Ghorabandha Action: बालू माफियाओं पर नकेल! घोड़ाबांधा में खनन विभाग की दबिश, अवैध बालू ढोते 7 हाइवा जब्त, इलाके में हड़कंप और जांच शुरू
घोड़ाबांधा थाना क्षेत्र में खनन विभाग की टीम ने शुक्रवार को अवैध रूप से बालू का परिवहन कर रहे सात हाइवा ट्रकों को जब्त किया। बालू कोईमा स्थित एक स्टॉक यार्ड से बिना चालान के लोड किया गया था। माइनिंग इंस्पेक्टर की शिकायत पर FIR दर्ज की गई है और माफियाओं की पहचान जारी है।
झारखंड में अवैध खनन के खिलाफ प्रशासन की सख्ती लगातार जारी है। इसी कड़ी में घोड़ाबांधा थाना क्षेत्र में शुक्रवार को खनन विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध तरीके से बालू का परिवहन कर रहे सात हाइवा ट्रकों को जब्त कर लिया। इस कार्रवाई से पूरे इलाके के बालू माफियाओं में हड़कंप मच गया है और कई लोगों के चेहरे पर डर साफ देखा जा सकता है।
घोड़ाबांधा का इतिहास गवाह है कि यह क्षेत्र हमेशा से खनिज और निर्माण सामग्री के लिए महत्वपूर्ण रहा है, लेकिन अवैध बालू खनन के कारण यहां नदियों और पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचा है। प्रशासन के लिए बालू माफियाओं पर लगाम कसना हमेशा एक बड़ी चुनौती रही है।
छापामारी में 7 हाइवा दबोचे गए
खनन विभाग की इस तत्काल कार्रवाई का नेतृत्व माइनिंग इंस्पेक्टर अरविंद उरांव और घोड़ाबांधा थाना प्रभारी ने मिलकर किया। टीम ने सटीक सूचना के आधार पर विभिन्न इलाकों में दबिश दी।
-
भाकर और कोईमा में कार्रवाई: टीम ने भाकर इलाके से दो हाइवा और कोईमा से चार हाइवा ट्रकों को जब्त किया। इस तरह कुल सात हाइवा पकड़े गए जो बालू से लदे थे।
-
अवैध परिवहन: मिली जानकारी के अनुसार, जब्त बालू की लोडिंग कोईमा स्थित एक स्टॉक यार्ड से की गई थी। इन वाहनों के पास परिवहन के लिए कोई वैध चालान नहीं था, जो स्पष्ट रूप से अवैध खनन और कर चोरी का मामला दर्शाता है।
माफियाओं की पहचान और FIR दर्ज
इस कार्रवाई के बाद माइनिंग इंस्पेक्टर के बयान पर घोड़ाबांधा थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने की तैयारी कर रही है।
-
माफियाओं की तलाश: खनन विभाग के पदाधिकारी अवैध रूप से बालू का परिवहन कर रहे बालू माफियाओं की पहचान करने में जुटी हुई है। यह पता लगाया जा रहा है कि यह स्टॉक यार्ड किसका है और इसके पीछे कौन-कौन बड़े नाम शामिल हैं।
-
हड़कंप: टीम की इस अचानक कार्रवाई से बालू माफियाओं में बड़ा हड़कंप मच गया है। उन्हें डर है कि यह केवल एक शुरुआत है और आगे भी सख्त कार्रवाई हो सकती है।
यह कार्रवाई स्पष्ट संकेत देती है कि अवैध खनन और कर चोरी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। अब देखना यह है कि पुलिस कब तक इन बालू माफियाओं को गिरफ्तार करके पूरे सिंडिकेट का खुलासा करती है।
आपकी राय में, अवैध बालू परिवहन पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए खनन विभाग को परंपरागत चेकिंग के अलावा कौन से दो आधुनिक तकनीकी उपाय करने चाहिए?
What's Your Reaction?


