Hazaribagh Violence: हजारीबाग में बवाल, धार्मिक जुलूस पर अचानक पत्थरबाजी, पुलिस ने हवाई फायरिंग कर संभाला मोर्चा
झारखंड के हजारीबाग में रामनवमी के मंगला जुलूस के दौरान अचानक पत्थरबाजी होने से इलाके में तनाव बढ़ गया। पुलिस ने हवाई फायरिंग कर स्थिति को काबू में किया। जानिए क्या है पूरा मामला?

झारखंड के हजारीबाग जिले में मंगलवार रात एक धार्मिक जुलूस के दौरान अचानक हिंसा भड़क उठी। रामनवमी के मंगला जुलूस के दौरान जैसे ही जुलूस जामा मस्जिद चौक के पास पहुंचा, अचानक पत्थरबाजी शुरू हो गई। चंद मिनटों में माहौल इतना गर्म हो गया कि पुलिस को हालात संभालने के लिए हवाई फायरिंग और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
क्या था विवाद का कारण?
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, जुलूस के दौरान बज रहे धार्मिक गानों को लेकर विवाद हुआ। स्थानीय लोगों के अनुसार, डीजे पर बज रहे सांप्रदायिक गानों से माहौल तनावपूर्ण हो गया और बहस के बाद एक पक्ष ने पथराव शुरू कर दिया। देखते ही देखते दूसरे पक्ष ने भी जवाबी पत्थरबाजी शुरू कर दी।
पथराव के बाद दहशत, पुलिस ने संभाला मोर्चा
घटना के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। लोगों में डर और दहशत का माहौल बन गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को काबू में करने की कोशिश करने लगी। लेकिन भीड़ अनियंत्रित हो चुकी थी, जिसके चलते पुलिस को मजबूरन हवाई फायरिंग करनी पड़ी।
इस दौरान कई दुकानों और वाहनों में तोड़फोड़ भी की गई। पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार सिंह खुद मौके पर पहुंचे और सुरक्षा बलों को सख्ती से स्थिति को नियंत्रण में लाने का आदेश दिया।
इतिहास से सीख: हजारीबाग में पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
हजारीबाग में इस तरह की घटनाएं कोई नई नहीं हैं। इससे पहले भी सांप्रदायिक तनाव की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इतिहास गवाह है कि धार्मिक जुलूसों के दौरान अक्सर छोटे विवाद बड़े हिंसक टकराव का रूप ले लेते हैं। खासकर रामनवमी, मोहर्रम और अन्य बड़े आयोजनों में तनाव की स्थिति बनती रही है।
2016 में भी रामनवमी के जुलूस के दौरान झड़प हुई थी, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे। प्रशासन ने तब भी सख्त कदम उठाते हुए इलाके में कर्फ्यू लगा दिया था।
फिलहाल हालात सामान्य, लेकिन पुलिस अलर्ट पर
पथराव की घटना के बाद इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पुलिस ने एहतियातन इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात किया है ताकि कोई अप्रिय घटना दोबारा न हो।
झारखंड सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच दल (SIT) गठित कर दी है जो यह पता लगाएगी कि हिंसा की असली वजह क्या थी और कौन लोग इसमें शामिल थे।
आगे क्या? पुलिस कर रही है सख्त कार्रवाई
पुलिस ने इस घटना को लेकर सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है और जल्द ही दोषियों को पकड़ने की बात कही है। अधिकारियों के अनुसार, शहर में शांति बनी हुई है लेकिन पुलिस हर संदिग्ध गतिविधि पर पैनी नजर बनाए हुए है।
हजारीबाग में हुई इस घटना ने फिर से धार्मिक जुलूसों के दौरान बढ़ते तनाव और सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन की चुनौती यही है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को कैसे रोका जाए। फिलहाल, स्थिति नियंत्रण में है लेकिन पुलिस पूरी तरह अलर्ट पर है।
What's Your Reaction?






