Indian Railways: सामान्य श्रेणी के 10 हजार नए कोच, लाखों यात्रियों के लिए बड़ी सौगात

भारतीय रेलवे में सामान्य श्रेणी के यात्रियों के लिए 10,000 नए कोच शामिल होंगे। नवंबर 2024 तक 650 से अधिक ट्रेनों में 1 लाख अतिरिक्त यात्री सफर का लाभ उठाएंगे।

Nov 19, 2024 - 16:33
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Indian Railways: सामान्य श्रेणी के 10 हजार नए कोच, लाखों यात्रियों के लिए बड़ी सौगात
Indian Railways: सामान्य श्रेणी के 10 हजार नए कोच, लाखों यात्रियों के लिए बड़ी सौगात

19 नवम्बर, 2024: भारतीय रेलवे लगातार यात्रियों की जरूरतों और उनकी सुविधाओं को प्राथमिकता देते हुए नए कदम उठा रहा है। इसी क्रम में रेलवे ने सामान्य श्रेणी (जीएस) के यात्रियों के लिए बड़े बदलावों का ऐलान किया है। बीते तीन महीनों में 583 नए कोच जोड़ने के बाद नवंबर 2024 तक 1,000 से अधिक कोच और शामिल किए जाएंगे। इससे न सिर्फ रेल यात्रा आसान होगी, बल्कि रोजाना करीब 1 लाख अतिरिक्त यात्री इस पहल का लाभ उठा सकेंगे।

रेलवे का बड़ा कदम: 650 ट्रेनों में होंगे नए कोच

रेलवे ने हाल ही में घोषणा की है कि नवंबर के अंत तक 647 नियमित ट्रेनों में जीएस श्रेणी के 1,000 से अधिक नए कोच जोड़े जाएंगे। यह कदम सामान्य श्रेणी के यात्रियों की सुविधाओं में ऐतिहासिक वृद्धि करेगा। रेलवे के मुताबिक, इन कोचों के जुड़ने से रोजाना एक लाख अतिरिक्त यात्री रेल यात्रा कर पाएंगे।

रेलवे के इस विस्तार का उद्देश्य न केवल यात्रियों की संख्या में वृद्धि करना है, बल्कि यात्रा को अधिक सुरक्षित और आरामदायक बनाना भी है। एलएचबी (लिंक हॉफमैन बुश) तकनीक से बने ये नए कोच हल्के, मजबूत, और अधिक सुरक्षित हैं। हादसों के दौरान पारंपरिक आईसीएफ कोचों की तुलना में इनमें नुकसान कम होता है।

इतिहास से सीखते हुए आगे बढ़ता रेलवे

भारतीय रेलवे का इतिहास 1853 में शुरू हुआ, जब पहली ट्रेन मुंबई और ठाणे के बीच चली। समय के साथ, रेलवे ने न केवल तकनीकी प्रगति की है, बल्कि समाज की बदलती जरूरतों को भी पूरा किया है। सामान्य श्रेणी के कोच हमेशा से रेलवे की रीढ़ रहे हैं, क्योंकि अधिकांश यात्री इसी श्रेणी में सफर करते हैं।

हालांकि, लंबे समय तक इस श्रेणी के कोचों में सुधार की गति धीमी रही। अब रेलवे ने इसे अपनी प्राथमिकताओं में शामिल किया है। आने वाले दो वर्षों में 10,000 से अधिक जीएस कोच रेलवे के बेड़े में शामिल होंगे, जिसमें 6,000 सामान्य कोच और 4,000 स्लीपर कोच शामिल हैं।

यात्रा में बढ़ेगा आराम और सुरक्षा

रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार के अनुसार, नवनिर्मित जीएस कोच न केवल यात्रियों की संख्या में वृद्धि करेंगे, बल्कि उन्हें बेहतर सुविधाएं भी प्रदान करेंगे। एलएचबी कोच की तकनीक से यात्रा अधिक आरामदायक होगी। इनके डिजाइन में आधुनिक सुविधाओं का समावेश किया गया है, जो यात्रियों को पारंपरिक कोचों से बेहतर अनुभव देंगे।

सामान्य श्रेणी के यात्रियों के लिए बड़ी राहत

यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब रेल यात्रा के प्रति आम जनता की रुचि तेजी से बढ़ रही है। बड़ी संख्या में लोग सस्ती और सुविधाजनक यात्रा के लिए सामान्य श्रेणी को चुनते हैं। रेलवे की इस पहल से यात्रियों को न केवल आराम मिलेगा, बल्कि उन्हें टिकट उपलब्धता में भी आसानी होगी।

रेलवे की भविष्य की योजनाएं

आगामी दो वर्षों में 10,000 से अधिक जीएस और स्लीपर कोच शामिल किए जाएंगे, जिससे सामान्य श्रेणी के 8 लाख अतिरिक्त यात्री हर दिन सफर कर सकेंगे। रेलवे इस विस्तार योजना को तेज गति से पूरा करने के लिए काम कर रहा है।

इसके अलावा, रेलवे पुराने आईसीएफ कोचों को धीरे-धीरे बदलने पर ध्यान दे रहा है। एलएचबी कोच न केवल हल्के और मजबूत हैं, बल्कि उनकी खिड़कियां और सीटें भी अधिक आरामदायक हैं। इन कोचों में दुर्घटना के दौरान यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है।

क्या होगा फायदा?

रेलवे के इस कदम से निम्नलिखित लाभ होंगे:

  • सामान्य श्रेणी के यात्री अधिक संख्या में रेल यात्रा कर सकेंगे।
  • एलएचबी कोचों के कारण यात्रा अधिक सुरक्षित और आरामदायक होगी।
  • रेलवे को यात्रियों की संख्या में वृद्धि के कारण राजस्व में बढ़ोतरी होगी।

भारतीय रेलवे का यह कदम सामान्य श्रेणी के यात्रियों के लिए किसी सौगात से कम नहीं है। बेहतर सुविधाओं और सुरक्षा के साथ, यह विस्तार योजना रेल यात्रा को नए आयाम देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अब देखना यह है कि रेलवे इस पहल को कितनी तेजी और प्रभावी तरीके से पूरा करता है।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।