Jamshedpur Arrest: जमशेदपुर पुलिस के एंट्री क्राइम अभियान में बड़ी सफलता, चोरी की बाइक के साथ 3 अपराधी गिरफ्तार, 2 बाइक और 1 स्कूटी बरामद
जमशेदपुर पुलिस ने एंट्री क्राइम चेकिंग अभियान के दौरान मर्सी अस्पताल गोलचक्कर के पास चोरी की बाइक सहित तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद उनकी निशानदेही पर कुल दो बाइक और एक स्कूटी बरामद की गई है। अपराधियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया।
जमशेदपुर शहर में वाहन चोरी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे शहरवासियों में भय का माहौल है। लेकिन गुरुवार शाम चलाए गए पुलिस के एक विशेष अभियान ने इन अपराधियों पर करारा प्रहार किया है। जमशेदपुर पुलिस के 'एंट्री क्राइम चेकिंग' अभियान के दौरान चोरी की मोटरसाइकिल के साथ दो अपराधियों को रंगे हाथ दबोचा गया, जिसके बाद इस कांड में शामिल एक और साथी को गिरफ्तार कर पूरे गिरोह का खुलासा किया गया।
जमशेदपुर में अपराध का इतिहास दिखाता है कि अक्सर चोरी और झपटमारी की वारदातों में चोरी के वाहनों का ही इस्तेमाल किया जाता है। शहर के प्रवेश और निकास बिंदुओं पर सख्ती से जांच करना, अपराधियों की आवाजाही पर नकेल कसने का एक प्रभावी तरीका साबित होता है।
गोलचक्कर पर 'पकड़-धकड़'
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) के निर्देश पर शहर में अपराध रोकने के मकसद से 'एंट्री क्राइम चेकिंग' अभियान चलाया गया। 9 अक्टूबर की शाम 6 बजे पुलिस ने मर्सी अस्पताल गोलचक्कर के पास जांच शुरू की।
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बाइक सवार पर शक: चेकिंग के दौरान बिरसानगर की ओर से आ रहे एक बाइक सवार दो युवकों को जांच के लिए रोका गया। बाइक की संख्या 05डीटी-1287 थी।
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पकड़े गए: दोनों युवक बाइक के वैध कागजात नहीं दिखा सके और न ही कोई स्पष्ट जवाब दे पाए। सख्ती से पूछताछ और सत्यापन में पता चला कि वह मोटरसाइकिल चोरी की है, जिसके संबंध में सिदगोड़ा थाना में पहले ही कांड दर्ज कराया गया था।
चोरी के वाहनों का बड़ा जखीरा बरामद
गिरफ्तारी के बाद पुलिस को इस बाइक चोरी गिरोह के संबंध में और भी अहम जानकारी मिली। गिरफ्तारी के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पूरी जानकारी दी गई।
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तीन अपराधी गिरफ्तार: गिरफ्त में आए अपराधियों की पहचान बिरसानगर निवासी राहुल मुखी (19) और अजय मुखी (20) के रूप में हुई। इनकी निशानदेही पर इस कांड में शामिल तीसरे अपराधी, सीतारामडेरा रिफ्यूजी कॉलोनी निवासी विकाश शर्मा उर्फ बच्चा बबुआ बच्चा को भी गिरफ्तार किया गया।
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वाहनों की बरामदगी: अपराधियों के पास से कुल दो चोरी की बाइक और एक चोरी की स्कूटी बरामद की गई है। यह बरामदगी दर्शाती है कि यह गिरोह कितने दिनों से सक्रिय था।
गिरफ्त में आए तीनों अपराधियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। पुलिस अब इनसे जुड़े अन्य मामलों और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है। इस सफलता ने शहर के लोगों को थोड़ी राहत जरूर दी है और पुलिस की सक्रियता से अपराधियों में डर का माहौल बना है।
आपकी राय में, शहर में वाहन चोरी के मामलों को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस को चोरी के वाहनों के अवैध खरीद-बिक्री के नेटवर्क को तोड़ने के लिए कौन से दो कड़े कदम उठाने चाहिए?
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