Graduate College Initiative : ग्रेजुएट कॉलेज में लगाए गए औषधीय पौधे – लेमन ग्रास और तुलसी से मिलेगा स्वास्थ्य लाभ!
15 सितंबर 2025 को ग्रेजुएट कॉलेज परिसर में एलुमनी एसोसिएशन स्मिता के द्वारा लेमन ग्रास और तुलसी के औषधीय पौधे लगाए गए। प्राचार्या डॉ वीणा प्रियादर्शी के मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम आयोजित हुआ। जानिए कैसे यह पहल स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए लाभकारी होगी।
आज ग्रेजुएट कॉलेज परिसर में एक सराहनीय पहल की गई। ग्रेजुएट कॉलेज एलुमनी एसोसिएशन स्मिता ने कॉलेज में औषधीय पौधों का रोपण कर पर्यावरण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास किया। इस कार्यक्रम में लेमन ग्रास और तुलसी के पौधे लगाए गए। यह कार्यक्रम कॉलेज की प्राचार्या डॉ वीणा प्रियादर्शी के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में वरिष्ठ शिक्षिकाएँ और शिक्षकों के साथ कई छात्र-छात्राएँ भी शामिल हुईं। उपस्थित लोगों में डॉरिस दास, डॉ कुमारी अनामिका, डॉ अनुराधा वर्मा, डॉ संगीता बिरुआ, वंदना कुमारी, सुजीत कुमार महतो, किरण कुमारी, निशा कुमारी, वर्षा सोनी, नैंसी कुमारी, जयंती और सुनील कुमार शामिल रहे। सभी ने मिलकर पौधारोपण किया और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
लेमन ग्रास और तुलसी दोनों ही औषधीय गुणों से भरपूर हैं। लेमन ग्रास का उपयोग चाय, तेल और औषधीय उत्पादों में होता है। यह शरीर को शुद्ध करने, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और तनाव कम करने में मदद करता है। वहीं तुलसी को भारतीय परंपरा में पूजनीय माना जाता है। यह श्वसन संबंधी रोगों में लाभकारी है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है।
प्राचार्या डॉ वीणा प्रियादर्शी ने कहा कि पौधारोपण केवल पर्यावरण के लिए नहीं बल्कि हमारे स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयासों से कॉलेज परिसर हरा-भरा रहेगा और छात्र-छात्राओं में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भावना भी बढ़ेगी।
कार्यक्रम में शामिल सभी सदस्यों ने पौधों की देखभाल का संकल्प लिया। उन्हें बताया गया कि इन पौधों की नियमित देखभाल से यह लंबे समय तक लाभ पहुँचाएँगे। इसके अलावा यह अभियान पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य जागरूकता की दिशा में एक बड़ी पहल है।
ग्रेजुएट कॉलेज एलुमनी एसोसिएशन स्मिता ने इस कार्यक्रम को लेकर कहा कि वे समय-समय पर ऐसे प्रयास करते रहेंगे। उनका उद्देश्य छात्र-छात्राओं में पर्यावरण के प्रति जागरूकता और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देना है।
इस कार्यक्रम ने एक सकारात्मक संदेश दिया। उपस्थित लोगों ने इसे एक प्रेरणादायक पहल बताया। कॉलेज परिसर में लगाए गए ये पौधे आने वाले समय में स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के लिए लाभकारी सिद्ध होंगे।
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