Jadugoda News: ठंड से मौत या कुछ और? स्वासपुर में अज्ञात बुजुर्ग का शव मिला

जादूगोड़ा थाना क्षेत्र के स्वासपुर में 55 वर्षीय अज्ञात बुजुर्ग का शव मिला। ठंड से मौत का अनुमान, पर सच्चाई पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगी। पढ़ें पूरी खबर।

Dec 3, 2024 - 13:24
Dec 3, 2024 - 13:24
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Jadugoda News: ठंड से मौत या कुछ और? स्वासपुर में अज्ञात बुजुर्ग का शव मिला
Jadugoda News: ठंड से मौत या कुछ और? स्वासपुर में अज्ञात बुजुर्ग का शव मिला

जादूगोड़ा, 3 दिसंबर: जादूगोड़ा थाना क्षेत्र के स्वासपुर अंतर्गत तेतुलडांगा गांव में मंगलवार सुबह एक अज्ञात 55 वर्षीय बुजुर्ग का शव मिलने से हड़कंप मच गया। शव की हालत और परिस्थिति को देखते हुए पुलिस इसे एक संदिग्ध मामला मान रही है।

पुलिस को मिली रहस्यमय जानकारी

जादूगोड़ा थाना प्रभारी राजेश कुमार मंडल ने बताया कि मृतक की पहचान अब तक नहीं हो पाई है। प्राथमिक जांच में यह संभावना जताई जा रही है कि बुजुर्ग मांगकर गुजर-बसर करता था और उसकी मौत ठंड के कारण हुई हो सकती है।

थाना प्रभारी ने कहा, "शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मौत के सही कारण का खुलासा रिपोर्ट के बाद ही होगा। फिलहाल, हम शिनाख्त करने और अन्य पहलुओं की जांच कर रहे हैं।"

ठंड बनी जानलेवा?

झारखंड में दिसंबर की ठंड का प्रकोप धीरे-धीरे बढ़ रहा है। बीते कुछ वर्षों में राज्य के ग्रामीण इलाकों में ठंड से होने वाली मौतों की संख्या बढ़ी है। ठंड से बचाव के अभाव में बुजुर्ग और बेघर लोगों पर इसका सबसे अधिक असर पड़ता है।

विशेषज्ञों के अनुसार, ग्रामीण इलाकों में बुजुर्गों और कमजोर लोगों को ठंड से बचाने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं किए जाते। जादूगोड़ा की यह घटना भी ऐसी ही लापरवाही का परिणाम हो सकती है।

ग्रामीणों के बयान और पुलिस की कार्रवाई

तेतुलडांगा के स्थानीय निवासियों का कहना है कि मृतक को कुछ दिनों से इलाके में देखा जा रहा था। एक ग्रामीण ने बताया, "बुजुर्ग अर्धविक्षिप्त लग रहा था और ठंड में बिना किसी गर्म कपड़े के घूम रहा था।"

ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

मौत का रहस्य: ठंड या कुछ और?

इस मामले में ठंड को मौत का संभावित कारण माना जा रहा है, लेकिन अन्य संभावनाओं को भी खारिज नहीं किया जा सकता।

झारखंड पुलिस द्वारा इस तरह के मामलों में अक्सर यह देखा गया है कि ठंड के अलावा भूख, बीमारी या दुर्घटना भी मौत का कारण हो सकते हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इस रहस्य से पर्दा उठ सकेगा।

अज्ञात शवों का बढ़ता आंकड़ा: समाज के लिए एक चेतावनी

झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में अज्ञात शव मिलने की घटनाएं हाल के वर्षों में बढ़ी हैं। ऐसे मामलों में कई बार यह पता चलता है कि मृतक समाज से कटे हुए, बेघर या मानसिक रूप से अस्वस्थ होते हैं।

तेतुलडांगा की यह घटना भी इसी कड़ी का हिस्सा लगती है। प्रशासन और स्थानीय समाज को मिलकर ऐसे कमजोर वर्ग के लिए मदद और पुनर्वास की व्यवस्था करनी चाहिए।

पुलिस की अगली कार्रवाई

पुलिस अब मृतक की पहचान और उसके पिछले ठिकाने की जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है। इसके साथ ही यह जांच भी की जा रही है कि क्या इस मौत में कोई आपराधिक एंगल शामिल है।

थाना प्रभारी ने कहा, "अगर मृतक की शिनाख्त नहीं होती है, तो शव का अंतिम संस्कार पुलिस द्वारा किया जाएगा।"

ठंड से बचाव के प्रयास जरूरी

जादूगोड़ा की यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि समाज और प्रशासन को ठंड के प्रकोप से बचाव के लिए और अधिक संवेदनशील होना चाहिए। ऐसे मामले केवल लापरवाही के नहीं, बल्कि मानवता की परीक्षा के भी हैं।

इस सर्द मौसम में, स्थानीय प्रशासन और नागरिकों को मिलकर बेघर और कमजोर लोगों की मदद करनी चाहिए ताकि ऐसी दुखद घटनाओं को रोका जा सके।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।