Chakradharpur Theft: वार्ड नंबर 5 में सेंधमारी, सोते हुए घर में घुसे चोर, जेवरात उड़ाए!

चक्रधरपुर के वार्ड नंबर 5 में चोरी की सनसनीखेज वारदात, चोरों ने घर में सो रही महिला के सामने से डेढ़ लाख के जेवरात उड़ाए! जानिए कैसे हुई वारदात और क्या कर रही पुलिस?

Mar 22, 2025 - 12:21
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Chakradharpur Theft: वार्ड नंबर 5 में सेंधमारी, सोते हुए घर में घुसे चोर, जेवरात उड़ाए!
Chakradharpur-Theft: वार्ड नंबर 5 में सेंधमारी, सोते हुए घर में घुसे चोर, जेवरात उड़ाए!

झारखंड के चक्रधरपुर शहर में एक चौंकाने वाली चोरी की घटना सामने आई है। वार्ड नंबर 5 में शुक्रवार की रात चोरों ने बड़ी सफाई से एक घर में घुसकर डेढ़ लाख के गहने उड़ा लिए। खास बात यह रही कि उस वक्त घर के लोग गहरी नींद में थे, और चोरों ने बिना किसी डर के वारदात को अंजाम दे दिया। इस चोरी ने इलाके के लोगों में दहशत फैला दी है।

कैसे हुई वारदात?

पीड़ित कमाल अंसारी बक्सा वाला के घर में यह चोरी हुई। शुक्रवार रात घर के सभी लोग खाना खाकर सो गए थे, लेकिन अलमारी लॉक नहीं थी। इसी मौके का फायदा उठाकर चोरों ने घर में घुसकर चोरी को अंजाम दिया।

सुबह करीब 4:30 बजे कमाल अंसारी घर से बाहर निकले।
तभी घर में उनकी पत्नी अकेली थी।
इसी दौरान चोरों ने दबे पांव घर में घुसकर जेवरात पार कर दिए।
जब तक महिला को पता चला, तब तक चोर फरार हो चुके थे।

चोरी की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई।

चक्रधरपुर में बढ़ रहे हैं चोरी के मामले!

पिछले कुछ महीनों में चक्रधरपुर और आसपास के इलाकों में चोरी की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं।

जनवरी 2025: चक्रधरपुर के वार्ड नंबर 3 में एक व्यापारी के घर से 2 लाख रुपये और सोने की चेन चोरी हुई।
फरवरी 2025: रेलवे कॉलोनी में एक बंद घर को निशाना बनाकर चोरों ने लाखों के गहने पार कर दिए।
मार्च 2025: स्टेशन रोड के पास रात में एक दुकान से नकदी और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम चोरी हो गए।

क्या कहती है पुलिस?

पुलिस का मानना है कि इलाके में सक्रिय कोई गिरोह चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा है।
घटनास्थल के आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।
पुलिस जल्द ही संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की योजना बना रही है।

इतिहास गवाह है, चोरी का खेल पुराना है!

अगर इतिहास पर नजर डालें तो चोरी की घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं। पुराने जमाने में भी लोग अपने घरों को सुरक्षित रखने के लिए तरह-तरह के उपाय करते थे।

मध्यकाल में घरों की दीवारें मोटी और दरवाजे लकड़ी के मजबूत बनाए जाते थे।
ब्रिटिश काल में लोग धन और गहनों को गड्ढे खोदकर छिपाते थे।
आज डिजिटल युग में भी चोरी का खतरा उतना ही बड़ा है, बस तरीका बदल गया है।

क्या इलाके में सुरक्षित हैं लोग?

चक्रधरपुर में इस तरह की लगातार हो रही घटनाओं ने लोगों को चिंता में डाल दिया है।

क्या पुलिस चोरों तक पहुंच पाएगी?
क्या वार्ड नंबर 5 के लोग अब भी सुरक्षित हैं?
क्या पुलिस इस बार चोरों को पकड़कर शहर को राहत दिलाएगी?

ये सारे सवाल अभी भी अनसुलझे हैं। लेकिन एक बात तय है, अगर पुलिस ने जल्द ही कार्रवाई नहीं की, तो शहर में चोरी की वारदातें और बढ़ सकती हैं।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।