सहेली से प्यार की चाहत में लड़की से बन गई लड़का |

सहेली से प्यार की चाहत में लड़की से बन गई  लड़का |
सहेली से प्यार की चाहत में लड़की से बन गई लड़का |

 दोस्तों ऐसा आपने अमूमन सुना होगा कि प्यार में लड़के ने हद पार कर दी परंतु या खबर मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से आ रही है की एक लड़की वहां पर डॉक्टरों से विनती की कि वह महिला के शरीर में खुद को  फिट महसूस नहीं कर रही है इसलिए वह अपना लिंग बदल वाना चाहती है | 

लड़की अपने ही सहेली के प्यार में इस तरह अंधी हो चुकी थी कि उसे प्यार के अलावा और कुछ नहीं दिख रहा और प्यार में वह एक गंभीर फैसला लेती है जिसकी कल्पना करना भी अत्यंत मुश्किल है परंतु लड़की ने ऐसा करके दिखाया जिस पर भरोसा करना मुमकिन नहीं प्रयागराज की एक लड़की अपने ही सहेली से संबंध बनाने के लिए उसने अपने मां पिता के अनुमति के बिना अपना लिंग परिवर्तन करा लिया| 

 लिंग परिवर्तन अत्यंत जटिल चिकित्सक प्रक्रिया है इसकी शुरुआत होती है 4 महीने पहले लड़की के प्रेम में पागल लड़की आखिरकार अपने प्यार को हासिल करने के लिए पुरुष बन गए ऐसा करने के लिए उसे अपना लिंग परिवर्तन सर्जरी के द्वारा करवाना पड़ा ताकि वह लड़की के साथ अपना शारीरिक रिश्ता जारी रख सकें इसके लिए उसने मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की सलाह ली और अपना लिंग बदल वाली है इस लड़की के लिंग बदलने की चिकित्सा प्रक्रिया लगभग 4 महीने चली

 प्लास्टिक सर्जन डॉक्टर मोहित जैन और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अमृत चौरसिया ने उस लड़की का लिंग परिवर्तन किया डॉक्टरों के अनुसार महिला शरीर में खुद को फिट महसूस नहीं कर रही थी और अपना लिंग बदल वाना चाहते थे और वह अपने मां पिता के विरुद्ध आकर यह फैसला किया डॉक्टरों ने उस लड़की की रजामंदी के बाद ऑपरेशन शुरू किया

 डॉक्टरों के अनुसार सबसे पहले मनोचिकित्सक ने लड़की की काउंसलिंग शुरू की और उसे सभी मापदंडों के उतार-चढ़ाव के बारे में संपूर्ण जानकारी दें उसके बाद लड़की की रजामंदी दी गई लगभग 4 महीने तक शल्य चिकित्सा के द्वारा उस लड़की का स्तन को हटाया जाए तथा उस पर ऑपरेशन के द्वारा उसका गर्भाशय को भी हटाया गया अब उसे टेस्टोस्टेरोन हार्मोन अल्सर भी दी गई जिससे उस महिला के दाढ़ी मूछ तथा उसकी विशेषताओं वाले अंगों का विकास हुआ इसके बाद लड़की एक आदमी बदल गए और उस लड़के से शादी कर सकेगी जिससे वह प्यार करती है|

 लिंग परिवर्तन एक कठिन सेल चिकित्सा है अमूमन बहुत कम ही लोग ऐसे होते हैं जो इसके माध्यम से अपना लिंग परिवर्तन करवाते हैं यह एक सामाजिक कुरीति में आती है परंतु अगर कोई थर्ड जेंडर है और उसे कष्ट है और वह अपना लिंग परिवर्तन करवाना चाहता है तो वह ऐसा कर सकता है परंतु प्यार में पागल होकर नॉर्मल जेंडर ऐसा करें यह एक नीचे मानसिकता को दिखाता है|

 नोट्स : यह लेख दैनिक जागरण से ली गई है इससे हमारा कोई सरोकार नहीं है