Jamshedpur Accident: शादी से लौट रहे दंपती की कार हादसे में मौत, शहर में शोक!
जमशेदपुर में टाटा-रांची हाईवे पर भीषण हादसा! बेटी की शादी से लौट रहे टाटा स्टील के पूर्व कर्मचारी मनमोहन सिंह की पत्नी डॉली सिंह की मौत, परिवार के अन्य सदस्य गंभीर रूप से घायल। जानें पूरी खबर!

जमशेदपुर: खुशी के माहौल से लौट रहे एक परिवार के लिए सफर का अंत एक दर्दनाक हादसे में बदल गया। टाटा-रांची हाईवे पर हुई भीषण दुर्घटना में डीबीएमएस स्कूल (कदमा) की शिक्षिका डॉली सिंह की मौत हो गई, जबकि उनके पति मनमोहन सिंह समेत परिवार के अन्य सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
शादी की खुशियां मातम में बदलीं
मनमोहन सिंह अपनी पत्नी डॉली सिंह, भाभी रंजीत कौर और भतीजे सुखदीप सिंह के साथ लुधियाना में बेटी की शादी के बाद जमशेदपुर लौट रहे थे। लेकिन, सफर के बीच में तेज रफ्तार से आ रही एक गाड़ी से उनकी कार की टक्कर हो गई। यह हादसा इतना भीषण था कि डॉली सिंह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बाकी लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों को तुरंत रांची के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। हादसे की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया और सिख समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई।
मनमोहन सिंह: टाटा स्टील से जुड़े थे, समाजसेवा में भी थे सक्रिय
सरदार मनमोहन सिंह टाटा स्टील से सेवानिवृत्त कर्मचारी थे। रिटायरमेंट के बाद भी वे विश्वकर्मा टेक्निकल इंस्टिट्यूट से जुड़े थे और लगातार समाज के लिए काम कर रहे थे। उनकी छवि एक समाजसेवी और शिक्षित व्यक्ति के रूप में थी।
कैसे हुआ हादसा? जानें पूरी कहानी
मनमोहन सिंह अपनी बेटी की शादी के लिए लुधियाना गए थे। वे अपनी कार रांची स्थित ससुराल में रखकर फ्लाइट से वहां गए थे। शादी संपन्न होने के बाद वापस लौटते समय उन्होंने अपनी कार रांची से ली और जमशेदपुर के लिए निकले। लेकिन, रास्ते में ही उनकी कार को एक तेज गति से आ रही गाड़ी ने जोरदार टक्कर मार दी।
शहर में शोक, स्कूल में मातम
डॉली सिंह डीबीएमएस स्कूल, कदमा में शिक्षिका थीं। उनकी मौत की खबर से स्कूल में मातम छा गया। शिक्षकों और छात्रों को इस दुर्घटना पर यकीन नहीं हो रहा है। स्कूल प्रशासन ने इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए डॉली सिंह के योगदान को याद किया।
सिख समुदाय में दुख की लहर
इस दर्दनाक हादसे के बाद सिख समाज के कई गणमान्य लोग परिवार को सांत्वना देने पहुंचे। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य, टाटा स्टील के पूर्व सहकर्मी और कई समाजसेवी परिवार के साथ खड़े हैं।
अब आगे क्या?
फिलहाल, घायलों का इलाज रांची के अस्पताल में चल रहा है। दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है, जबकि डॉली सिंह का अंतिम संस्कार जमशेदपुर में किया जाएगा।
What's Your Reaction?






