Guwa Arrest: नाबालिग से शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने वाला दबोचा गया, किशोरी हुई गर्भवती
गुवा पुलिस ने चौदह वर्षीय नाबालिग के साथ यौन शोषण करने वाले आरोपी कृष्णा सिंकू को गिरफ्तार कर लिया है। शादी का झांसा देकर किशोरी को गर्भवती करने वाले इस अपराधी को जगन्नाथपुर बाजार से पकड़ा गया। पुलिस ने कड़ी धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया है।
गुवा, 17 दिसंबर 2025 – झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे सघन अभियान में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। गुवा थाना क्षेत्र की एक चौदह वर्षीय किशोरी के साथ विवाह का झूठा प्रलोभन देकर उसका यौन शोषण करने वाले पाखंडी को आरक्षी दल ने अंधेरे से खींच निकाला है। पीड़िता वर्तमान में गर्भवती है, जिसके बाद उसके परिजनों ने न्याय की गुहार लगाई थी।
विश्वासघात और मासूमियत का दमन
यह हृदयविदारक घटना दिसंबर के प्रारंभ में प्रकाश में आई जब पीड़िता के पिता ने बारह दिसंबर को गुवा थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के अनुसार, जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के डीपापासाई निवासी बीस (20) वर्षीय कृष्णा सिंकू ने नाबालिग को अपनी बातों के जाल में फंसाया था। उसने विवाह करने का वचन देकर किशोरी का शारीरिक शोषण किया, जिसके परिणामस्वरूप वह गर्भवती हो गई।
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कानूनी शिकंजा: पुलिस अधीक्षक अमित रेनू के निर्देशानुसार इस मामले को अत्यंत गंभीरता से लिया गया। अनुमंडल आरक्षी पदाधिकारी अजय केरकेट्टा के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल का गठन किया या। पीड़िता की चिकित्सकीय जांच कराने के पश्चात न्यायालय में उसका गोपनीय बयान भी कलमबद्ध किया गया है।
ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य में कानूनी कठोरता
भारत में नाबालिगों के विरुद्ध होने वाले यौन अपराधों को रोकने के लिए वर्ष 2012 में विशेष अधिनियम (पोक्सो) बनाया गया था। झारखंड जैसे जनजातीय बहुल क्षेत्रों में अज्ञानता और भोलेपन का लाभ उठाकर अक्सर ऐसे अपराध होते रहे हैं। किन्तु, नवीन भारतीय न्याय संहिता (2023) ने अब ऐसे अपराधियों के लिए मृत्युदंड तक का प्रावधान कर दिया है। यह गिरफ्तारी समाज में एक कड़ा संदेश देती है कि कानून की नजर से कोई बच नहीं सकता।
बाजार में बिछाया गया जाल
आरोपी कृष्णा सिंकू घटना के बाद से ही लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था। गुवा थाना प्रभारी नीतीश कुमार को गुप्त सूचना मिली कि आरोपी जगन्नाथपुर बाजार में देखा गया है।
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छापामारी और बरामदगी: बिना समय गवाए पुलिस दल ने घेराबंदी करके उसे धर दबोचा। तलाशी के दौरान उसके पास से वह दूरभाष यंत्र (मोबाइल) भी बरामद किया गया है, जिसका उपयोग वह पीड़िता को फंसाने के लिए करता था। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया है।
इस सफल अभियान में एसअई वंदन सिंह और आरक्षी सतीश कुमार सिंह ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। फिलहाल आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। पुलिस का कहना है कि वे इस मामले में त्वरित सुनवाई सुनिश्चित करेंगे ताकि पीड़िता को जल्द से जल्द न्याय मिल सके।
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