Jamshedpur Accident : स्कूटी सवार अनिकेत की दर्दनाक मौत, दोस्त अस्पताल में जिंदगी से जंग!
जमशेदपुर के बिरसानगर में दर्दनाक सड़क हादसा, स्कूटी सवार अनिकेत सिंह की मौत, दोस्त गंभीर। परिवार में मातम, जानिए पूरी खबर।

जमशेदपुर: बिरसानगर में मातम, घर का इकलौता चिराग बुझ गया! सड़क दुर्घटना में 22 वर्षीय अनिकेत सिंह की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि उसके दोस्त का भाई जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है।
गुरुवार रात हुई यह दुर्घटना सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि एक परिवार की दुनिया उजाड़ने वाली त्रासदी बन गई। जिस अनिकेत को मां ने मुस्कुराते हुए घर से भेजा था, वह अब तिरंगे में लिपटकर वापस आया। आखिर इस भयावह हादसे की वजह क्या थी? जानिए पूरी कहानी—
कैसे हुआ यह दर्दनाक हादसा?
गुरुवार सुबह अनिकेत सिंह ने अपनी मां से कहा कि वह पड़ोसी अक्षित के घर जा रहा है। लेकिन किसे पता था कि यह उसकी जिंदगी का आखिरी सफर होगा।
- अनिकेत और अक्षित स्कूटी से एनएच-33 स्थित पीपला में अक्षित के भाई अनुराग के घर गए।
- लौटते समय एमजीएम थाना क्षेत्र के गुरमा के पास उनकी स्कूटी खड़े ट्रेलर से जा टकराई।
- स्कूटी अनिकेत चला रहा था, जबकि पीछे अक्षित का भाई बैठा हुआ था।
- टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों सड़क पर बुरी तरह गिर पड़े।
स्थानीय लोगों ने बचाने की कोशिश, लेकिन नहीं बचा अनिकेत!
दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत एम्बुलेंस बुलाई और दोनों घायलों को एमजीएम अस्पताल पहुंचाया। लेकिन डॉक्टरों ने अनिकेत को मृत घोषित कर दिया।
माता-पिता के सपनों का अंत, पूरे परिवार में मातम!
अनिकेत के पिता प्रफ्फुल कुमार सिंह का रो-रोकर बुरा हाल है।
- अनिकेत अलकबीर से डिप्लोमा करने के बाद गालूडीह से बीटेक कर रहा था।
- छुट्टियों में घर आया था, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।
- मां ने जिस बेटे को सुबह हंसते हुए विदा किया, शाम होते-होते वह हमेशा के लिए छोड़कर चला गया।
क्या यह हादसा रोका जा सकता था?
जमशेदपुर में सड़क हादसे लगातार बढ़ रहे हैं। सवाल यह उठता है कि—
- क्या ट्रेलर गलत तरीके से खड़ा था?
- क्या सड़क पर पर्याप्त रोशनी नहीं थी?
- क्या तेज रफ्तार या लापरवाही हादसे की वजह बनी?
यह जवाब पुलिस जांच के बाद ही सामने आएंगे, लेकिन एक अनमोल जिंदगी खो गई, जिसे कोई वापस नहीं ला सकता।
जमशेदपुर में सड़क हादसों का खतरनाक ट्रेंड!
अगर पिछले कुछ सालों के आंकड़ों को देखें, तो जमशेदपुर में सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है।
- 2021 में 98 लोगों की सड़क हादसों में मौत हुई।
- 2022 में यह आंकड़ा 112 तक पहुंच गया।
- 2023 में अब तक 120 से ज्यादा लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा चुके हैं।
कब जागेगा प्रशासन? कौन है जिम्मेदार?
अनिकेत के परिवार वाले प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
- क्या सड़क किनारे खड़े भारी वाहनों पर कोई सख्ती होगी?
- क्या खराब सड़कें और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी जिम्मेदार है?
"मेरा बेटा लौटकर आ जाएगा क्या?" - अनिकेत के पिता का दिल दहलाने वाला सवाल!
अनिकेत के पिता की आंखों में आंसू और दिल में सिर्फ एक ही सवाल है—
"क्या हमारा बेटा वापस आ जाएगा?"
लेकिन इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है, क्योंकि एक और परिवार सड़क हादसे की भेंट चढ़ चुका है।
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