हल्दीपोखर से मुर्शिदाबाद के घुसपैठियों को भगाने की मांग, सौर्य यात्रा समिति ने किया प्रदर्शन
हल्दीपोखर में मुर्शिदाबाद के घुसपैठियों को भगाने की मांग पर सौर्य यात्रा समिति ने प्रदर्शन किया। बांग्लादेशी घुसपैठियों के फर्जी दस्तावेज बनाने और स्थानीय रोजगार पर उनके प्रभाव को लेकर उठाए सवाल।
झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के पोटका हल्दीपोखर क्षेत्र में मुर्शिदाबाद से आए शरणार्थियों को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। मंगलवार को स्थानीय सौर्य यात्रा समिति के सदस्यों ने प्रदर्शन करते हुए इन घुसपैठियों को तुरंत भगाने की मांग की।
स्थानीय लोगों के अनुसार, करीब 30-35 वर्ष पूर्व मुर्शिदाबाद से आए कुछ लोग राजमिस्त्री, स्क्रैप कारोबारी, छाता कारोबारी और ठेकेदार आदि के रूप में यहां बस गए थे। इन लोगों ने अपने नाम पर जमीन खरीदकर वोटर कार्ड, राशन कार्ड, और आधार कार्ड जैसे आवश्यक दस्तावेज भी बनवा लिए हैं। ये घुसपैठी अब सरकारी लाभ भी उठा रहे हैं, और खुद को स्थानीय नागरिक बताते हैं।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि इन लोगों के लिए वोटर कार्ड, आधार कार्ड, और राशन कार्ड आसानी से कैसे बन गए। यह साफ तौर पर भ्रष्टाचार का मामला है, जिसमें पैसे देकर कुछ भी बनवाया जा सकता है।
सौर्य यात्रा समिति के सूरज मंडल और मोना राय ने इस मामले पर कहा कि मुर्शिदाबाद का फर्जी आधार कार्ड बनाकर बांग्लादेशी यहां आ रहे हैं, जो स्थानीय लोगों को बेरोजगार कर रहे हैं। पहले यहां के राजमिस्त्री उत्कृष्ट काम करते थे, लेकिन अब या तो वे बेकार हो गए हैं या फिर बांग्लादेशियों के अधीन काम करने पर मजबूर हैं।
प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि बांग्लादेशियों की पहचान होनी चाहिए और उनकी पूरी जांच की जानी चाहिए। जो लोग फर्जी दस्तावेजों के साथ मुर्शिदाबाद का पता दिखा रहे हैं, उनकी पहचान कर उन्हें हल्दीपोखर से बाहर किया जाना चाहिए।
सौर्य यात्रा समिति के सदस्यों का यह भी कहना है कि मुर्शिदाबाद से आए लोग यहां क्राइम करने के बाद वापस मुर्शिदाबाद भाग जाते हैं, जिससे अपराधियों को पकड़ना पुलिस के लिए कठिन हो जाता है। इसलिए, यह आवश्यक है कि इन घुसपैठियों की पूरी जांच हो और उन्हें यहां से हटाया जाए ताकि स्थानीय लोगों को उनका हक मिल सके और क्षेत्र में शांति बनी रहे।
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