Gautam Gambhir Death Threat: गौतम गंभीर को मिली जान से मारने की धमकी, ISIS कनेक्शन से देश में मचा हड़कंप
भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर को आतंकी संगठन ISIS कश्मीर से जान से मारने की धमकी मिली है। जानिए कैसे गंभीर ने इस पर प्रतिक्रिया दी, क्या है उनका राजनीतिक और क्रिकेटिंग इतिहास, और कैसे बढ़ाई गई है सुरक्षा।

दिल्ली की सियासत और क्रिकेट दोनों में चर्चित नाम गौतम गंभीर एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार वजह खतरनाक है। भारत के पूर्व ओपनर और मौजूदा हेड कोच को आतंकी संगठन ISIS कश्मीर से जान से मारने की धमकी मिली है। इस धमकी ने न सिर्फ सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है बल्कि क्रिकेट और राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है।
यह धमकी गंभीर को ईमेल के ज़रिए दी गई, जिसके तुरंत बाद उन्होंने दिल्ली पुलिस से संपर्क कर एफआईआर दर्ज कराई और अपने साथ ही अपने परिवार की सुरक्षा की मांग की। सूत्रों के अनुसार, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।
गंभीर को क्यों मिली धमकी? क्या है इसके पीछे की कहानी?
गौतम गंभीर सिर्फ एक क्रिकेटर नहीं हैं, बल्कि एक बेबाक आवाज़ भी हैं। चाहे मैदान हो या मीडिया, उन्होंने हमेशा अपनी राय खुलकर रखी है। 2019 में जब उन्होंने पूर्वी दिल्ली से बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा और जीता, तब से उनकी राजनीतिक सक्रियता भी चर्चा में रही है।
लेकिन 2024 के लोकसभा चुनावों में पार्टी ने उनका टिकट काट दिया, जिससे वो राजनीति से बाहर हो गए। फिर भी गंभीर की सक्रियता सोशल मीडिया और पब्लिक डोमेन में बनी रही, खासकर कश्मीर और आतंकवाद पर उनके कड़े स्टैंड के कारण उन्हें निशाना बनाया जाना कोई संयोग नहीं लगता।
क्रिकेट में फिर से वापसी और हेड कोच की ज़िम्मेदारी
2024 में ICC T20 World Cup के बाद गंभीर को भारतीय टीम का हेड कोच बनाया गया। उनकी यह नियुक्ति कई विवादों और बहसों के बीच हुई थी, क्योंकि टीम इंडिया की शुरुआत उनके कार्यकाल में बेहद खराब रही। न्यूज़ीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज़ और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत को शर्मनाक हार झेलनी पड़ी।
हालांकि, इसके बाद गंभीर की रणनीति ने रंग दिखाया। भारत ने Champions Trophy 2025 में दमदार वापसी की और खिताब अपने नाम किया। इससे गंभीर की कोचिंग शैली पर उठे सवालों पर विराम लगा।
गंभीर को उनकी कप्तानी के दिनों से ही कड़ा और तेज निर्णय लेने वाला कोच माना जाता है। उन्होंने बतौर कप्तान कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) को दो बार आईपीएल चैंपियन बनाया और 2024 में बतौर मेंटर फिर से टीम को ट्रॉफी जिताने में बड़ी भूमिका निभाई।
राजनीति से कमेंट्री और अब धमकी – गंभीर हमेशा चर्चा में क्यों रहते हैं?
गंभीर की छवि एक ऐसे क्रिकेटर की रही है जो सिर्फ बल्ले से नहीं, अपने विचारों से भी विरोधियों को जवाब देता है। 2007 T20 World Cup और 2011 World Cup Final में उनकी पारियों को आज भी याद किया जाता है। उनके क्रिकेट करियर का एक खास पहलू यह भी रहा कि उन्होंने कभी लाइमलाइट के लिए नहीं, बल्कि प्रदर्शन के लिए खेला।
राजनीति में आने के बाद भी उनका यही रवैया बना रहा। आतंकवाद पर सख्त रुख, सैनिकों के समर्थन में आवाज़ उठाना और कई सामाजिक मुद्दों पर खुलकर बोलना – इन सबने उन्हें कट्टरपंथी संगठनों की हिट लिस्ट में ला दिया।
अब आगे क्या?
गंभीर ने अपने बयान में साफ किया है कि वह किसी धमकी से डरने वाले नहीं हैं और सुरक्षा एजेंसियों पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि उनका फोकस भारतीय टीम की तैयारी और खिलाड़ियों की मेंटल व फिजिकल फिटनेस पर है।
दिल्ली पुलिस ने गंभीर की सुरक्षा बढ़ा दी है और मामले की जांच Anti-Terror Unit को सौंप दी गई है। ईमेल की लोकेशन ट्रैक की जा रही है और साइबर सेल इसपर लगातार काम कर रही है।
गौतम गंभीर का जीवन हमेशा जोखिम और जिम्मेदारियों के बीच रहा है—चाहे वो वर्ल्ड कप के फाइनल में टीम को जीत दिलाना हो, संसद में जनता की आवाज़ उठाना हो या अब कोच के तौर पर टीम इंडिया को नए मुकाम तक ले जाना। लेकिन अब जब खतरा उनकी जान पर है, पूरा देश एकजुट होकर उनकी सुरक्षा और समर्थन में खड़ा है।
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