दो कुख्यात अपराधियों, प्रकाश मिश्रा और सोनू सिंह के इशारे पर की गई थी। इन दोनों अपराधियों को पहले ही वीरे हत्याकांड और उपेंद्र सिंह हत्याकांड में सजा हो चुकी है, लेकिन जेल में रहते हुए भी वे शहर में दहशत फैलाने और रंगदारी वसूली के लिए अपने गुर्गों को फायरिंग करने के निर्देश दे रहे थे।

कैसे हुआ गिरोह का भंडाफोड़?

गोलमुरी थाना पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो सबसे पहले गिरोह के दो सदस्यों, राहुल और राहुल कुमार सिंह को पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया गया। इनसे पूछताछ के दौरान पुलिस को कई अहम सुराग मिले और इसके बाद गिरोह के बाकी सदस्यों की पहचान हुई।

गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस को बताया कि—
राजपाल सिंह उर्फ गोल्डी (टेल्को मनीफीट)
आजाद पाल उर्फ बाबी (परसुडीह राहरगोड़ा)
शहनवाज उर्फ शाहरुख (मानगो उलीडीह)
निशा भगत (रांची)
सूरज सिंह, प्रकाश मिश्रा और सोनू सिंह

कैसे चला रहे थे गैंग?

इस गिरोह का मकसद शहर में कारोबारियों के बीच खौफ पैदा करके रंगदारी वसूलना था। जेल में बैठे अपराधी मोबाइल के जरिए अपने गुर्गों को निर्देश देते थे। गिरोह के लोग पहले किसी व्यवसायी को धमकी देते और अगर वह नहीं डरता तो उसकी दुकान या दफ्तर पर फायरिंग कर दी जाती।

इतिहास में ऐसे मामलों की लंबी लिस्ट!

 जमशेदपुर और झारखंड के कई हिस्सों में रंगदारी और फायरिंग के मामले पहले भी होते रहे हैं।
 2019 में कदमा इलाके में एक व्यापारी को धमकी देने के बाद उसकी दुकान पर गोलीबारी की गई थी।
 2021 में आदित्यपुर में एक होटल मालिक से रंगदारी वसूलने के लिए गोली चलाई गई थी।
 2023 में साकची में एक बड़े बिजनेसमैन को धमकी भरा कॉल आया था और फिर फायरिंग की गई।

पुलिस की कार्रवाई और आगे की रणनीति

पुलिस ने अब गिरोह के बाकी फरार अपराधियों की तलाश तेज कर दी है। गिरोह के खिलाफ पहले से ही कई केस दर्ज हैं और अब पुलिस इन पर गैंगस्टर एक्ट लगाने की तैयारी कर रही है।

पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि—
जल्द ही गिरोह के सभी अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
शहर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जा रही है।
जेल में बैठे अपराधियों की फोन कॉल्स को ट्रैक किया जाएगा।

क्या शहर में लौटेगी शांति?

इस फायरिंग की घटना ने शहर के व्यापारियों और आम लोगों के बीच दहशत पैदा कर दी थी। हालांकि, पुलिस ने जिस तेजी से कार्रवाई की है, उससे अपराधियों के हौसले जरूर पस्त होंगे। अब देखने वाली बात होगी कि क्या जमशेदपुर की सड़कों से अपराध का यह साया हट पाएगा या फिर अपराधी कोई नई चाल चलेंगे?

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।