Jamshedpur Firing: होली के दिन घर पर चढ़कर बरसाई गोलियां, मुख्य आरोपी ने किया सरेंडर!
जमशेदपुर के बागबेड़ा में होली के दिन हुई गोलीबारी के मुख्य आरोपी संदीप सिंह ने एसएसपी आवास पर सरेंडर कर दिया। जानिए पुलिस जांच से जुड़े बड़े खुलासे!

झारखंड के जमशेदपुर में होली के दिन गोलियों की गूंज ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी थी। बागबेड़ा थाना क्षेत्र के रोड नंबर चार पर संदीप सिंह और उसके साथियों ने घर पर धावा बोलकर फायरिंग कर दी।
- घटना के बाद आरोपी फरार हो गए थे, लेकिन अब इस मामले में बड़ा मोड़ आ गया है।
- मुख्य आरोपी संदीप सिंह ने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया है।
- एसएसपी आवास पर सरेंडर करने के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है।
- इसके अलावा दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके पास से एक हथियार बरामद हुआ है।
कैसे हुई फायरिंग की घटना?
यह वारदात होली के दिन बागबेड़ा के रोड नंबर चार पर हुई थी।
- संदीप सिंह अपने कुछ साथियों के साथ वहां पहुंचा और अचानक ताबड़तोड़ गोलियां चलाने लगा।
- गोलीबारी के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए।
- इस हमले में संदीप सिंह खुद भी घायल हो गया, जिसका इलाज टीएमएच (टाटा मेन हॉस्पिटल) में चल रहा है।
- पुलिस ने तेजी दिखाते हुए दो अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया, जबकि बाकी की तलाश जारी है।
हमले के पीछे की वजह क्या थी?
पुलिस फिलहाल इस हमले के पीछे की असली वजह का पता लगाने में जुटी है।
- क्या यह पुरानी दुश्मनी का नतीजा था?
- क्या किसी बड़े गैंगवार की आहट है?
- या फिर यह आपसी रंजिश में हुई साजिश थी?
फिलहाल पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है और गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है।
किन-किन लोगों पर केस दर्ज?
इस सनसनीखेज फायरिंग के मामले में रामखेलावन राम के बयान पर कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
- इनमें नीरज प्रसाद, पंकज प्रसाद, राजकुमार प्रसाद, संदीप सिंह, धनंजय सिंह, पप्पू सिंह, डीएन सिंह और राकेश शर्मा समेत अन्य शामिल हैं।
- सभी के खिलाफ हत्या की कोशिश, अवैध हथियार रखने और शांति भंग करने जैसी गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
क्या था पुलिस का एक्शन प्लान?
घटना के बाद से ही पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही थी।
- जमशेदपुर पुलिस ने मुखबिरों की मदद ली और संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दी।
- इसी दबाव के चलते संदीप सिंह को आखिरकार सरेंडर करना पड़ा।
- अब पुलिस बाकी आरोपियों की भी गिरफ्तारी के लिए लगातार अभियान चला रही है।
झारखंड में बढ़ते अपराध: क्या पुलिस नाकाम?
हाल के वर्षों में झारखंड में अपराध के मामलों में तेजी आई है।
- होली जैसे त्योहार पर भी अपराधी बेखौफ होकर वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
- इससे सवाल उठता है कि आखिर कानून-व्यवस्था इतनी लचर क्यों है?
- क्या पुलिस अपराधियों पर सख्ती से नकेल कस पा रही है?
क्या होगी आगे की कार्रवाई?
- पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ तेज कर दी है।
- जल्द ही बाकी फरार अपराधियों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है।
- संदिग्धों से पूछताछ के बाद इस हमले के असली मास्टरमाइंड का भी खुलासा हो सकता है।
आपकी राय?
क्या झारखंड पुलिस को अपराध पर नियंत्रण के लिए और सख्त कदम उठाने चाहिए?
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