Jamshedpur Suicide – अविनाश ने क्यों चुना मौत का रास्ता? पूरी कहानी जानकर रह जाएंगे हैरान!
जमशेदपुर के बिरसानगर में 29 वर्षीय युवक ने आत्महत्या कर ली। जानें अविनाश की मौत की असली वजह और डिप्रेशन से बचाव के उपाय।

जमशेदपुर: बिरसानगर में गुरुवार देर रात दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। 29 वर्षीय अविनाश कुमार सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिवार में मातम पसरा हुआ है, वहीं इस दर्दनाक कदम के पीछे की वजह जानकर हर कोई हैरान है।
क्या डिप्रेशन ही इसकी असली वजह थी, या फिर कुछ और था, जो अविनाश को अंदर ही अंदर खा रहा था?
अविनाश की जिंदगी और मौत की वो रात...
गुरुवार रात घर में सिर्फ अविनाश, उसकी मां और छोटा भाई थे। पिता का 10 दिन पहले देहांत हो चुका था, जिसके कारण परिवार के बाकी लोग गांव गए हुए थे।
- छोटा भाई शादी की वीडियोग्राफी के काम से बाहर था।
- रात करीब 4 बजे छोटा भाई लौटा, तो उसकी मां ने दरवाजा खोला।
- जैसे ही वह अविनाश के कमरे में गया, वह वहां नहीं था।
- छत पर जाकर देखा तो अविनाश फंदे से लटका हुआ था!
परिवार ने तुरंत उसे एमजीएम अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस को सूचना दी गई और शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।
क्या डिप्रेशन बना मौत की वजह?
अविनाश लंबे समय से डिप्रेशन में था।
- वह रांची से डिप्लोमा करने के बाद आदित्यपुर में नौकरी करता था।
- कोरोना के बाद से ही उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी और रांची में इलाज चल रहा था।
- शादी की बातचीत घर में चल रही थी, लेकिन क्या यह भी एक दबाव था?
आत्महत्या के पीछे छुपी असली वजह क्या हो सकती है?
मनोरोग विशेषज्ञों का मानना है कि डिप्रेशन से जूझ रहे लोगों को अकेलापन सबसे ज्यादा परेशान करता है।
- पिता का हाल ही में देहांत – यह किसी भी इंसान के लिए बहुत बड़ा भावनात्मक आघात होता है।
- करियर और निजी जीवन में तनाव – शादी को लेकर भी बातचीत चल रही थी, लेकिन क्या अविनाश इसके लिए मानसिक रूप से तैयार था?
- अकेलापन और मानसिक संघर्ष – जिस वक्त यह घटना हुई, तब घर में सिर्फ मां थी, छोटा भाई बाहर गया हुआ था।
जमशेदपुर में बढ़ती आत्महत्या की घटनाएं!
पिछले कुछ सालों में जमशेदपुर में आत्महत्या के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
- 2021 में 230 से अधिक आत्महत्याएं दर्ज की गईं।
- 2022 में यह आंकड़ा बढ़कर 260 हो गया।
- 2023 में अब तक 280 से ज्यादा लोग आत्महत्या कर चुके हैं।
क्या करें जब कोई डिप्रेशन में हो?
विशेषज्ञों के मुताबिक, डिप्रेशन को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
- घर में किसी को अगर गहरे तनाव या अवसाद के लक्षण दिखें, तो तुरंत मदद लें।
- परिवार और दोस्तों को हमेशा इमोशनल सपोर्ट देना जरूरी है।
- सुसाइड प्रिवेंशन हेल्पलाइन से संपर्क करें।
अंत में बस एक सवाल – क्या अविनाश को बचाया जा सकता था?
अगर सही समय पर मदद मिलती, अगर कोई उसे समझता, तो शायद आज वह हमारे बीच होता।
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