गुवा शहीद दिवस की तैयारी: विधायक सुखराम उरांव ने चाईबासा में बनाई रणनीति
चाईबासा में विधायक सुखराम उरांव ने गुवा शहीद दिवस की तैयारी के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आगमन पर हजारों झामुमो कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए रणनीति बनाई गई।
गुवा शहीद दिवस की तैयारी को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के जिला अध्यक्ष और विधायक सुखराम उरांव ने चाईबासा के परिसदन हॉल में एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक का उद्देश्य गुवा शहीद दिवस पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आगमन को सफल बनाना और इस मौके पर हजारों की संख्या में झामुमो कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित करना था।
गुवा शहीद दिवस: शहादत की यादें ताज़ा
गुवा शहीद दिवस का महत्व सिर्फ झारखंड में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में है। इस दिन को उन शहीदों की याद में मनाया जाता है जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर आदिवासी अधिकारों की रक्षा की थी। हर साल, इस दिन को मनाने के लिए विशेष आयोजन किए जाते हैं, जिसमें आदिवासी संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। इस बार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आने से कार्यक्रम की महत्ता और बढ़ गई है।
बैठक में बनी रणनीति: कैसे होगा प्रबंधन?
विधायक सुखराम उरांव ने बैठक में जोर देकर कहा कि गुवा शहीद दिवस पर सभी प्रखंडों से झामुमो कार्यकर्ताओं की बड़े पैमाने पर भागीदारी होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रत्येक प्रखंड से कार्यकर्ताओं को संगठित तरीके से चाईबासा लाया जाएगा ताकि कार्यक्रम में कोई कमी न रह जाए। इसके लिए जिला स्तर पर एक कोऑर्डिनेशन कमिटी भी बनाई गई है जो सभी प्रखंडों से संपर्क कर कार्यकर्ताओं की उपस्थिति सुनिश्चित करेगी।
नेताओं और कार्यकर्ताओं की भागीदारी
इस महत्वपूर्ण बैठक में जिला सचिव सोनाराम देवगम, जिला उपाध्यक्ष राहुल आदित्य, दीपक प्रधान, दिनेश चंद्र महतो, चमरू जामुदा, मन्ना राम कुदादा, सनातन पिंगुआ, श्रीमती सोमबारी बहांदा, मोनिका बोयपाई, मदन बोदरा, डोमा मिंज, अर्जुन बानरा, प्रदीप महतो, सुनील सिरका, गोकुल पोलाई, अभिनाश पूर्ति, और मोहम्मद मोजाहिद जैसे प्रमुख झामुमो नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। बैठक में सभी ने मिलकर गुवा शहीद दिवस को सफल बनाने के लिए अपने-अपने विचार साझा किए और रणनीति पर सहमति जताई।
कार्यक्रम का उद्देश्य और तैयारियाँ
विधायक उरांव ने बताया कि गुवा शहीद दिवस केवल एक स्मरण का दिन नहीं है, बल्कि यह हमारे आदिवासी शहीदों की वीरता और साहस का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इस दिन को सफल बनाने के लिए सभी को एकजुट होकर काम करना होगा ताकि हमारे शहीदों की कुर्बानी को सही मायनों में सम्मान दिया जा सके। बैठक में तय किया गया कि कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था, ट्रैफिक मैनेजमेंट और अन्य जरूरी इंतजामों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
सकारात्मक माहौल बनाने का प्रयास
झामुमो के नेताओं का कहना है कि गुवा शहीद दिवस पर कार्यकर्ताओं और जनता का जोश देखने लायक होगा। इस अवसर पर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विचार और उनके नेतृत्व में राज्य में हो रहे विकास कार्यों पर भी चर्चा की जाएगी। उम्मीद की जा रही है कि इस कार्यक्रम से झारखंड की जनता में एक सकारात्मक संदेश जाएगा और सभी लोग मिलकर राज्य के विकास में योगदान देंगे।
आने वाले समय के लिए योजनाएँ
बैठक के दौरान, आगे के कार्यक्रमों और झारखंड में विकास योजनाओं को लेकर भी चर्चा की गई। नेताओं ने कहा कि झामुमो का उद्देश्य सिर्फ राजनीति करना नहीं है, बल्कि राज्य के हर वर्ग के लिए समर्पित रूप से काम करना है। गुवा शहीद दिवस जैसे आयोजन हमें अपने इतिहास और संस्कृति को सहेजने की प्रेरणा देते हैं और आने वाले समय में भी हम इसी प्रकार से कार्य करते रहेंगे।
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