Ghatsila Youth Day: स्वामी विवेकानंद की जयंती पर संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर में मनाया गया राष्ट्रीय युवा दिवस, युवाओं को किया प्रेरित
घाटशिला स्थित संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर में स्वामी विवेकानंद की जयंती पर राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया गया। जानें कैसे विद्यार्थियों को प्रेरित किया गया।
घाटशिला स्थित संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर में स्वामी विवेकानंद की जयंती के उपलक्ष्य में 'राष्ट्रीय युवा दिवस' का धूमधाम से आयोजन किया गया। इस विशेष अवसर पर विद्यालय की प्रार्थना सभा ने विद्यार्थियों और शिक्षकों को स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और संदेशों से प्रेरित किया। इस कार्यक्रम ने विद्यार्थियों के अंदर एकता, साहस, परिश्रम, और देशप्रेम जैसे गुणों को उजागर करने के लिए प्रेरित किया।
स्वामी विवेकानंद के संदेशों पर गूंजे विचार
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय प्रशासिका श्रीमती शोभा गनेरीवाल, प्रबंधक डॉ. प्रसेनजीत कर्मकार, और अन्य प्रमुख शिक्षकों के द्वारा स्वामी विवेकानंद जी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित करके की गई। इस मौके पर विद्यालय के कक्षा नौवीं के छात्र गणेश मांडी और आज्ञा नंदा ने सुविचार प्रस्तुत किए, जबकि छात्रा अनुष्का अग्रवाल ने स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनके महान आदर्शों पर आधारित प्रेरणादायक भाषण दिया।
प्राचार्या ने दिया प्रेरणादायक संदेश
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती नीलकमल सिन्हा ने अपने वक्तव्य में स्वामी विवेकानंद के प्रसिद्ध उद्धारण "उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक कि अपने लक्ष्य तक न पहुँच जाओ" का उल्लेख किया। उन्होंने विद्यार्थियों को इस संदेश के माध्यम से अपने जीवन में कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने यह भी कहा कि स्वामी विवेकानंद का जीवन संघर्षों से भरा हुआ था, लेकिन उनके आदर्शों और सिद्धांतों ने उन्हें महान बना दिया।
कार्यक्रम का उद्देश्य और संदेश
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों के बीच एकता, सहयोग, साहस, परिश्रम और भाईचारे जैसे सद्गुणों का विकास करना था। स्वामी विवेकानंद के आदर्शों का पालन करते हुए यह कार्यक्रम युवा पीढ़ी को देश सेवा और समाज कल्याण के लिए प्रेरित करने का प्रयास करता है। इस दिन का आयोजन विद्यार्थियों के जीवन में एक सकारात्मक बदलाव लाने के लिए किया गया था।
कार्यक्रम का मंच संचालन कक्षा ग्यारहवीं की छात्रा सृष्टि कुमारी ने किया। उन्होंने कार्यक्रम को खूबसूरती से प्रस्तुत किया और विद्यार्थियों को स्वामी विवेकानंद के सिद्धांतों पर चलने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रगान के साथ प्रार्थना सभा का समापन हुआ। इस आयोजन ने विद्यार्थियों के मन में स्वामी विवेकानंद के विचारों और उनके संदेशों को जीवित रखा और उन्हें अपनी शिक्षा, कड़ी मेहनत, और समाज के प्रति जिम्मेदारी का अहसास कराया। इस प्रकार, यह राष्ट्रीय युवा दिवस घाटशिला के संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर में स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को श्रद्धांजलि देने का एक महत्वपूर्ण अवसर बन गया।
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